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    'ऑपरेशन सिंदूर के दौरान BSF ने किया एरियर थ्रेड्स का सामना', DG सतीश एस. खंडारे ने किये कई खुलासे  

    By Sher Singh Edited By: Suprabha Saxena
    Updated: Sat, 11 Oct 2025 08:02 PM (IST)

    बीएसएफ के डीजी सतीश खंडारे ने ऊधमपुर में बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित दीक्षांत समारोह में बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को बड़ी मात्रा में एरियर थ्रेड्स का सामना करना पड़ा। इस चुनौती के बावजूद, बीएसएफ के जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए किसी भी अप्रिय घटना को होने से रोका और अभियान को जारी रखा।

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    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बीएसएफ ने किया चुनौतियों का सामना

    जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। ऊधमपुर में बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य मेहमान महानिदेशक (पश्चिमी कमांड), चंडीगढ़ सीमा सुरक्षा बल सतीश एस. खंडारे ने मीडिया कर्मियों के साथ बात करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा सुरक्षा बल ने कई चुनौतियों का सामना किया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश की सेना और बीएसएफ ने पाकिस्तान के साथ कड़ा मुकाबला किया और बुरी तरह से मात भी दी।

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    ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीमा पर डॉमिनेशन मेंटेनेंस कड़ा करके रखा हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमें काफी बड़ी मात्रा में एरियल थ्रेड्स दिखाई दिए और इसको काउंटर करने की काेशिश बीएसएफ में की जा रही है। इनको काउंटर करने का प्रशिक्षण भी बीएसएफ के नव आरक्षकों को दिया जा रहा है।

    उन्होंने कहा कि 44 सप्ताह के प्रशिक्षण के दौरान ही बीएसएफ नव आरक्षकों को ड्रोन तकनीक का विशेष तौर पर प्रशिक्षण दे रही है। इन जवानों को सीसीटीवी कैमरा चलाने, ड्रोन चलाना, कंट्रोल सेंटर में काम करने, ड्रोन डिटेक्शन की तकनीक का प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नई तकनीक ड्रोन के जरिए होने वाली गतिविधियों से बीएसएफ सतर्कता के साथ निपट रही है।

    पड़ोसी मुल्क ड्रोन के जरिए हथियार, नशीली वस्तुओं की स्मगलिंग कर रहा है। इन चुनौतियों से कैसे निपटना है कैसे सामना करना है इन सभी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन 621 नव आरक्षकों को भी इसका पूरा प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में भी कई बैच का प्रशिक्षण चल रहा है। इन प्रशिक्षण के दौरान ही आम इंसान को प्रशिक्षण प्रहरी बना कर तैयार किया जा रहा है। ड्यूटी करते समय जो अलग अगल एसओपी के बारे में बताया जा रहा है। देश की सीमाओं पर सामने आने वाली चुनौतियाें के बारे में अवगत किया जा रहा है।