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    Wipro का AI को लेकर बड़ा एलान, कंपनी 2.5 लाख कर्मचारियों की ट्रेनिंग पर खर्च करेगी 1 बिलियन डॉलर

    By Shivani KotnalaEdited By: Shivani Kotnala
    Updated: Wed, 12 Jul 2023 03:59 PM (IST)

    Wipro to spend $1 bn to train entire staff in AI भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी विप्रो ने एआई टेक्नोलॉजी को लेकर एक बड़ा एलान किया है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एआई टेक्नोलॉजी को लेकर ट्रेनिंग देने का फैसला लिया है। कंपनी अपने कर्मचारियों की एआई ट्रेनिंग पर 1 बिलियन डॉलर खर्च करने जा रही है।

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    Wipro to spend1 bn to train entire staff in AI

    नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस कंपनी विप्रो ने अपने स्टाफ को एआई ट्रेनिंग देने का एलान किया है। कंपनी ने अपने 2.5 लाख कर्मचारियों को एआई ट्रेनिंग देने के लिए 1 बिलियन डॉलर खर्च करेगी। कंपनी भविष्य में एआई टेक्नोलॉजी को अपने प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल करने की तैयारी कर रही है।

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    क्या है एआई को लेकर विप्रो का प्लान?

    एआई ट्रेनिंग के साथ विप्रो अगले तीन सालों में अलग-अलग सेगमेंट के करीब 30 हजार कर्मचारियों को एक साथ काम करवाएगी।

    विप्रो का कहना है कि कंपनी क्लाउड, डेटा एनालिटिक्स, कंसल्टिंग और इंजीनियरिंग टीम्स को साथ काम करवाएगी, ताकि एआई टेक्नोलॉजी को कंपनी के सभी इंटरनल ऑपरेशन और क्लाइंट सॉल्यूशन के साथ इस्तेमाल किया जा सके।

    एआई का जिम्मेदारी से इस्तेमाल करेंगे कर्मचारी

    कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा है कि 2.5 लाख कर्मचारियों को एआई का जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करना सिखाया जाएगा। कर्मचारियों के लिए यह ट्रेनिंग अगले 12 महीनों तक चलेगी। हालांकि, इसके बाद भी कंपनी एआई के बेहतर इस्तेमाल के लिए कर्मचारियों को इस तरह की ट्रेनिंग देगी।

    will train all 250,000 employees on AI fundamentals and responsible use of AI over the course of the next 12 months and will continue to provide more customized, ongoing training for employees in AI-specialized roles

    क्या है जनरेटिव एआई टेक्नोलॉजी, क्यों लुभा रही कंपनियों को

    दरअसल जनरेटिव एआई टेक्नोलॉजी बीते साल के आखिरी महीने से ही बड़ी टेक कंपनियों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है। बीते साल नवबंर में अमेरिका की एआई स्टार्टअप कंपनी ओपनएआई ने जनरेटिव एआई एप्लीकेशन चैटजीपीटी को पेश किया था। यह चैटबॉट मॉडल अपनी खूबियों से लुभाने में कामियाब रहा था।

    वर्तमान में जनरेटिव एआई एप्लीकेशन GitHub Copilot, Stable Diffusion की मदद से यूजर अपने रोजाना के कामों को आसानी से कर पा रहा है। जनरेटिव एआई एप्लीकेशन टेक्स्ट लिखने, म्यूजिक कम्पोज करने और डिजिटल आर्ट क्रिएट करने में मददगार हैं।

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के साथ अर्थव्यवस्था में खरबों डॉलर बनाने की क्षमता देखी जा रही है। इस टेक्नोलॉजी को कंपनियां अपना कारोबार बढ़ाने के रूप में महत्वपूर्ण मान रही हैं।