Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    AirPort in Agra: दोबारा होगा आगरा एयरपोर्ट का टेंडर, आगरा हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में हुआ निर्णय

    By Tanu GuptaEdited By:
    Updated: Wed, 23 Jun 2021 01:33 PM (IST)

    AirPort in Agra सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया व उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हुआ इस प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा पेचीदगी की स्थिति केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट थी।

    Hero Image
    एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया व उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों के साथ सांसद एसपी सिंह बघेल।

    आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में एयरपोर्ट हवाई पर सिविल एनक्लेव को धनौली, अभयपुरा और बल्हेरा गांवों की जमीन पर शिफ्ट करने का लटका चला आ रहा प्रकरण शीघ्र निस्तारित होगा। प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देने के लिए ढाई साल पहले टाटा ग्रुप का दिए गये 325 करोड़ के टेंडर की समय अवधि पूरा होने के बाद अब दोबारा टेंडर होगा। आगरा हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल की अध्यक्षता में हुई बैठक में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया व उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हुआ इस प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा पेचीदगी की स्थिति केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट थी। सीपीसीबी ने पर्यावरण मंत्रालय के माध्यम से नागरिक उड्डयन विभाग को रिपोर्ट उपलब्ध करा दी है, जिससे सुप्रीम कोर्ट के समक्ष भी प्रस्तुत किया जा चुका है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या कहा गया है रिपोर्ट में

    अधिकारियों ने बताया कि सीपीसीबी की रिपोर्ट में एनवायरमेंट इम्पैक्ट असिस्मेंट का अध्ययन किया गया है। आईआईटी कानपुर से इस पर विशेषज्ञ और अन्तरिम सूचनाओं को आधार बनाकर जानकारी ली गयी है। इस तकनीकी रिपोर्ट में कोई ऐसी अपात्ति या मुद्दा नहीं है, जो सिविल एनक्लेव का काम शुरू होने में व्यवधान डालता हो। रिपोर्ट में निर्देशित किया गया है कि सिविल एनक्लेव बनाते समय कवर्ड एरिया सम्बन्धी नियमों की व्यवस्था करनी होगी। धूल नियंत्रित्रत करने के उपाय करने होंगे। निर्माण सामग्री में दो प्रतिशत नमी भी सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है। शीघ्र एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से इस बाबत कोर्ट में जवाब भी दाखिल किया जाएगा। उम्मीद है कि ऐसा होने पर इस प्रोजेक्ट को सहजता से स्वीकृति मिल जायेगी। इस पर सांसद ने कहा कि वह भी इस मामले में पैरवी करेंगे।

    यह शिफ्टिंग प्रोजेक्ट है, नया निर्माण नहीं

    सलाहकार समिति के सदस्य राकेश चौहान, हितेश लवानिया, प्रमोद चौहान व गौरव शर्मा ने बताया कि सिविल एनक्लेव भारतीय वायुसेना परिसर से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जा रहा है। इसे नया निर्माण न दर्शाया जाए। ताज ट्रिपेजयिम जोन के अन्तर्गत जो सुविधाएं व राहतें शिफ्टिंग के प्रोजेक्ट्स को दी जाती रहीं हैं, वे सिविल एनक्लेव को भी घोषित की जाएं। इसी के साथ उन्होंने प्रदेश सरकार से अपेक्षा की कि बल्हेरा, अभयपुरा,धनौली के किसानों की प्रोजेक्ट के लिए अवशेष चिन्हित भूमि को मुआवजे के साथ अधिग्रहीत किया जाए। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिए 55 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। केवल 2 एकड़ जमीन को लेकर विवाद की स्थिति है। किसानों का तर्क है कि उनकी पूरी जमीन ही अधिग्रहण की जाए, जमीन का एक या दो हिस्सा नहीं। किसानों की यह मांग न्याय उचित है। निर्णय हुआ कि इस बाबत किसानों से बातचीत की जाए ताकि इस मामले का निस्तारण हो। जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में भोपाल, अहमदाबाद व मुंबई के उड़ान इंडिगो के प्रबंधक प्रवीण कुमार ने बताया कि जुलाई माह के दूसरे सप्ताह में भोपाल अहमदाबाद से मुंबई के लिए भी उड़ान शुरू होंगी। फिलहाल बेंगलुरु के लिए सप्ताह में 4 दिन हवाई सेवा संचालित है। अच्छी बात यह है कि आगरा से बेंगलुरु के लिए यात्रियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बैठक में एयरपोर्ट निदेशक ए ए अंसारी, एयरफोर्स प्रतिनिधि सुरेंद्र कुमार खुनेजा, पुलिस अधीक्षक पश्चिमी सत्यजीत गुप्ता, अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल हिमांशु गौतम, अपर नगर आयुक्त अधिकारी उपस्थित थे।