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    आगरा में आइएसबीटी फ्लाईओवर बन चुका जानलेवा, एक महीने में तीसरी मौत; कैंटर ने स्कूटी सवार ठेकेदार को रौंदा

    By Neelesh Kumar Edited By: Prateek Gupta
    Updated: Tue, 23 Dec 2025 10:42 PM (IST)

    आगरा में मेट्रो निर्माण कार्य के चलते आईएसबीटी फ्लाईओवर पर लापरवाही से एक और जान चली गई। तेज रफ्तार कैंटर ने स्कूटी सवार ठेकेदार को रौंद दिया, जिससे उ ...और पढ़ें

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    Agra ISBT फ्लाईओवर पर दुर्घटना के बाद बिलखते परिवार के लोग।

    जासं, आगरा। मेट्रो निर्माण कार्य में चल रही लापरवाही आगरा के लोगों पर भारी पड़ रही है। एक महीने के अंदर सड़क दुर्घटना में तीसरी मौत हुई है। आइएसबीटी फ्लाईओवर पर तेज रफ्तार कैंटर ने बाइक के साथ ही स्कूटी में टक्कर मार दी। बाइक सवार युवक बाल-बाल बचा, जबकि स्कूटी सवार ठेकेदार के सिर पर पहिया चढ़ने से उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।

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    स्कूटी सवार उनकी पौत्री व बेटा गिरने के कारण चोटिल हो गए। हादसे के बाद चालक कैंटर को मौके पर ही छोड़कर भाग निकला। करीब आधा घंटे तक नेशनल हाईवे पर यातायात प्रभावित रहा।

    सिकंदरा के नगला महल निवासी किशनचंद्र अपने 60 वर्षीय पिता सुरेश चंद्र को दवा दिलाने के लिए अंजना टाकीज के पास गए थे। उनके साथ छह वर्षीय बेटी मोनिका भी थी। इलेक्ट्रिक स्कूटी से वापस लौटते के दौरान शाम चार बजे हरीपर्वत थाना क्षेत्र में फ्लाईओवर पर तेज रफ्तार कैंटर ने स्कूटी में टक्कर मार दी। किशनचंद्र और उनकी बेटी दूसरी ओर गिरने से चोटिल हो गए।

    वहीं सुरेश चंद्र कैंटर की ओर गिरे, जिससे गाड़ी का पहिया उनके सिर पर चढ़ गया और उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस बीच एक बाइक सवार को भी कैंटर ने टक्कर मारी। कैंटर के नीचे बाइक फंसने के कारण वह क्षतिग्रस्त हो गई, युवक बाल-बाल बच गया। हादसे के बाद चालक कैंटर को मौके पर छोड़कर भाग खड़ा हुआ।

    सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सुरेशचंद्र को अस्पताल भिजवाया। वहां डाक्टर ने मृत होने की पुष्टि की। पुलिस के अनुसार सुरेश चंद्र मकान निर्माण की ठेकेदारी करते थे। बड़ा बेटा किशनचंद्र दवा का काम करते हैं, जबकि उनसे छोटा बेटा पवन शिक्षक है। छोटा बेटा हरीओम पिता के काम में हाथ बंटाता था। इंस्पेक्टर नीरज शर्मा ने बताया कि हादसे के बाद क्रेन की मदद से कैंटर को हटवाकर यातायात सामान्य कराया गया।

    इससे पहले महीने की शुरुआत में एसएन मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहे दो युवा डॉक्टरों को ट्रक ने कुचला था। दरअसल मेट्रो निर्माण के लिए बेरीकेडिंग पूरे हाईवे पर कर दी गई है। जबकि निर्माण कुछ ही हिस्से में चल रहा है। हाईवे संकरा होने के चलते ख्ंदारी से लेकर गुरुद्वारा गुरु के ताल तक दिनभर जाम की स्थिति बनी हुई है।

    आईएसबीटी फ्लाईओवर से ढलान पर आते समय ट्रेफिक बुरी तरह फंसा है। ऐसे में बड़े वाहनों के चालक नियंत्रण खो बैठते हैं। वहीं रोडवेज बसें भी हाईवे घेर कर खड़ी रहती हैं। ट्रैफिक पुलिस की तैनाती के बाद भी बस चालक अपनी मनमानी करते नजर आते हैं।