जामा मस्जिद पर तिरंगा लेकर पहुंचे अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता, आगरा पुलिस की सूझबूझ से टला टकराव
आगरा में अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं द्वारा जामा मस्जिद के इमाम को तिरंगा देने जाने से तनाव फैल गया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर तिरंगा अपने कब्जे में ले लिया। हिंदुस्तान बिरादरी ने इसे शहर की शांत फिजां को बिगाड़ने की साजिश बताया है। पुलिस ने दोनों समुदायों को समझाकर संभावित टकराव को टाल दिया।

जागरण संवाददाता, आगरा। अखिल भारत हिंदू महासभा धर्मस्थलों पर तिरंगा लगाने व राष्ट्रगान के लिए बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के आह्वान पर अभियान चला रही है। महासभा के कार्यकर्ता सोमवार को जामा मस्जिद के इमाम को तिरंगा देने पहुंचे, लेकिन मुस्लिम समाज में धार्मिक ध्वज की बात फैल गई।
संभावित टकराव की संभावना को देखते हुए पुलिस ने स्थिति संभाली। पुलिस ने तिरंगा व संदेश पत्र ले लिया। हिंदुस्तान बिरादरी ने इसे शहर की शांत फिजां को बिगाड़ने की साजिश करार दिया है।
अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं से पुलिस ने लिया तिरंगा
अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ता सोमवार दोपहर 12 बजे जामा मस्जिद के इमाम को तिरंगा देने पहुंचे थे। उन्हें मस्जिद का गेट बंद मिला और पुलिस तैनात थी। पुलिस ने तिरंगा व संदेश पत्र लेते हुए मस्जिद कमेटी तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। मीरा राठौर ने कहा कि जामा मस्जिद के इमाम व कमेटी द्वारा गेट बंद कर तिरंगा नहीं लिया जाना, तिरंगे का अपमान है। अगर उन्हें तिरंगे से इतनी ही दिक्कत है तो उन्हें देश में रहने का अधिकार नहीं है। ब्रजेश भदौरिया, निशा ठाकुर, नितेश भारद्वाज, नंदू, बाबू आदि मौजूद रहे।
हिंदुस्तान बिरादरी ने शहर की शांत फिजां को बिगाड़ने की साजिश बताया
उधर, हिंदुस्तान बिरादरी के अध्यक्ष डॉ. सिराज कुरैशी ने कहा कि धार्मिक झंडा लगाने की सूचना मिलने से मुस्लिम युवक मस्जिद पहुंचने लगे थे। स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी, लेकिन मंटोला पुलिस ने दोनों समुदायों को समझाकर संभावित टकराव को टाल दिया।
विशाल शर्मा, विजय उपाध्याय, जियाउद्दीन, इस्लामिया लोकल एजेंसी के उपाध्यक्ष मो. शरीफ कुरैशी ने कहा कि शहर की फिजां को किसी को बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा।
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