Yearender 2024: महंगे प्लान से लेकर साइबर फ्रॉड पर लगाम तक, इस साल टेलीकॉम सेक्टर में दिखा इतना बदलाव
साल 2024 को अब हम अलविदा कहने जा रहे हैं। बस कुछ ही दिनों में दिसंबर का महीना पूरा बीत जाएगा और नया साल आ जाएगा। साल बीतने से पहले इस साल को याद करें तो हर सेक्टर में कई बदलाव देखने को मिले। ऐसे में हम यहां खासतौर पर टेलीकॉम सेक्टर में दिखाई दिए गए बदलावों के बारे में बात करने जा रहे हैं।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। साल 2024 अब खत्म होने की कगार पर है। बस कुछ ही दिनों में नया साल आ जाएगा। हर साल अलग-अलग सेक्टर्स में कई बदलाव होते हैं और साल बीतने से पहले दिसंबर का महीना वो वक्त होता है जब हम इन्हें याद करते हैं। हर सेक्टर की तरह इस साल टेलीकॉम सेक्टर में भी कई बदलाव देखने को मिले। आइए इन पर एक नजर डालते हैं।
बढ़ी टैरिफ की कीमतें
इस साल की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक जियो, एयरटेल और वीआई जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों द्वारा मोबाइल सेवा की कीमतों में वृद्धि थी। उन्होंने अपनी दरों में औसतन लगभग 15 प्रतिशत की वृद्धि की, जिससे कई ग्राहक बीएसएनएल की ओर चले गए। सरकारी टेलीकॉम कंपनी कुछ सबसे किफायती प्लान पेश करने के लिए जानी जाती है। इसका नतीजा ये हुआ कि सरकार स्वामित्व वाले बीएसएनएल ने केवल चार महीनों में लगभग 5.5 मिलियन नए ग्राहक प्राप्त किए।
स्पैम कॉल और मैसेज में हुई बढ़ोतरी
एक और महत्वपूर्ण घटनाक्रम इस साल देखने को मिला वो है स्पैम कॉल और मैसेज में हुई बढ़ोतरी। इसकी वजह से काफी सारे लोगों को अपनी मेहनत की कमाई खोनी पड़ी। दुख की बात ये है कि एक मामला ऐसा भी था जिसमें आगरा में एक महिला को इन घोटालों के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी। जवाब में, सरकार ने इन अनवांटेड कॉल्स को रोकने में मदद करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल करके नए टूल्स डेवलप किए, जिन्हें दूरसंचार कंपनियों ने तुरंत अपना लिया। इन टूल्स ने कुछ ही महीनों में अरबों स्पैम कॉल को सफलतापूर्वक ब्लॉक कर दिया।
इसके अलावा, दिसंबर में, ट्राई (टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) ने मैसेज पर नजर रखने और हार्मफुल लिंक्स को रोकने के उद्देश्य से नए नियम पेश किए, जिससे स्पैम मैसेज के सेंडर्स की पहचान करना आसान हो गया।
सैटेलाइट इंटरनेट में दिखी ग्रोथ
इस साल सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं में भी तेजी देखी गई। सरकार ने आखिरकार सैटेलाइट इंटरनेट के लिए जरूरी स्पेक्ट्रम आवंटित करने का फैसला किया। अब ट्राई द्वारा नियमों को अंतिम रूप दिए जाने के बाद, हम अगले साल जनवरी तक पूरे भारत में सैटेलाइट इंटरनेट शुरू होने की उम्मीद कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, 2024 टेलीकॉम सेक्टर में महत्वपूर्ण बदलावों का साल रहा, जिसमें सेवाओं में सुधार और ग्राहकों की सुरक्षा के उद्देश्य से टेक्नोलॉजी में इंप्रूवमेंट देखने को मिला। साथ ही नई चुनौतियां भी सामने आईं।
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