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    एशिया के सबसे बड़े बाजार के हालात हुए विस्फोटक, त्योहारी सीजन में अव्यवस्था और भगदड़ का माहौल

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 10:58 AM (IST)

    एशिया के सबसे बड़े बाजार में त्योहारी सीजन के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था की कमी के कारण स्थिति विस्फोटक हो गई है। रेहड़ी-पटरी वालों के अतिक्रमण से लोगों का रास्ता अवरुद्ध हो रहा है, जिससे भगदड़ का माहौल बन गया है। स्थानीय पुलिस बल को बढ़ाने और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की तत्काल आवश्यकता है ताकि व्यवस्था बनी रहे।

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    सुरक्षा भगवान भरोसे...दीपावली सहित अन्य त्योहारों के मद्देनजर शॉपिंग करने वाले लोगों की भीड़ का नजारा। ध्रुव कुमार

    शशि ठाकुर, नई दिल्ली। एशिया के सबसे बड़े थोक बाजारों में से एक सदर बाजार में दीवाली की खरीदारी ने अव्यवस्था और भगदड़ का माहौल पैदा कर दिया है। त्योहार नजदीक आते ही उमड़ते खरीदारों के साथ ही हजारों रेहड़ी-पटरी वालों के अतिक्रमण और लचर यातायात व्यवस्था के कारण बाजार में हालात विस्फोटक होने लगे हैं। शनिवार को सप्ताहांत होने के कारण रिकार्ड पांच लाख से अधिक खरीदार सदर बाजार पहुंचे। इस दौरान खरीदारी के लिए पहुंचे लोग धक्का- मुक्की करते नजर आए।

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    हर कदम पर जाम, हर मोड़ पर खतरा

    बाजार के फुटपाथों, सड़कों और यहां तक कि सेंट्रल वर्ज पर भी रेहड़ी-पटरी वालों ने अवैध दुकानें सजाकर रास्ता पूरी तरह से बंद कर दिया है। नतीजतन, खरीदारी करने आए लोगों को ''सूई की नोक'' जितने संकरे रास्ते से गुजरना पड़ रहा है।

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    हालात इतने बदतर हैं कि लोग सिर पर सामान के बैग रखकर बाजार से बाहर निकलने के लिए घंटों जद्दोजहद करते दिखे। बाजार की हर गली - सदर थाना चौक, खारी बावली, कुतुब रोड चौक, तेलीवाड़ा सिघाड़ा चौक, और मेन सदर बाजार - में यातायात लगभग ठप है। अवैध पार्किंग और ई-रिक्शा की बेलगाम संख्या ने यातायात को पूरी तरह से निगल लिया है।

    लोगों का एक-दूसरे पर चढ़ना, दुकानदारों का धक्का देना

    बाजार में स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि भीड़ में लोग एक-दूसरे पर चढ़ने को तैयार हैं। धक्का-मुक्की और अफरा-तफरी का आलम यह है कि लोग खुद को बचाने के लिए पटरी पर सजी दुकानों पर चढ़ते दिखे, वहीं दूसरी ओर दुकानदार अपने सामान की हिफाजत के लिए लोगों को जोर-जबरदस्ती धक्का देकर हटा रहे थे। यह मंजर किसी भगदड़ से कम नहीं था, जहां हर कोई सिर्फ अपनी जान और सामान बचाने की कोशिश में लगा है।

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    सदर बाजार कुतुब रोड की मुख्य सड़क पर रेहड़ी पटरी वालों के अतिक्रमण का नजारा। ध्रुव कुमार

    भीड़ का फायदा उठा रहे अपराधी

    जाम और बेलगाम भीड़ का फायदा उठाकर अपराधी खुलेआम वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। मोबाइल, पर्स और गहने चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। इससे भी ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बदसलूकी की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। बाजार में सुरक्षा व्यवस्था नदारद होने से महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं।

    पिछले साल की भगदड़ से भी नहीं लिया सबक

    स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहते हैं कि एमसीडी व दिल्ली पुलिस की लापरवाही के कारण सदर बाजार में कभी भी भगदड़ मच सकती है। पिछले वर्ष भी दीपावाली के मौके पर सदर बाजार में भगदड़ मच गई थी, जिसमें कई बच्चे और महिलाएं दब गए थे और घायल हुए थे। उस भयावह घटना के बावजूद, दिल्ली पुलिस द्वारा इस वर्ष भी सुरक्षा का कोई माकूल इंतजाम नहीं किया गया है।

    सुरक्षा व्यवस्था नदारद, बड़े हादसे का इंतजार

    भारी भीड़ के पूर्वानुमान के बावजूद एमसीडी व दिल्ली पुलिस ने न तो अतिक्रमण हटाने की कोई ठोस पहल की और न ही भीड़ प्रबंधन के लिए पर्याप्त बल तैनात किया। बाजार में तत्काल प्रभाव से अतिक्रमण हटाकर यातायात सुचारू करने और सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की मांग की गई है ताकि पिछले साल जैसी त्रासदी को दोहराने से रोका जा सके।


    सुरक्षा व व्यवस्था पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। स्थानीय पुलिस बल बढ़ाने के साथ अर्द्धसैनिक बल की पर्याप्त तैनात हो। रेहड़ी-पटरी वालों का अतिक्रमण चिंताजनक है। इससे लाेगों को आने जाने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा है।


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    राकेश यादव, अध्यक्ष, फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन (फेस्टा)