जानिए क्या होता है Image Stabilization, फोटोग्राफी को कैसे बनाता है शानदार
Image Stabilization कई बार हम मोबाईल या कैमरा से फोटो क्लिक करते हैं और हमारा हाथ हिल जाता है। हाथ हिलने से हमारी इमेज ब्लर हो जाती है। इसी कमी को कम ...और पढ़ें

नई दिल्ली, टेक डेस्क। चाहे वह नथिंग फोन (1) हो या कोई अन्य अपर मिडरेंज या फ्लैगशिप फोन हो, एक शब्द जो आपने कई बार देखा है, वह है OIS, या ऑप्टिकल इमेज स्टेबिलाइजेशन। यह कैमरा फीचर आजकल लगभग सारे मिड रेंज स्मार्टफोन में देखने को मिलता है।
OIS आपके फोटोग्राफी के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है। आइए आज आपको हम डिटेल से समझाते हैं कि आखिर OIS होता क्या है? ये कैसे काम करता है और ये इमेज को बेहतर बनाने में कितनी भूमिका निभाता है।
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OIS (इमेज स्टेबलाइजेशन क्या होता है )
जब भी हम फोटोग्राफी करते है जरा सा हाथ हिल जाने से हमारी फोटो खराब हो जाती है। अगर इसे टेक्निकल भाषा में कहें तो इमेज ब्लर हो जाती हैं। सबसे ज्यादा दिक्क्त हमें मोबाइल फोटोग्राफी में होती हैं जहां हम हाथ से पकड़ के फोटो क्लिक करते हैं या वीडियो शूट करते हैं।
ऐसे में OIS यानी ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो हाथ को हिलने पर ही क्लियर व स्पष्ट इमेज व वीडियो बनाने में आपकी मदद करता है। यह स्टेबलाइजेशन यानी कि स्थिरता को बनाए रखता है जिससे हमारी फोटो या वीडियो ब्लर नहीं होती है।

इमेज स्टेबलाइजेशन टेक्नोलॉजी ऐसे करती है काम
इमेज स्टेबलाइजेशन ऐसी टेक्नोलॉजी है जो कैमरे को हिलने पर हुई फिजिकल मूवमेंट को अडजस्ट करने में मदद करता है। OIS में कैमरे में इस तरह का फंक्शन होता है कि वह किसी हल्के फुल्के झटके को मूव कर अडजस्ट कर देता है। आपको इसका सबसे ज्यादा फायदा रात के दौरान देखने को मिलेगा।
रात के दौरान नेचुरल लाइट कम होती है और पिक्चर क्लिक करने पर थोड़ा समय लग जाता है और परंतु इतनी देर में हाथ हिल जाता है। इतने में हमारी फोटो ब्लर या कहें खराब हो जाती है। ऐसे में OIS हाथ के इस मुवमेंट को अडजस्ट करता है और आपको बेहतर रिजल्ट देता है।
OIS और EIS में अंतर जान लीजिए
OIS का मतलब है Optical Image Stabilization जो कि एक हार्डवेयर बेस्ड टेक्नोलॉजी है। फोन में ओआईएस के लिए अलग से कम्पोनेंट्स लगे होते हैं जो इमेज व वीडियो को स्टेबल करते हैं। वहीं, EIS का मतलब है Electronic image Stabilization जो कि सॉफ्टवेयर बेस्ड टेक्नोलॉजी है।
बता दें, फोन कंपनियां किसी हार्डवेयर की मदद से नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर की मदद से पिक्चर को स्टेबल करने की कोशिश करती हैं। अगर OIS और EIS की यदि तुलना की जाए तो OIS टेक्नोलॉजी को बेस्ट माना जाता है।

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