Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Agra Yamuna Water Lavel: ताजगंज श्मशान घाट में चिता स्थल डूबे, झोंपड़ियों तक पहुंचा पानी; अभी और बढ़ेगा जलस्तर

    Updated: Sun, 31 Aug 2025 09:10 AM (IST)

    आगरा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है जिससे ताजगंज श्मशान घाट के कई चिता स्थल डूब गए हैं। गोकुल बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर में वृद्धि हुई है। प्रशासन ने बाढ़ चौकियों से निगरानी बढ़ा दी है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

    Hero Image
    खतरे के निशान के ऊपर बह रही यमुना, मनोहपुर में झोंपड़ियों तक पहुंच गया पानी।

    जागरण संवाददाता, आगरा। यमुना शहर में शनिवार को खतरे के निशान (495 फीट) से ऊपर पहुंच गई। मनोहरपुर में खेतों में बनीं झोंपड़ियों में पानी भर गया। ताजगंज श्मशान घाट के आधा दर्जन से अधिक चिता स्थल डूब गए। रात 10 बजे यमुना 495.5 फीट पर पहुंच गई थी। जल स्तर में हर घंटे एक इंच तक वृद्धि देखने को मिली। दिल्ली में वर्षा और हथिनीकुंड व गोकुल बैराज से लगातार पानी छाेड़े जाने से यमुना का जल स्तर सोमवार को 497 फीट तक पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है। सोमवार दोपहर से यमुना के जल स्तर में गिरावट देखने को मिल सकती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    70 हजार क्यूसेक पानी गोकुल बैराज से छोड़ा, निरंतर पानी छोड़ने से बढ़ रहा जल स्तर

    अगस्त में यमुना में दूसरी बार यमुना के जल स्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है। शनिवार दोपहर तीन बजे यमुना का जल स्तर 495 फीट पर पहुंच गया। इसके बाद यमुना के जल स्तर में हर घंटे आधा से एक इंच तक वृद्धि देखने को मिली। रात 10 बजे यह करीब 495.5 फीट तक पहुंच गया। गोकुल बैराज से जहां शुक्रवार को 72 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, वहीं शनिवार को करीब 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

    मनोहपुर में झोंपड़ियों तक पहुंच गया पानी, ताजगंज श्मशान घाट में चिता स्थल डूबे

    यमुना के जल स्तर में शनिवार को एक फीट से अधिक की वृद्धि हुई। इसमें मंटोला नाला, जीवनी मंडी नाला, हाथीघाट नाला आदि बैक मारने लगे हैं और उनके मुहाने पर कूड़ा जमा हो गया है। रविवार सुबह यमुना का जल स्तर 496 फीट और सोमवार को 497 फीट के स्तर को छू सकता है।

    एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला ने बताया कि शहर से देहात तक 28 बाढ़ चौकियों से यमुना के बढ़ते जल स्तर की निगरानी की जा रही है। बाह के गगनकी, सदर तहसील के नूरपूर, तनौरा तक पानी पहुंच गया है।

    इन क्षेत्रों में अधिक दिख सकता है प्रभाव

    • सदर तहसील: तनौरा, नूरपुर, कैलाश, नगला बूढ़ी, स्वामीबाग, अमर विहार, दयालबाग, मोती महल, कटरा वजीर खां।
    • एत्मादपुर तहसील: रामबाग के पीछे व उसके आसपास स्थित बस्तियां।
    • फतेहाबाद तहसील: भरापुर, ईदौन, भडायना, मेवीकलांख् मेवली खुर्द, हिमायूपुर, बमरौली।
    • बाह तहसील: गगनकीी, पिछौरा, कांकर, बलाई, रीठई, ख्याली की मढै़या, मई, कलींजिर, कछपुरा, रामपुर, चंद्रसैनी, पई, होलीपुरा, सिधावली, विक्रमपुर, पारना

    22 अगस्त को 496 फीट पहुंचा था जल स्तर

    यमुना का जल स्तर 22 अगस्त को करीब 496 फीट तक पहुंच गया था। इस बार यमुना इससे ऊपर जा सकती है। यमुना में मीडियम फ्लड लेवल 499 फीट और हाई फ्लड लेवल 504 फीट पर है।

    एत्माद्दौला का प्लेटफार्म डूबा

    एत्माद्दौला का यमुना किनारा स्थित प्लेटफार्म शनिवार शाम यमुना के पानी में डूब गया। यमुना किनारे बनी कोठरियों की चौखट के नीचे पानी बह रहा है। 22 अगस्त को कोठरियों में पानी पहुंच गया था।