कलयुगी बेटा! पिता की हत्या के लिए दी पांच लाख की सुपारी; बीर सिंह हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा
रेवाड़ी के गांव ठोठवास में बीर सिंह की हत्या का खुलासा हुआ। बेटे रवि ने पांच लाख रुपये की सुपारी देकर कृष्ण नामक व्यक्ति से पिता की हत्या करवाई थी। ज़मीन बेचने से मिले पैसों के विवाद में रवि ने यह कदम उठाया। कृष्ण ने बिजली ठीक करने के बहाने बीर सिंह की हत्या कर दी। पुलिस ने कृष्ण को गिरफ्तार कर लिया है और रवि की तलाश जारी है।

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी। गांव ठोठवास में हुए बीर सिंह हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपित कृष्ण को गिरफ्तार कर लिया है। कृष्ण को बीर सिंह के बेटे ने ही पांच लाख रुपये की सुपारी का लालच देकर हत्या के लिए तैयार किया था।
इसके बाद प्लान के तहत जब बीर सिंह अपने ट्यूबवेल पर पहुंचे तो बिजली लाइन ठीक करने के बहाने आरोपित कृष्ण पहुंच गया। इसके बाद चाकू से गोदकर बीर सिंह की हत्या कर दी। आरोपित कृष्ण को न्यायालय में पेश करने के बाद दो दिन के रिमांड पर लिया गया है। वहीं आरोपित रवि की तलाश की जा रही है।
दरअसल, 62 वर्षीय बीर सिंह ने करीब पांच एकड़ जमीन एक प्राइवेट कंपनी को बेच दी थी। इसकी एवेज में उसे 50 लाख रुपये भी मिल चुके थे। हालांकि जमीन पर अभी बीर सिंह के परिवार का ही कब्जा है। इस बात से उसका बेटा रवि खफा था। उसके पिता के साथ विवाद भी हुआ था।
इसी विवाद के चलते उसने गांव पुंसिका के रहने वाले कृष्ण को अपने पिता की हत्या करने के लिए तैयार किया। रवि ने कृष्ण को पांच लाख रुपये देने की बात कही थी। हालांकि पैसे कृष्ण को मिले नहीं थे। रोजाना की तरह मंगलवार को बीर सिंह बाइक लेकर ताश खेलने के लिए गया था।
इसके बाद वह ट्यूबवेल पर चला गया। जहां बिजली की लाइन में फाल्ट होने पर उसने कृष्ण को बुलाया। चूंकि कृष्ण पहले से ही उनके घर और ट्यूबवेल पर बिजली से संबंधित काम करने अक्सर आता रहता था। ऐसे में बीर सिंह को उसके इरादों का पता नहीं चल पाया।
बिजली का फाल्ट ठीक करते समय जैसे ही बीर सिंह ने पीछे की तरफ मुड़ा तो आरोपित कृष्ण ने उस पर चाकू से वार करना शुरू कर दिया। उसने गर्दन पर चार-पांच वार किए। जान बचाने के लिए बीर सिंह ने कृष्ण के हाथों को भी अपने दांतों से काट लिया। लेकिन आरोपित ने उसे छोड़ा नहीं।
ऐसे हुआ खुलासा
बीर सिंह का शव बृहस्पतिवार को खेत में मिलने के बाद रामपुरा थाना पुलिस जब जांच के लिए पहुंची तो बेटे रवि ने एक नई कहानी गढ़नी शुरू कर दी। रवि ने कहा कि उनके खेत के आसपास ऐसे कई गोवंशी है, जो काफी बार हिंसक होकर लोगों पर हमला कर चुके हैं। ऐसे में संभवता गोवंशी के हमले में ही उनके पिता की मौत हुई है।
वरना उनके परिवार की तो किसी से कोई दुश्मनी भी नहीं है। मगर प्रथम दृष्टियां ही बीर सिंह की गर्दन पर तेजधार हथियार के निशान मिलने पर रवि द्वारा गढ़ी गई कहानी पुलिस के गले नहीं उतरी। पुलिस ने जब जांच आगे बढ़ाई तो पूरे राज से पर्दा उठ गया और रवि व कृष्ण द्वारा रची गई हत्या की कहानी का पता चला।
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