संशोधित---मासूम बेटी को सौतेली मां ने किया जिंदा दफन
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जागरण संवाददाता, आगरा: मासूमियत उसके चेहरे से झलकती थी। देखकर प्यार उमड़ने लगता था। परंतु सौतेली मां। उसके दिल पर सांप लोटते थे। वह नाजुक सी बालिका से घर का काम कराती। इसके बाद भी कलेजा ठंडा न होता, आखिर सेंट फ्रांसिस में पढ़ने वाली मासूम बेटी के दोनों हाथ और मुंह बांध उसे घर के सामने गड्ढा खोद जिंदा दफन कर दिया। यह सब करने में उसके न तो कांपे, न बाद में पश्चाताप हुआ। मासूम की तलाश में तीन दिन से परिजन जुटे हुए थे। मामले का खुलासा हुआ तो उनके होश उड़ गए। हत्यारोपी मां की निशानदेही पर पुलिस ने शव बरामद कर लिया है। वहीं मासूम की नृशंस हत्या से भड़के लोगों ने उसके पिता को भी जिम्मेदार ठहराते हुए धुनाई कर दी। पिता को भी गिरफ्तार करने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। ऐसे लोगों को पुलिस ने लाठियां फटकार कर भगाया। सिकंदरा के पश्चिमपुरी स्थित काली मंदिर के पुजारी बुद्ध विलास तिवारी परिसर में ही रहते हैं। कॉन्वेंट स्कूल में नर्सरी की छात्रा लगभग साढ़े पांच वर्षीय बेटी सुभिक्षा रविवार दोपहर गायब हो गई थी। बेटी के अपहरण की आशंका जताते परिजन उसकी तलाश में जुटे थे। सौतेली मां अर्चना को इसके बाद भी चिंता नहीं थी। उसके क्रियाकलापों से पिता बुद्ध विलास तिवारी और उनके भतीजों देवेंद्र तथा विकास को शक हो गया। क्योंकि पिता बुद्ध विलास जब भी बेटी के बारे में जानकारी को रिश्तेदारों का फोन आने पर रोते तो अर्चना फोन छीनकर जमीन पर पटक देती। उसके चेहरे पर कोई शिकन भी नहीं थी। उसका जिक्र आते ही उल्टे वह चिढ़ती और असहज होकर कमरे से बाहर निकल जाती।
बुधवार दोपहर बुद्ध विलास और उनके भतीजों देवेंद्र तथा विकास ने सौतेली मां अर्चना से पूछताछ की, करीब एक घंटे बाद अर्चना ने अपना गुनाह कुबूल किया। उसने सौतेली बेटी के मुंह में कपड़ा ठूंस दोनों हाथ बांध कर घर के सामने गड्ढे में दबाने की बताई, तो परिजनों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। उन्होंने पुलिस को बताया तो खुदाई हुई, जिसमें तीन दिन पुराना मासूम का शव दबा मिला।
घटना की जानकारी होने पर कॉलोनी और आसपास के लोगों की जुटी भीड़ में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। वह पिता बुद्ध विलास को भी छात्रा की मौत का जिम्मेदार ठहराने लगे। पिता और परिवार के अन्य लोगों के साथ मारपीट कर दी। हंगामा करती भीड़ को पुलिस ने लाठियां फटकार कर खदेड़ा। सीओ हरीपर्वत अशोक कुमार सिंह के मुताबिक सौतेली मां अर्चना को गिरफ्तार कर लिया है, उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
पांच माह की उम्र में हो गई थी मां की मौत
चित्रकूट के थाना कर्बी के रहने वाले बुद्ध विलास ने पहली शादी गौरा से वर्ष 2006 में की थी। गौरा की वर्ष 2008 में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, उस समय सुभिक्षा साढ़े पांच माह की थी। बेटी की देखरेख को बुद्ध विलास ने वर्ष 2012 में बांदा के थाना नरेनी निवासी अर्चना से दूसरी शादी की थी। अर्चना ने तेरह माह पूर्व बेटे को जन्म दिया, इसके बाद भी पिता नेहा को ज्यादा प्यार करते थे। इससे अर्चना सौतेली बेटी को बेटे की राह का रोड़ा मानने लगी थी।

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