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चार वर्ष की उम्र में गुम हुआ बेटा 22 साल बाद मिला तो खिलखिला उठा परिवार; जीआरपी आगरा ने खोजा 'घर का चिराग'

आगरा जीआरपी ने 22 साल पहले गुम हुए एक युवक को खोज निकाला है। युवक को नई दिल्ली के एक बाल गृह से बरामद किया गया। युवक की पहचान बबलू शर्मा के रूप में हुई है। वह बुलंदशहर के धनोरा गांव का रहने वाला है। वर्ष 2002 में चार साल की उम्र में खेलते हुए चोला स्टेशन के पास पहुंच गया था। एक ट्रेन में बैठकर नई दिल्ली पहुंचा था।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 02 Oct 2024 07:29 AM (IST)
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Agra News: अपने परिवार के साथ बबलू।

जागरण संवाददाता, आगरा। Agra News: राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) आगरा ने 22 साल के बाद एक युवक को खोजा निकाला। युवक से पूछताछ में पता चला कि वह धनोरा गांव बुलंदशहर का रहने वाला है। वर्ष 2002 में गुम हो गया था। उस दौरान उसकी उम्र चार साल थी।

जीआरपी आगरा ने स्वजन को फोन किया और फिर युवक को मिलाया। स्वजन से मिलकर युवक की आंखों में आंसू आ गए। युवक बबलू शर्मा ने आपरेशन मुस्कान टीम का धन्यवाद भी किया।

ऑपरेशन मुस्कान में तलाशा बबलू

गुम हुए बच्चों को लेकर ऑपरेशन मुस्कान चलाया जा रहा है। जीआरपी आगरा की टीम नई दिल्ली स्थित बाल गृह भी जाती है। वर्ष 2023 में बाल गृह में कार्यरत बबलू शर्मा से मुलाकात की। बबलू टीम के सदस्यों को पानी और चाय पिलाता था। धीरे-धीरे बबलू सदस्यों से घुल मिल गया। बबलू ने सदस्यों को अपने बारे में कई बातें बताईं। छह माह पूर्व टीम ने बबलू से संबंधित पूरी जानकारी जुटाई तो चौंक गए।

ट्रेन से पहुंचा था दिल्ली

बबलू ने बताया कि वह धनोरा गांव का है। वर्ष 2002 में चार साल की उम्र में खेलते हुए चोला स्टेशन के पास पहुंच गया। एक ट्रेन में बैठकर नई दिल्ली पहुंचा। रेलवे स्टेशन से उसे बाल गृह भेज दिया गया। वहीं पर कार्य करने लगा। 18 साल की उम्र होने पर बाल गृह प्रशासन ने उसे कहीं अन्य कार्य करने के लिए कहा। बबलू ने कर्मचारियों से गृह में ही कार्य के लिए अनुरोध किया। गृह में ही कार्य करने लगा।

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जीआरपी के संपर्क में आया 2023 में 

वर्ष 2023 में जीआरपी के संपर्क में आया। मुस्कान टीम के प्रभारी निरीक्षक रिपुदमन सिंह ने बबलू ने धनोरा गांव का नाम लिया था। जांच में धनोरा गांव बुलंदशहर, बागपत और बिजनौर में मिला। तीनों जगहों पर प्रधानों सहित अन्य को फोन किया गया। हर किसी ने बबलू से संबंधित किसी भी तरीके की जानकारी होने से इनकार कर दिया।

बबलू के स्वजन ने उसे पहचाना

पिछले माह धनोरा बुलंदशहर के प्रधान का फोन आया। प्रधान ने बताया कि वर्ष 2002 में एक बच्चा खेलते हुए गुम हो गया था। यह बच्चा सुखदेव शर्मा का था। सोमवार देर शाम सुखदेव परिवार के साथ आगरा पहुंचे। बबलू को पहचान लिया। मंगलवार को बबलू परिवार के साथ अपने घर पहुंच गया।

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