आगरा में चुनाव से पहले खुराफातियों पर आर्थिक चोट, 10 लाख तक से होंगे पाबंद
बीट सिपाही से लेंगे थाना प्रभारियों को सूची पहचान एप की भी ली जाएगी मदद। एडीजी ने दिए निर्देश भौतिक सत्यापन के बाद ही खुराफातियों की बनाएं सूची। ऑपरेशन पहचान एप में बीते दस वर्ष में जेल भेजे गए अपराधियों का डाटा मौजूद है।

आगरा, जागरण संवाददाता। विधान सभा चुनाव की पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। चुनाव से पहले खुराफातियों को चिह्नित करने का काम शुरू हो गया है। इस बार दस हजार से लेकर दस लाख रुपये तक से खुराफातियों को पाबंद किया जाएगा। एडीजी राजीव कृष्ण ने इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है। उन्होंने कहा है कि बीट सिपाहियों और पहचान एप की मदद से सत्यापन करने के बाद ही सूची तैयार की जाए।
ऑपरेशन पहचान एप में बीते दस वर्ष में जेल भेजे गए अपराधियों का डाटा मौजूद है। उनकी वर्तमान स्थिति की भी जानकारी इसमें बीट सिपाहियों द्वारा भौतिक सत्यापन कर अपडेट की गई है। इस बार विधान सभा चुनाव की तैयारियां पुलिस ने अभी से शुरू कर दी हैं। ताकि जल्दबाजी में कोई गलती का मौका न रहे। जोन, रेंज और जिला स्तर पर चुनाव सेल को सक्रिय कर दिया गया है। चुनाव से पहले खुराफातियों को पाबंद किया जाएगा। पिछले चुनाव के दाैरान बवाल करने वाले खुराफातियों को सबसे पहले चिह्नित किया जाएगा। इस बार पाबंदी की रकम दस हजार से लेकर दस लाख तक रखी जाएगी। जिस स्तर का खुराफाती होगा, उस पर पाबंदी की रकम भी उसी हिसाब से रखी जाएगी। बीट सिपाही खुराफातियों की सूची तैयार करेंगे। इस सूची का अपने स्तर से थाना प्रभारी और सीओ सत्यापन करेंगे। अपरेशन पहचान एप की भी इसमें मदद ली जाएगी। एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि सतर्कता से खुराफातियों को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। इस काम में बीट सिपाहियों से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक की जिम्मेदारी तय की गई है।
स्कूलों का कराया जा रहा है सत्यापन
विधानसभा चुनाव के लिए आने वाले पैरा मिलिट्री फोर्स को स्कूलों में ठहराने की व्यवस्था कराई जाती है। इसलिए अभी से इन स्कूलों की व्यवस्था अधिकारी देख रहे हैं। थाना प्रभारियों के साथ-साथ एसएसपी सुधीर कुमार खुद स्कूलों का निरीक्षरण कर वहां की व्यवस्थाएं देख रहे हैं।
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