अफवाहों को रोकने के लिए व्हाट्सएप ने बनाया नया प्लान, सख्त किए ग्रुप के नियम
व्हाट्सएप ने अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए सरकार और समाज को एक साथ आने को कहा है
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सएप ने अफवाहों और फेक न्यूज को रोकने के लिए नया प्लान तैयार किया है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म व्हाट्सएप के जरिए फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए केन्द्र सरकार ने सख्ती दिखाई जिसके बाद व्हाट्सएप ने इस मुहिम में शामिल होने के लिए सरकार और जनता (समाज) को साथ देने के लिए कहा है।
भारत में 20 करोड़ से ज्यादा व्हाट्सएप यूजर
आपको बता दें कि भारत में व्हाट्सएप के 200 मिलियन यानी कि 20 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं। जिसकी वजह से कोई भी अफवाह व्हाट्सएप के जरिए आग की तरह फैलती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस साल व्हाट्सएप के जरिए फैली अफवाहों के कारण एक दर्जन से भी ज्यादा लोग मारे गए हैं। सबसे ताजा मामला महाराष्ट्र का है, जिसमें रविवार को 7 लोगों को बच्चों को अगवा करने वाले अफवाह की वजह से पीट-पीट कर मार दिया गया। इस मॉब-लिंचिंग की घटना के बाद से केन्द्र सरकार की तकनीकि मंत्रालय ने सख्ती दिखाते हुए व्हाट्सएप को तत्काल कारवाई करते हुए अफवाहों को रोकने के लिए सार्थक कदम उठाने के लिए कहा।
असामाजिक घटनाओं से कंपनी भी आहत
मंत्रालय ने व्हाट्सएप से कहा कि व्हाट्सएप की सेवा का इस्तेमाल करके शरारती तत्व अफवाहों को तेजी से फैला रहे हैं, इसके लिए कंपनी को अपनी जिम्मेवारी समझनी चाहिए और सकारात्मक कदम उठाना चाहिए। इसपर व्हाट्सएप ने कहा कि केन्द्र सरकार की तरह ही हम भी मॉब-लिंचिंग की घटना से आहत है और जल्द ही इसका समाधान निकालना चाहते हैं। व्हाट्सएप ने आगे कहा कि हम इस तरह की अफवाहों का सामना करने के लिए सरकार और समाज को हमारे साथ मिलकर काम करना होगा, तभी यह संभव हो पाएगा। इसके लिए हम न्यूज लिटरेसी वर्कशॉप के अलावा एजुकेशनल सामाग्री भी लोगों को उपलब्ध कराएंगी।
व्हाट्सएप ग्रुप के लिए सख्त किए नियम
व्हाट्सएप ने हाल ही में पुराने मेंबर को दोबारा जोड़ने से रोकने वाला फीचर जोड़ा है। इसके अलावा ग्रुप के एडमिन ही यह डिसाइड कर सकेंगे कि कौन ग्रुप में मैसेज कर सकेगा और कौन नहीं। इसके अलावा मैसेज फार्वड करने से पता चल सकेगा कि कौन सा मैसेज फारवर्ड हुआ है और कौन सा ऑरिजिनली पोस्ट किया गया है।
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