300 करोड़ की ठगी करने वाले 3 गैंग के 34 सदस्य गिरफ्तार, आगरा का था गिरोह का सरगना
साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस ने तीन गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 34 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। ये ठग लोगों को झांसा देकर ठगी करते थे ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, आगरा। साइबर अपराध पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 34 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। साइबर ठग लोगों को झांसा लेकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। वह दुबई में बैठे साइबर ठगों को बैंक खाते भी मुहैया कराते थे। पुलिस ने जिस गिरोह का पर्दाफाश किया है, उसका सरगना आगरा का निवासी है।
वह लंबे समय से दुबई में रहकर ठगी के नेटवर्क को देशभर में चला रहा है। गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर 600 शिकायतें दर्ज हैं। तीनों गिरोह अब तक 300 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं। पुलिस टीमें गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हैं।एडीसीपी सिटी आदित्य ने बताया कि पुलिस ने सर्विलांस और एसओजी व साइबर सेल के सहयोग से साइबर अपराध में संलिप्त 34 लोगों को गिरफ्तार किया है।
एनसीआरपी पोर्टल पर दर्ज थीं शिकायतें
इनके खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायतें दर्ज थीं। रविवार को तीन सदस्यों को होटल रीगल विस्टा के पास से गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। गिरोह के सदस्य डिजिटल अरेस्ट, वाट्सएप, टेलीग्राम पर लिंक भेजकर निवेश के नाम पर लोगों से ठगी करते थे।
नितिन गिरोह का सरगना है, जो दुबई में रहकर ठगी का नेटवर्क चला रहा है। उसने दुबई की नागरिकता भी हासिल कर ली है। नितिन ने बोगस कंपनियां बनाकर सौ करोड़ रुपये की ठगी की है। गिरफ्तार पवन कुमार निवासी जनसेवा केंद्र चलाकर फर्जी आधारकार्ड की व्यवस्था करता था। इन आधार कार्ड से फर्जी सिम निकलवाकर म्यूल खाते खुलवाए जाते थे।

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