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    आगरा में 8 साल बाद सर्किल रेट में बदलाव: नहीं अलग हुई औद्योगिक क्षेत्र की सूची, बुढ़ाना में 100 रुपये बढ़ा

    Updated: Tue, 19 Aug 2025 08:26 AM (IST)

    आगरा में आठ साल बाद नया सर्किल रेट लागू हो गया है। पहले दिन 626 बैनामों से 4.23 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। औद्योगिक क्षेत्रों की अलग सूची अभी जारी नहीं हुई है लेकिन दरें 40% तक बढ़ाई गई हैं। बुढ़ाना और एत्मादपुर मदरा में भूमि अधिग्रहण के कारण दरों में वृद्धि हुई है। स्टाम्प चोरी रोकने के लिए औद्योगिक क्षेत्र की अलग सूची की मांग की गई है।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। सरकारी और निजी औद्योगिक क्षेत्रों की अलग सर्किल रेट की सूची के लिए इंतजार करना पड़ेगा। जिला प्रशासन ने औद्योगिक क्षेत्रों की विशेष सूची तैयार नहीं की है। अधिकांश क्षेत्रों में 40 प्रतिशत तक सर्किल रेट में बढ़ोतरी की गई है। सभी दरें सोमवार सुबह 10 बजे से लागू हो गई हैं।

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    बुढ़ाना और एत्मादपुर मदरा सहित अन्य ऐसे गांव जहां पर सरकारी योजना के लिए भूमि खरीद/ अधिग्रहण किया जा रहा है। ऐसे गांवों में 100 रुपये प्रति वर्ग मीटर की बढ़ोतरी की गई है। पहले दिन 10 उप निबंधक कार्यालयों में शाम साढ़े पांच बजे तक 626 बैनामे हुए। इससे निबंधन विभाग को 4.23 करोड़ रुपये का राजस्व मिला।

    आठ साल के बाद सोमवार को लागू हुआ नया सर्किल रेट

    जिले में एक अगस्त 2017 को नया सर्किल रेट लागू हुआ था। आठ साल में सात बार प्रस्ताव बने। मगर, नया रेट लागू नहीं हो सका। डेढ़ माह पूर्व डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी के आदेश पर सर्वे शुरू हुआ। छह तहसीलदारों और 10 उप निबंधकों ने रिपोर्ट दी। तीन जुलाई तक दावे एवं आपत्तियां मांगी गई थीं। 100 से अधिक आपत्तियां आईं। इसमें दो दर्जन आपत्तियां अलग से औद्योगिक क्षेत्र का सर्किल रेट लागू करने को लेकर थीं।

    पहले दिन 626 बैनामों से मिला 4.23 करोड़ रुपये का राजस्व

    शिकायतकर्ता जय कुमार ने कहा कि सरकारी और निजी औद्योगिक क्षेत्र की सूची अलग होने से निबंधन विभाग के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। क्योंकि औद्योगिक क्षेत्र में अधिकांश बैनामा आवासीय में किए जाते हैं। शिकायतकर्ता किशन लाल ने बताया कि स्टांप चोरी की सबसे अधिक आशंका रहती है। हर सप्ताह दो से तीन शिकायतें प्रशासनिक और निबंधन विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचती हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व शुभांगी शुक्ला का कहना है कि सोमवार को अलग से सूची जारी नहीं हुई। औद्योगिक क्षेत्र में 40 प्रतिशत तक रेट में बढ़ोतरी की गई है।

    उधर, तहसील सदर में पांच सहित जिले में 10 उप निबंधक कार्यालय हैं। सुबह साढ़े नौ बजे बड़ी संख्या में लोग बैनामा कराने के लिए पहुंच गए। दिनभर में तीन बार सर्वर की गति धीमी हुई।

    सहायक महानिरीक्षक निबंधन योगेश कुमार ने बताया कि कृषि क्षेत्र में 30 प्रतिशत तक सर्किल रेट बढ़ाया गया है। फलदार और छायादार पेड़ भी शामिल हैं। पहले दिन 626 बैनामे हुए। इससे 4.23 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। वहीं बुढ़ाना और एत्मादपुर मदरा गांव में 100 रुपये प्रति वर्ग मीटर की बढ़ोतरी की गई है। अब नया रेट 3600 रुपये प्रति वर्ग मीटर हो गया है।

    नए सर्किल रेट के हिसाब से पेड़ों की कीमत (प्रति वर्ग मीटर में) :

    फलदार व छायादार पेड़, 10 वर्ष से कम आयु, 10 वर्ष से अधिक आयु

    • आम, 12 हजार रुपये, 17 हजार रुपये
    • जामुन, सात हजार रुपये, 12 हजार रुपये
    • अमरुद, छह हजार रुपये, आठ हजार रुपये
    • बेर व अन्य, चार हजार रुपये, पांच हजार रुपये
    • शीशम, 15 हजार रुपये, 25 हजार रुपये
    • नीम, आठ हजार रुपये, 10 हजार रुपये
    • पीपल, सात हजार रुपये, आठ हजार रुपये
    • गूलर व अन्य, छह हजार रुपये, आठ हजार रुपये

    जिले में आठ साल के बाद सोमवार को नया सर्किल रेट लागू हो गया है। शहरी क्षेत्र में 40 प्रतिशत के आसपास बढ़ोतरी की गई है। अरविंद मल्लप्पा बंगारी, डीएम