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    Illegal Conversion Racket: मतांतरण गिरोह के 6 सदस्यों को जेल भेजा, आयशा सहित 4 की दोबारा रिमांड

    Updated: Tue, 29 Jul 2025 04:00 PM (IST)

    आगरा पुलिस ने अवैध मतांतरण गिरोह के 10 सदस्यों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। सदर क्षेत्र से बरामद दो बहनों का मतांतरण कराया गया था। इस मामले में आयशा उर्फ एसबी कृष्णा रहमान कुरैशी जुनैद कुरैशी समेत 10 लोग गिरफ्तार हुए थे। पूछताछ में गिरोह के पाकिस्तान से संबंध और विदेशों से फंडिंग की जानकारी मिली। छह को जेल भेजा गया है।

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    आगरा में अवैध मतांतरण के आरोपितों की फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, आगरा। मतांतरण गिरोह के 10 सदस्यों को पुलिस ने मंगलवार सीजेएम कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने इनमें छह आरोपितों को जेल भेज दिया। जबकि आयशा, रहमान कुरैशी, हसन अली और मोहम्मद अली की चार और दिन की रिमांड पर लिया है।सदर क्षेत्र की रहने वाली 24 मार्च से गायब बेटियों को पुलिस ने कोलकाता से 18 मार्च को बरामद किया था।

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    गिरोह ने बेटियों का मतांतरण करा दिया था। गोवा की रहने वाली गिरोह की आयशा उर्फ और एसबी कृष्णा, शाहगंज के रहमान कुरैशी, जुनैद कुरैशी सहित 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। सभी को पूछताछ के लिए 10 दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया था। पूछताछ में गिरोह के पाकिस्तान से तार जुड़े होने और विदेशों से फंडिंग की जानकारी मिली।

    पुलिस ने एक दर्जन युवतियों को कराया मुक्त

    पुलिस ने गिरोह के चंगुल में फंसी एक दर्जन युवतियों को मुक्त कराया। उनकी काउंसलिंग कराई जा रही है। पीड़ित युवतियों को भी बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट में पेश किया गया है। वहीं, गिरोह के प्रमुख चेहरे दिल्ली के अबदुल रहमान की रिमांड चार अगस्त तक है। उससे अभी पूछताछ जारी है।

    मतांतरण में विदेश से फंडिंग 

    अवैध मतांतरण गिरोह की जड़ें देश में गहरी करने के लिए विदेश से मोटी फंडिंग की जा रही थी। इसमें कुछ रकम सीधे खातों में भेजी जाती थी और कुछ रकम हवाला के माध्यम से भेजी जाती थी। कस्टडी रिमांड पर सरगना अब्दुल रहमान से पूछताछ के बाद पुलिस अब उसके और आयशा समेत अन्य के बैंक खातों की जानकारी जुटा रही है। इसके साथ ही हवाला के ठिकानों की भी जानकारी कर रही है। सदर क्षेत्र की दो बहनों को जाल में फंसाकर अवैध मतांतरण कराने वाले गिरोह का सरगना नार्थ ईस्ट दिल्ली के मुस्तफाबाद निवासी अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह और उसके गिरोह के 10 सदस्य कस्टडी रिमांड पर हैं।

    खातों में 50 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन

    पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि रहमान के खातों में ही 50 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन के साक्ष्य मिले हैं। हवाला के माध्यम से भी बड़ी रकम दूसरे देशों से अब्दुल रहमान को भेजी जा रही थी। अब्दुल रहमान इस रकम को गिरोह का वित्तीय प्रबंधन देख रही गोवा की आयशा के खाते में भेजता था। इसमें से पांच से 10 हजार रुपये तक के ट्रांजेक्शन गूगल पे के माध्यम से भी किए गए हैं।

    आयशा मतांतरित युवक औरयुवतियों को आवश्यकतानुसार आर्थिक मदद करती थी। इसके साक्ष्य आयशा के बैंक खातों से मिले हैं। पुलिस की टीमें अब अब्दुल रहमान और आयशा के बैंक खातों से मिली जानकारी के आधार पर फंडिंग करने वालों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। साथ ही अब्दुल रहमान तक हवाला के माध्यम से रकम पहुंचाने वालों की धरपकड़ करने की भी तैयारी है।

    रहमान के मोबाइल से निकल रहे मतांतरण के राज 

    सरगना अब्दुल रहमान के मोबाइल की जांच की जा रही है। अब तक मोबाइल की कांटेक्ट लिस्ट में सैकड़ों मोबाइल नंबर मिले हैं। पुलिस अब इन नंबरों की जांच कर रही है। इनमें से कई मोबाइल नंबरों के नाम के आगे रिवर्ट लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि ये नंबर मतांतरित किए गए युवक-युवतियों के भी हो सकते हैं। गिरोह के सदस्यों से नंबर होने की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।