ShriRam Mandir Ayodhya : राम मंदिर निर्माण में जुड़ा नया अध्याय, स्वर्णमंडित हुए सभी कलश
ShriRam Mandir Ayodhya राम मंदिर के व्यवस्थापक गोपाल राव का कहना है कि परकोटे में स्थापित देवी-देवताओं के छह मंदिरों के समस्त कार्य पांच जून के पूर्व ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, अयोध्या : रामजन्मभूमि परिसर के 2.77 एकड़ भू-भाग में निर्मित राम मंदिर का मुख्य शिखर अब रामजन्मभूमि पथ से ही चमकने लगा है। मंदिर सहित सभी मंडपों और परकोटे के पूरक मंदिरों के शिखर पर स्थापित कलशों के स्वर्णमंडित हो जाने से एक नया अध्याय और जुड़ गया है।
कलशों के स्वर्णमंडन का कार्य पूरा होने पर रविवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से इंटरनेट मीडिया पर कई तस्वीरें जारी की गई हैं, जिनमें स्वर्ण आभा बिखेरते कलश काफी आकर्षक लग रहे हैं। ट्रस्ट ने सप्त मंदिरों के भी फोटो जारी किए हैं, जिनमें दर्शाया गया है कि सभी मंदिरों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
यद्यपि अभी परकोटे के पूरक मंदिरों पर कार्य चल रहा है और शिखर की फिनिशिंग होने से पाइप आदि भी लगे हैं, जिनके सहारे श्रमिक ऊपर चढ़ते हैं। राम मंदिर के व्यवस्थापक गोपाल राव का कहना है कि परकोटे में स्थापित देवी-देवताओं के छह मंदिरों के समस्त कार्य पांच जून के पूर्व पूरे कर लेने के लिए मुख्य कार्यदायी एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो के अधिकारियों को दिए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा से पहले शेषावतार मंदिर के अतिरिक्त सभी मंदिरों का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

आमंत्रण पत्र में शेषावतार मंदिर भी शामिल, निर्माण पूरा नहीं
राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से भेजे जा रहे प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण पत्र में शेषावतार मंदिर की भी प्राण प्रतिष्ठा की बात कही गई है, लेकिन अभी तक इस मंदिर का निर्माण कार्य ही पूरा नहीं हो पाया है। राम मंदिर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में बन रहे इस मंदिर में अभी शिखर ही नहीं बन पाया है।
अधूरे मंदिर में मूर्ति स्थापित किए जाने को लेकर संशय अभी तक बना है। यद्यपि राम दरबार के साथ शेषावतार लक्ष्मण जी की भी मूर्ति जयपुर से आ गई है, परंतु इसे सम्मिलित किया जाएगा या नहीं, इस संबंध में कोई भी पदाधिकारी कुछ बोलने से कतरा रहा है।

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