OpenAI को क्यों लगता है AI के मामले में चीन निकल जाएगा आगे, किस बात का सता रहा है डर?
दुनिया की सबसे बड़ी एआई कंपनी OpenAI को लगता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में चीन अमेरिका से आगे निकल सकता है। चीन द्वारा AI रिसर्च और इंफ्रास्ट्रक्चर में किए जा रहे भारी निवेश OpenAI की चिंता का मुख्य कारण है। OpenAI को यह भी डर है कि चीन AI के विकास और उपयोग के लिए अलग नियम बना सकता है, जिससे AI के दुरुपयोग का खतरा बढ़ सकता है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। सभी देशों के बीच इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की रेस लगी हुई है। अमेरिकी कंपनियां फिलहाल इसमें सबसे आगे चल रही हैं। OpenAI, Google, Anthropic और Meta जैसी कंपनियां एडवांस एआई डेवलपमेंट में अरबों डॉलर खर्च कर चुके हैं। अब ओपनएआई ने चीन को लेकर चौंकाने वाला दावा किया है। दुनिया की सबसे बड़ी एआई कंपनी का कहना है कि चीन एआई के मामले में दुनिया के सभी देशों क पीछे छोड़ सकता है।
ओपनएआई को क्यों लगता है चीन निकल जाएगा आगे?
OpenAI का कहना है कि बिजली की कमी के चलते चीन एआई के मामले में दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ सकता है। कंपनी का कहना है कि अगर अमेरिका ने बिजली प्रोडक्शन पर निवेश नहीं किया तो चीन एआई के मामले में अमेरिका से आगे निकल सकता है। इसका कारण उसने इलेक्ट्रिसिटी गैप को बताया है।
OpenAI ने बताया कि पिछले कुछ सालों में चीन की बिजली क्षमता 429 गीगावॉट बढ़ी है। दूसरी ओर अमेरिकी ने सिर्फ 51 गीगावॉट तक कैपेसिटी बढ़ाई है। ओपनएआई का कहना है कि बिजली उत्पादन में यह गैप न सिर्फ हमें एआई के मामले में चीन से पिछाड़ सकता है। बल्कि यह इकोनॉमी, टेक्नोलॉजी और नेशनल सिक्योरिटी को भी प्रभावित कर सकती है।

AI के लिए क्यों जरूरी है इलेक्ट्रिसिटी?
AI डेटा सेंटर के लिए इलेक्ट्रिसिटी बेहद जरूरी है। कंपनी का कहना है कि टेक्नोलॉजी के इस दौर में इलेक्ट्रिसिटी सिर्फ एक सुविधा नहीं बल्कि यह रणनीतिक हथियार है, जो एआई लीडरशिप तय करेगा। किसी भी एआई मॉडल को चलाने के लिए भारी मात्रा में बिजली की जरूरत होती है। कंपनी ने सुझाव दिया है कि अमेरिका को हर साल करीब 100 गीगावॉट तक नई बिजली कैपेसिटी बढ़ाने पर फोकस करना चाहिए। कंपनी का यह भी कहना था डेटा सेंटर को चलाने के लिए इतनी बिजली की जरूरत होती है कि अगर मौजूदा पावर ग्रिड को अपग्रेड नहीं किया गया, तो भविष्य में एआई सिस्टम क्रैश कर सकता है।
क्या है ओपनएआई का Project Stargate?
ओपनएआई का कहना है कि बिजली और इंफ्रास्ट्रक्चर की समस्या से होने वाली समस्या से निपटने के लिए ओपनएआई ने Project Stargate शुरू किया है। कंपनी ने इस प्रोजेक्ट के लिए SoftBank, Oracle और अन्य टेक कंपनियों के साथ पार्टनरशिप की है। कंपनी का कहना है कि वह करीब 500 अरब डॉलर खर्च कर Texas, New Mexico, Ohio और Wisconsin में एडवांस एआई डेटा सेंटर तैयार करेगा।

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