Agra Metro Project: मेट्रो का गर्डर रखने के लिए हाईवे की बंद होंगी दो और लेन, रात 11 से सुबह पांच बजे तक होगा कार्य
आगरा में मेट्रो निर्माण के चलते नेशनल हाईवे-19 पर गुरु का ताल चौराहा से सिकंदरा तिराहा के बीच दो और लेनें रात में बंद रहेंगी। यूपीएमआरसी को इसकी अनुमति मिल गई है। पहले से ही पिलर की खुदाई के कारण दो लेन बंद हैं। गर्डर रखने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है जिससे वाहनों की गति प्रभावित होगी।

जागरण संवाददाता, आगरा। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) ने नेशनल हाईवे-19 स्थित गुरु का ताल चौराहा से सिकंदरा तिराहा के मध्य आधा दर्जन से अधिक पिलर बनकर तैयार हो गए हैं। तीन से पांच दिनों में पांच से सात पिलर और बनकर तैयार हो जाएंगे फिर मेट्रो का गर्डर रखने का कार्य चालू होगा।
इसके लिए हाईवे की दो और लेन को बंद किया जाएगा। यह लेन रात 11 से सुबह पांच बजे तक बंद रहेंगी। यातायात विभाग और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड से इसकी अनुमति मिल गई है। पिलर की खोदाई के छह में दो लेन पहले से ही बंद चल रही हैं। दो और लेन बंद होने से वाहनों की गति पर ब्रेक लग जाएगा। हालांकि दो लेन हर दिन बंद नहीं होंगी।
मेट्रो का पहला कारिडोर 14 किमी लंबा है। इसमें 12 किमी ट्रैक का निर्माण हो चुका है। दो किमी का कार्य चल रहा है। चार रिग मशीनों से पिलर की खोदाई की जा रही है। अब तक 65 पिलर बन चुके हैं। अधिकांश पिलर पर पिलर कैप रखा जा चुका है। जल्द ही गर्डर रखने का कार्य होगा। यह कार्य रात 11 से सुबह पांच बजे होगा।
65 से 120 टन वजन के गर्डर को उठाने और रखने के लिए पांच से सात मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। यह बड़ी मशीनें दोनों तरफ खड़ी होंगी। ऐसे में हाईवे के दो लेन को बंद किया जाएगा।
यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि यह कार्य सप्ताह में तीन से चार दिन होगा। कार्य एक माह तक चलेगा। पिलर निर्माण और कैप रखने के बाद होगा। उधर, छह में चार लेन बंद होने पर वाहनों की गति पर ब्रेक लग जाएगा। खासकर गुरु का ताल चौराहा से सिकंदरा चौराहा तक वाहन धीमी गति से गुजरेंगे। जाम न लगे, इसके लिए 30 मार्शल की भी तैनाती की जाएगी।
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