आगरा विकास प्राधिकरण घटाने जा रहा है घरों की कीमत, इन योजनाओं में चुन सकते हैं अपना फ्लैट
एडीए व शास्त्रीपुरम हाईट्स की कम होंगी कीमतें। बोर्ड बैठक में रखे गए प्रस्तावों पर हुई चर्चा ज्यादा कीमत होने के कारण बिक नहीं पा रहे फ्लैट। करीब 550 फ्लैट हैं अभी एडीए के पास। बोर्ड बैठक में अन्य प्रस्तावों पर भी हुआ मंथन।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की महत्वाकांक्षी योजना एडीए हाईट्स और शास्त्रीपुरम हाईट्स के फ्लैट की कीमतें कम होंगी। कीमतें अधिक होने की वजह से इन दोनों बहुमंजिला आवासीय योजना के फ्लैट बिक नहीं पा रहे हैं। एडीए की 137 वीं बोर्ड बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव रखा गया, जिस पर काफी देर तक चर्चा हुई लेकिन अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है। बैठक में जवाहरपुरम योजना और शास्त्रीपुरम के समाजवादी आवासों की दरों को फ्रीज करने के प्रस्ताव पर भी मंथन हुआ।
मंडलायुक्त अमित गुप्ता की अध्यक्षता में कमिश्नरी सभागार में एडीए बोर्ड की बैठक हुई। ताजनगरी स्थित एडीए हाईट्स योजना में लगभग दो सौ और शास्त्रीपुरम हाइट्स के लगभग 556 फ्लैट ऐसे हैं, जो बिक नहीं पा रहे। इन फ्लैटों को बेचने के लिए एडीए के अधिकारी पूरा जोर लगा चुके हैं। शास्त्रीपुरम हाईट्स के रेट पहले भी कम किए जा चुके हैं। इसके बावजूद खरीदारों ने रुचि नहीं दिखाई।
ऐसे में एडीए एक बार फिर से इनके रेट कम करने की तैयारी कर रहा है। बोर्ड बैठक में रखे गए प्रस्ताव के अनुसार, फ्लैट को कम कीमत पर बेचने के लिए एडीए के अधिकारी विचार कर रहे हैं। शास्त्रीपुरम हाईट्स के रेट पहले भी कम किए जा चुके हैं लेकिन खरीदारों ने रुचि नहीं दिखाई। इसलिए एक बार से रेट कम करने का प्रस्ताव रखा गया था। अधिकारियों ने एडीए हाईट्स के 3300 रुपये प्रतिवर्ग फुट के सापेक्ष 2805 रुपये प्रतिवर्ग फुट और शास्त्रीपुरम हाईट्स के 3289 रुपये प्रतिवर्ग फुट के सापेक्ष 2617 रुपये प्रतिवर्ग फुट पेश किए। इस प्रस्ताव पर चर्चा के बाद बोर्ड ने कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया।
मंडलायुक्त ने दरों की समीक्षा करते हुए सही रेट पर बेचने के निर्देश दिए और कहा कि रेट कम करने के नियम पर संपत्ति पारदर्शिता से बेची जानी चाहिए। इसी तरह जवाहरपुरम योजना की भी तमाम संपत्ति बिक नहीं पा रहीं। शास्त्रीपुरम में समाजवादी अर्फोडेबल हाउस योजना के फ्लैट भी नहीं बिक पा रहे हैं। इनके रेट फ्रीज करने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है। एडीए द्वारा रहनकला, एत्मादपुर मदरा, रायपुर, बुढ़ाना आदि गांवों में अधिग्रहीत की गई बहुत सी जमीन पर बसावट है। कहीं-कहीं किसानों ने मुआवजा नहीं लिया। इस पर कार्रवाई के संबंध में शासन से निर्देश लिए जाएंगे। मामला शासन में भेजा जाएगा।
बोर्ड ने एडीए के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि एसी कोई इमारत, टावर या भवन नहीं बनेगा, जिससे ताजमहल की दृश्यता प्रभावित हो। बैठक में जिलाधिकारी प्रभुएन सिंह, नगरायुक्त निखिल टीका राम फुंडे, एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेन्द्र पैंसिया आदि मौजूद रहे।
पथकर में रखे गए प्रस्ताव
बोर्ड बैठक के साथ ही अवस्थापना और पथकर सलाहकार समिति की भी बैठक हुई थी। एडीए के अधिकारियों ने अवस्थापना से कोई प्रस्ताव नहीं रखा। पथकर राशि से लगभग आठ करोड़ रुपये के प्रस्ताव रखे गए थे। इससे ताजमहल के आसपास के पार्कों का विकास कराने के साथ ताजमहल के दो किलोमीटर के दायरे में सफाई व्यवस्था देख रही निजी कंपनी के भुगतान के लिए धनराशि देने के प्रस्ताव पास किए। इसके साथ ही इनर रिंग रोड फेस दो में चल रहे निर्माणों के लिए धन का प्रावधान किया गया।
जलापूर्ति की रिपोर्ट मांगी
बैठक के दौरान इंदिरापुरम, शहीद नगर, नेहरू एनक्लेव योजना में जलापूर्ति और सीवर व्यवस्था की भी समीक्षा हुई। मंडलायुक्त ने इन क्षेत्रों में गंगाजल की आपूर्ति के संबंध में आख्या मांगी है। इसके साथ ही सभी ओवरहेड टैंकों की जानकारी प्राप्त की गई है। अधिकारियों ने बताया कि शास्त्रीपुरम में कई ओवरहेड टैंकों की मरम्मत कर इन्हें चालू किया जा सकता है।
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