गणपति विसर्जित करने पहुंचे श्रद्धालुओं पर मधुमक्खियों का हमला, दौड़ा-दौड़ाकर काटा
महाराजपुर के नागापुर घाट पर गणपति विसर्जन के दौरान डीजे की तेज आवाज से मधुमक्खियां भड़क गईं और श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया जिससे भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने के लिए गंगा में कूद गए या ट्रैक्टरों के नीचे छिप गए। इस घटना में दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए।

संवाद सहयोगी, महाराजपुर । महाराजपुर के नागापुर घाट में रविवार को गणपति विसर्जन के दौरान गंगा किनारे नीम के पेड़ पर छत्ता लगाए मधुमक्खियां डीजे की तीव्र ध्वनि से भड़क उठीं। देखते ही देखते वो श्रद्धालुओं पर हमलावर हो गईं। वहां अफरातफरी मच गई। कोई जान बचाने को गंगा में कूदा तो कुछ लोग ट्रैक्टर-ट्राली व अन्य वाहनों के नीचे छिपे।
बहुत से लोगों ने ग्रामीणों के घरों में घुसकर अपने को सुरक्षित किया। साथ में मौजूद सुनहला चौकी के दारोगा व सिपाही भी नहीं बच पाए।पुलिसकर्मियों ने भागकर जान बचाई। लगभग एक घंटे तक मधुमक्खियां वहां मंडराती रहीं। बाद में किसी तरह प्रतिमा विसर्जित कर लोग अपने घरों को गए। दो दर्जन से ज्यादा लोग मधुमक्खियों के हमले से घायल हुए हैं।
गणपति की विसर्जित करने नागापुर स्नान घाट पहुंचे थे श्रद्धालु
महाराजपुर के महुआ गांव से रविवार दोपहर बाद ट्रैक्टर-ट्रालियों व अन्य गाड़ियों से श्रद्धालु गणपति की प्रतिमा विसर्जित करने नागापुर स्नान घाट पहुंचे थे। डीजे में तेज आवाज पर बज रहे गानों व बैंड-बाजे की धुन पर लोग नाचते-गाते गंगा किनारे पहुंचे ही थे कि तभी अचानक बगल में स्थित नीम के पेड़ पर मौजूद मक्खियां हमलावर हो गईं। लोगों के ऊपर हमला बोल दिया और दौड़ा-दौड़ाकर काटा। लोग बचने को गांव की तरफ भागे। घरों में पहुंचकर अपने को सुरक्षित किया।
कुछ ने बचने को अपना गमछा ओढ़ लिया। किसी ने चादर तान लिया तो कोई आग जलाए धुआं करते दिखा। लगभग एक घंटे तक खौफ में लोग रहे। सुनहला चौकी के सिपाही दिनेश कुमार व दारोगा को भी मधुमक्खियों ने काटा। दोनों ने भागकर जान बचाई। ग्रामीणों में देवा, छोटकऊ , अमित, अनिल, राकेश व बैंड बजा रहे सुनील, सुजीत, अनिल समेत दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए।
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