'सवाल बुर्के का नहीं, पहचान छिपाने का है', राज्य महिला आयोग अध्यक्ष बोलीं- जहां जरूरत, वहां क्यों नहीं दिखातीं चेहरा
बिहार में नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान हिजाब हटाने के विवाद पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने कहा कि मुद्दा ब ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, आगरा। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपते समय महिला का हिजाब हटाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा. बबीता सिंह चौहान ने मंगलवार को जनसुनवाई के दौरान बयान दिया। उन्होंने कहा कि बुर्के का सवाल नहीं है, सवाल ये है कि आप अपनी पहचान क्यों छिपाए हुए हो, जहां पर जरूरत है वहां पर भी आप चेहरा नहीं खोलते हो।
यहां पर मैं सुनवाई कर रही हूं, सुनवाई करने के दाैरान भी बुर्का डालकर आ रहे तो क्या मतलब है सुनवाई करने का। मंगलवार को राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने सर्किट हाउस में जनसुनवाई के दौरान मीडिया से रूबरू होने के दौरान कहा। उनका वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है।
जन सुनवाई में पहुंचीं महिलाएं
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान द्वारा दोपहर 12:30 से सर्किट हाउस में जन सुनवाई का कार्यक्रम था। जिसमें कई महिलाएं भी बुर्का पहनकर आई थी। इसी दौरान कुछ मीडियाकर्मियों ने बुर्के को लेकर उनसे सवाल किया। महिला आयोग की अध्यक्ष ने बुर्के को लेकर सोमवार को बागपत में हुई जन सुनवाई का भी जिक्र किया। वहां एक अस्पताल में बैठी थीं, उन्होंने बुर्कानशीन महिलाओं से अस्पताल की सुविधाओं के बारे में जानने का प्रयास किया।
महिलाओं ने कोई जवाब नहीं दिया। महिलाओं से रूबरू होना चाहा तो उन्होंने बुर्का नहीं हटाया। अध्यक्ष ने कहा कि जब सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए जैसे पासपोर्ट बनवाने, आधार कार्ड समेत अन्य आइडी बनवाने के लिए नकाब हटाना पड़ता है। उन्होंने बुर्के पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम लोगों हम जैसे लोगों से पर्दा कर रहे हैं तो हमसे क्या छिपा रहे हैं। कहीं न कहीं मन में कुछ तो गलत है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने 42 पीडिताओं की शिकायतें सुनीं। इसमें घरेलू हिंसा एवं दुष्कर्म के मामलों में संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के आदेश दिए।अधिकांश मामले घरेलू हिंसा और मारपीअ से संबंधित थे। सुनवाई के दौरान पुलिस, स्वास्थ्य, महिला कल्याण विभाग, विधिक एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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