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    CTET Paper Leaked Case: आगरा के पुलिस के रडार पर सीटेट पेपर लीक मामले में कानपुर के 12 कालेज

    By Prateek GuptaEdited By:
    Updated: Thu, 18 Feb 2021 04:25 PM (IST)

    31 जनवरी को आगरा में 96 और कानपुर में 118 केंद्रों पर हुई थी सीटेट परीक्षा। वाट्सएप पर दो घंटे पहले आ गया था लीक पेपर। प्रयागराज के सरगना ने लीक किया था पेपर पुलिस भेज चुकी है गिरफ्तार। आगरा पुलिस ने कानपुर के 12 कालेजों में की पूछताछ।

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    सीटेट पेपर लीक प्रकरण में आगरा पुलिस कानपुर के कॉलेजों की जांच कर रही है।

    आगरा, जागरण संवाददाता। अागरा पुलिस के रडार पर केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) का पेपर लीक मामले में कानपुर के भी 12 कालेज हैं। आशंका है कि रैकेट ने कानपुर में भी कई अभ्यर्थियों को भी लीक पेपर उपलब्ध कराया था। इसके सुराग मिलने के बाद आगरा पुलिस की टीम ने कानपुर में भी डेरा डाल रखा है। पुलिस ने वहां 12 कालेजों में जाकर पूछताछ की, उनका रिकार्ड चेक किया।

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    अागरा समेत अन्य शहरों में 31 जनवरी को सीटेट परीक्षा आयोजित कराई गई थी। आगरा में यह परीक्षा 96 केंद्रों पर हुई थी। परीक्षा का पेपर 41 मिनट पहले लीक हाे गया था। मामले में पुलिस ने एपेक्स कैरियर क्लास कोचिंग के संचालक विकास शर्मा, कोचिंग के शिक्षक प्रभात और अभ्यर्थियों थान सिंह, कुलदीप और मोहित यादव को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। आरोपितों से पूछताछ में पता चला था कि पेपर पहले अभ्यर्थी मोहित यादव के वाट्सएप पर सुबह की पाली की परीक्षा शुरू होने से 41 मिनट पहले आया था।मोहित ने पुलिस को बताया कि रैकेट का सरगना विकास यादव है।

    उसी ने पेपर को लीक किया था। पेपर के नौ सेट भेजे गए थे। यह पेपर उसने अपने साथी अभ्यर्थी कुलदीप को दिया। कुलदीप ने लीक पेपर एपेक्स कैरियर क्लास कोचिंग के संचालक विकास शर्मा को दिया। इसके बाद विकास शर्मा ने यह पेपर शहर के कई वाट्सएप ग्रुप पर अपने खास लोगाें को भेजा था।पेपर उपलब्ध कराने के बदले में प्रत्येक अभ्यर्थी से 50 हजार रुपये वसूले गए थे। मामले में लोहामंडी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।

    छानबीन में जुटी पुलिस को लीक पेपर कानपुर में भी कई केंद्रों पर पहुंचने की जानकारी मिली है। कानपुर में यहा परीक्षा 118 केंद्रों में हुई थी। इसमें एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। लीक हुआ एक पेपर उन्नाव निवासी एक परीक्षार्थी के मोबाइल पर भी भेजा गया था। इस परीक्षार्थी ने खालसा इंटर कॉलेज के केंद्र में परीक्षा दी थी। गिरोह के तार केंद्रीय विद्यालय कैंट में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों से भी जुड़े पाए गए हैं। आगरा पुलिस ने सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर और गुरुनानक मॉडल स्कूल के प्रबंध तंत्र से पूछताछ कर रिकार्ड मांगे। आगरा पुलिस के पास शहर के दर्जन भर परीक्षा केंद्रों के नाम हैं, जिनमें परीक्षा देने वाले पांच परीक्षार्थियों पर खास नजर है। रिकार्ड से पुलिस इन परीक्षार्थियों के निवास स्थान की जानकारी हासिल कर रही है। खालसा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हेमराज सिंह गौर ने आगरा पुलिस द्वारा पूछताछ की पुष्टि की है। सीओ लोहामंडी रितेश कुमार ने बताया कि पेपर लीक की जांच के लिए कई टीम लगाई गई हैंं।

    डीएलएड संयुक्त प्रशिक्षु मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष था सरगना

    पुलिस को छानबीन में पता चला था कि विकास रैकेट का सरगना विकास यादव है। वह डीएलएड संयुक्त प्रशिक्षु मोर्चो का प्रदेश अध्यक्ष था। विकास यादव निवासी बालापुर सराय नाहर राय जग्यारा प्रतापगढ़ और उसके साथी अमर साहनी निवासी सत्य नारायण साहनी थाना सुरयावा भदोही को पुलिस ने तीन फरवरी को गिरफ्तार किया था।