DNA जांच से 20 माह बाद खुली हत्या की गुत्थी, आपत्तिजनक वीडियो खींचने पर पेट्रोल से जलाया था शव
आगरा के मलपुरा में युवक की हत्या कर शव जला दिया। डीएनए जांच से खुलासा हुआ कि मृतक राकेश था जिसकी पहचान भरतपुर के एक परिवार ने गलती से अपने बेटे के रूप में की थी। पुलिस ने आरोपी देवीराम को गिरफ्तार किया। देवीराम ने बताया कि राकेश उसकी रिश्तेदार युवती को ब्लैकमेल कर रहा था इसलिए उसने हत्या कर दी।

संसू, जागरण–मलपुरा (आगरा) : गांव के ही चाचा भतीजे ने युवक की हत्या कर शव को पेट्रोल डालकर जला दिया था। स्वजन उसके शव को पहचान नहीं सके। भरतपुर के परिवार ने युवक की भूल से गलत शिनाख्त कर ली और अंतिम संस्कार भी कर दिया।
20 माह बाद डीएनए जांच की रिपोर्ट आई तो मामला खुल गया। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर सोमवार को हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस का कहना है कि युवक की हत्या गला घोटकर की गई और शव सैंया के कटी पुल के नीचे पेट्रोल डालकर जला दिया गया था।
आपत्तिजनक वीडियो और फोटो खींचे जाने पर चाचा-भतीजे ने की थी हत्या
हत्या की वारदात का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने बताया कि गांव कबूलपुर, ककुआ के लाल सिंह बघेल का 19 वर्षीय बेटा राकेश मजदूर था। वह 18 फरवरी 2024 को बैंड बजाने के लिए शादी समारोह में गया था। इसके बाद वह लापता हो गया। स्वजन ने दो दिन उसकी तलाश की, थाना मलपुरा में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी बीच सैंया के कटी पुल के नीचे सरसों के खेत में युवक का अधजला शव मिला। वहां पुलिस के साथ पहुंचे लाल सिंह ने अपने बेटे का शव होने से इनकार किया था।
भरतपुर के परिवार ने बेटे के रूप में शव की शिनाख्त कर किया था युवक का अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम हाउस पर भरतपुर राजस्थान के कुम्हेर डींग के गांव धनौटा निवासी मनीराम शर्मा ने शव की शिनाख्त बेटे रूपचंद के रूप में की। उन्होंने पोस्टमार्टम के बाद शव को भरतपुर ले जाकर अंतिम संस्कार किया। युवक के शव का अंतिम संस्कार होने के बाद लाल सिंह को ककुआ के कुछ ग्रामीणों पर शक हुआ। उन्होंने कोर्ट के आदेश पर 11 जून 2024 को थाना मलपुरा में 6 लोगों के विरुद्ध हत्या के आरोप में अभियोग दर्ज कराया।
पुलिस ने लोकेशन की थी ट्रेस
पुलिस ने लापता राकेश सहित आरोपित देवीराम की मोबाइल फोन की लोकेशन निकलवाई। दोनों के फोन की अंतिम लोकेशन 18 फरवरी की मध्य रात ग्वालियर हाईवे पर खारी नदी पुल के पास मिली। देवीराम पर शक गहराने पर उससे पूछताछ की। उसके फोन में वॉइस रिकॉर्डिंग मिलने के साथ ही सैंया में मिला शव राकेश का होने की आशंका गहरा गई। इस बीच पुलिस ने जली हालत में मिले शव की डीएनए जांच के लिए सैंपल भिजवाया।
पांच दिन के अंदर डीएनए जांच रिपोर्ट आने पर शव राकेश का होने की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो हत्या की वारदात का पर्दाफाश हो गया।पुलिस ने सोमवार सुबह आरोपित देवीराम को जख़ौदा पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया।
इंस्पेक्टर विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपित देवीराम ने फोन कर राकेश को गांव ककुआ बुलाया था। मफलर और लोहे के तार से उसका गला घोंटकर मार दिया। शव को प्लास्टिक के ड्रम में डालकर भतीजे नित्याकिशोर के साथ टेंपो से शव कटी पुल के पास ले जाकर पेट्रोल डालकर जला दिया था।
आपत्तिजनक फोटो प्रसारित होने का था डर
गिरफ्तार किए गए आरोपित देवीराम को पुलिस पूछताछ में बताया कि उनकी रिश्तेदार युवती के नहाते समय मृतक राकेश से फोटों खींच लिए थे। इसके बाद से आरोपित युवती को ब्लैकमेल कर रहा था। वह फोटो और वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित करने की धमकी दे रहा था।
जानकारी होने पर देवीराम ने राकेश को ककुआ में कबूलपुर रोड पर स्थित अपनी मिठाई की दुकान पर बुलाया। फोन में युवती के फोटो और वीडियो मिलने पर तार और मफलर से गला घोंटकर हत्या कर दी।
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