सिपाही ने कर दी ऐसी हरकत… दागदार हो गई खाकी, पुलिस ने किया गिरफ्तार तो सामने आई करतूत
न्यू आगरा पुलिस ने पोइया घाट से सिपाही और उसके साथियों को गिरफ्तार कर युवक को बचाया। आरोपियों ने एसओजी टीम बताकर युवक का अपहरण किया और परिजनों से 20 लाख की फिरौती मांगी। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। सिपाही मोनू तालान पहले भी निलंबित रह चुका है और उस पर कई मामले दर्ज हैं।

जागरण संवाददाता, आगरा। कमिश्नरेट के सिपाही ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर एसओजी टीम बताकर युवक का अपहरण कर लिए। स्वजन को फोन करके बीस लाख रुपये फिरौती मांगी गई। रकम न देने पर आनलाइन गेमिंग के आरोप में युवक को जेल भेजने की धमकी दी।
शिकायत के बाद सक्रिय हुए न्यू आगरा पुलिस ने मंगलवार रात पोइया घाट के पास से आरोपित सिपाही व उसके दो साथियों को दबोच लिया। साथ ही युवक को सकुशल उनके चंगुल से मुक्त करा लिया। तीनों आरोपितों को बुधवार को जेल भेजा गया है।
यह है पूरा मामला
बाह के रामपुर चंद्रसैनी निवासी हर्षवर्धन सिंह दयालबाग क्षेत्र में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। वह यूएसडीटी में ट्रेडिंग भी करते हैं। 22 सितंबर की रात 10:30 बजे हर्षवर्धन सिंह का कार सवार तीन युवकों ने खुद को एसओजी टीम का बताते हुए कारगिल तिराहे के पास से अपहरण कर लिया।
युवक के भाई कुशल सिंह को रात 2:30 बजे फोन करके हर्षवर्धन पर आनलाइन गेम खेलने का आरोप लगाते हुए 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी। रकम न देने पर आरोपित को जेल भेजने की धमकी दी गई। बातचीत में पांच लाख और फिर तीन लाख रुपये देने पर युवक को छोड़ने की बात तय हो गई।
कुशल सिंह की तहरीर पर न्यू आगरा पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर युवक की तलाश शुरू की। सर्विलांस टीम की मदद से आरोपितों की लोकेशन मंगलवार रात पोइया घाट पर मिली। पुलिस टीम ने घेराबंदी करके मंगलवार रात अपहरण का सरगना सैंया थाने में तैनात सिपाही मोनू तालान के अलावा उसके साथी अलीगढ़ निवासी राहुल व राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया।
साथ ही हर्षवर्धन को सकुशल मुक्त करा लिया। बुधवार को तीनों आरोपितों को न्यायालय से जेल भेज दिया गया। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि सूचना मिलने ही न्यू आगरा पुलिस टीम ने अपहरण के मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपित सिपाही सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। सिपाही को निलंबित करने के साथ ही उसके खिलाफ विभाग जांच की जा रही है। अपहरण के मुकदमे में फिरौती सहित अन्य धाराओं को बढ़ाया जाएगा।
कार में 48 घंटे तक घुमाते रहे आरोपित
हर्षवर्धन ने बताया कि आरोपितों ने खुद को पुलिस का सिपाही बताते हुए शहर के साथ ही आसपास के क्षेत्र में कार में बिठाकर उसे 48 घंटे तक घुमाया। इस बीच फोन करके लगातार भाई से फिरौती की रकम मांगी जाती रही। भाई से फिरौती के रुपये लेने के लिए आरोपित उसे कार से लेकर पोइया घाट पर आए थे। यहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
लाखों रुपये कमाने की सूचना पर किया था अपहरण
पुलिस के अनुसार सिपाही के पूर्व में परिचित आरोपित राहुल और राज कुमार भी दयालबाग क्षेत्र में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। हर्षवर्धन के एक दोस्त से आरोपितों की जान पहचान थी। उसने ही बताया था कि हर्षवर्धन यूएसडीटी ट्रेडिंग से लाखों रुपये कमा रहा है। इसकी जानकारी होने पर सिपाही मोनू तालान ने अपहरण की योजना बनाई।
पांच दिन पहले ही हुई थी तैनाती
न्यू आगरा पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपित सिपाही मोनू तालान पर पूर्व भी लोगों ने अवैध तरीके से रुपये वसूलने, धमकी देने के चार मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित पूर्व में भी निलंबित रह चुका है। पांच दिन पहले ही पुलिस लाइन से उसे सैंया थाने में तैनाती मिली थी।
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