Agra News: आखिरकार सीएम की बैठक के बाद बैकफुट पर आईं भाजपा मेयर, भ्रष्टाचार के आरोपी को ओएसडी से हटाया
Agra News In Hindi Today मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह को हटाना पड़ा दागी ओएसडी राकेश बंसल। भ्रष्टाचार से बचेगा नगर निगम। भ्रष्टाचार के आरोप में ढाई वर्ष ...और पढ़ें

आगरा, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार पर शून्य सहनशीलता के बाद भी मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने दागी राकेश बंसल को ओएसडी बना दिया। बसपा और सपा ने भ्रष्टाचारी राकेश बंसल को हटाने की मांग करते हुए नगर निगम के अधिवेशन का बहिर्गमन किया। मगर, ओएसडी को हटाने से मेयर ने साफ इन्कार कर दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी नाराजगी जताई। 10 दिन बाद मेयर को दागी ओएसडी को हटाया पड़ा। उम्मीद है कि नगर निगम में भ्रष्टाचार कुछ कम होगा।
कंप्यूटर आपरेटर के पद पर था राकेश बंसल
नगर निगम में 2008 में संविदा पर कंप्यूटर आपरेटर के पद पर तैनात राकेश बंसल की भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर 2020 में तत्कालीन नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने सेवा समाप्त कर दी थी। उसे मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने 19 जुलाई को मेयर कार्यालय का ओएसडी बना दिया। तर्क दिया कि 15 वर्ष का अनुभव होने पर ओएसडी बनाया है। जबकि राकेश बंसल पर 2021 में भाजपा के छावनी से विधायक डा. जीएस धर्मेश ने नगर निगम में भ्रष्टाचार से राकेश बंसल पर 238 करोड़ की संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाते हुए विजिलेंस जांच की मांग की थी। उसकी जांच के लिए मेयर का भी पत्र सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ था।
मुख्मंत्री की बैठक के बाद बैकफुट पर
बुधवार को आगरा आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक में इशारों में स्पष्ट कर दिया था कि संविदा कर्मी और दागियों को अपने कार्यालय में कोई काम न दें, ओएसडी न बनाएं। संगठन से अलग न चलें करियर में बैरियर लग सकता है। इसके बाद मेयर भी बैकफुट पर आ गईं। राकेश बंसल को ओएसडी के पद से हटा दिया।
भ्रष्टाचारी राकेश बंसल को ओएसडी बनाने पर लगाए पोस्टर
शहर में जगह -जगह भ्रष्टाचारी राकेश बंसल को मेयर का ओएसडी बनाए जाने के पोस्टर भी लगा दिए हैं। पोस्टर में नगर निगम से 238 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाते हुए ओएसडी के पद से हटाने की मांग की है।
'राकेश बंसल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, उसे हटा दिया है। जो भी शहर में पोस्टर लगा रहे हैं उनके खिलाफ अभियोग दर्ज कराया जाएगा।' हेमलता दिवाकर कुशवाहा, मेयर
'भ्रष्टाचार में फंसे पूर्व संविदा कर्मचारी राकेश बंसल को हटाए जाने से नगर निगम में भ्रष्टाचार में कमी आएगी, यह निर्णय विरोध के बाद ले लेना चाहिए था।' सुनील शर्मा, मीडिया प्रभारी बसपा पार्षद दल
'देर से आए दुरुस्त आए। मेयर को यह काम पहले ही कर देना चाहिए। भ्रष्टाचार को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाए। विकास पर ध्यान दें, भ्रष्टाचार खत्म करें।' वाजिद निसार, महानगर अध्यक्ष सपा

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