क्या है सीईआइआर सर्विस, फोन के चोरी या गुम होने पर कैसे होती है मददगार
अगर आपका फोन चोरी हो गया है या खो गया है तो ऐसी स्थिति आप बहुत परेशान हो जाते हैं। इसमें आपके बहुत से डाटा सुरक्षित रहते हैं। अब परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंंकि सीईआइआर सर्विस की मदद से फोन को ब्लॉक करना आसान हो गया है।
नई दिल्ली, संतोष आनंद । फोन के चोरी या फिर गुम होने की स्थिति में सबसे अधिक परेशानी इसमें सेव डाटा को लेकर होती है। मगर अब चोरी या फिर खो जाने की स्थिति में फोन को ब्लाक करना आसान हो गया है, क्योंकि सीईआइआर की सर्विस अब पूरे देश के लिए उपलब्ध है। जानें कैसे किया जा सकता है इस सर्विस का उपयोग...
मोबाइल के चोरी या फिर खो जाने की स्थिति में सबसे ज्यादा डर इस बात को लेकर होता है कि कोई फोन के डेटा का गलत उपयोग न कर ले। आजकल लोग फोन में संवेदनशील डेटा को सेव करके रखते हैं। इन डेटा का लोग गलत फायदा उठा सकते हैं या फिर ब्लैकमेल भी किया जा सकता है। इसके लिए डिपार्टमेंट आफ टेलीकम्युनिकेशन ने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीइआइआर) प्लेटफार्म की शुरुआत 2019 में की थी। उस दौरान इसे दादरा एंड नगर हवेली, गोवा और महाराष्ट्र के लिए लांच किया गया था, लेकिन अब इस सर्विस का लाभ पूरे देश में उठाया जा सकता है। इसकी मदद से चोरी और फिर खो जाने वाले फोन को आइएमईआइ नंबर की मदद से ब्लाक किया जा सकता है।
सीइआइआर क्या है?
दूरसंचार विभाग ने चोरी हुए या गुम हुए फोन को हर नेटवर्क पर ब्लाक करने के लिए 2019 में सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (http://www.ceir.gov.in) की स्थापना की थी। अब यह सेवा पूरे देश में उपलब्ध है। सीइआइआर मोबाइल के आइएमईआइ डेटाबेस पर काम करता है। यह प्लेटफार्म मोबाइल फोन निर्माता कंपनियों और टेलीकाम आपरेटर के साथ मिलकर काम करता है। यदि किसी का फोन चोरी या गुम हो जाता है और व्यक्ति इसकी रिपोर्ट करता है, तो सीईआइआर की मदद से फोन को ब्लाक कर दिया जाता है ताकि इसका गलत उपयोग न हो। यदि कोई व्यक्ति सिम कार्ड बदल के भी फोन का उपयोग करना चाहेगा तो यह संभव नहीं है।
सीईआइआर नंबर से कैसे ब्लाक करें फोन?
अगर आप सीईआरआर की सर्विस का फायदा उठाना चाहते हैं, तो फिर सबसे पहले मोबाइल चोरी की रिपोर्ट करीबी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवानी होगी।
- फिर फोन के आइएमईआइ नंबर को डिसेबल करने के लिए सीईआइआर की वेबसाइट https://ceir.gov.in/Home/index.jsp पर जाएं।
- यहां पर आपको ब्लाक स्टोलेन/लास्ट मोबाइल (Block Stolen/Lost Mobile) का विकल्प सामने ही दिखाई देगा।
- क्लिक करने के बाद किस कंपनी का मोबाइल था, फोन के चोरी या गुम होने की जगह, गुम या चोरी होने की तारीख, मालिक का नाम, पता, आइडेंटिटी प्रूफ आदि जैसी जानकारी को दर्ज करना होगा।
- डिटेल भरने के बाद ओटीपी दर्ज करना होगा। फिर डिक्लेरेशन पर क्लिक करें, फिर इसे सबमिट कर दें।
- इसके बाद रिक्वेस्ट आइडी जनरेट होगी। इसका उपयोग स्टेटस जानने के लिए किया जा सकता है।
- फोन मिलने के बाद आइएमईआइ नंबर इसी वेबसाइट की मदद से अनब्लाक भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको अनब्लाक फाउंड मोबाइल पर क्लिक करना होगा।
सीईआइआर की सर्विस कैसे है गूगल-एपल से अलग?
फोन के खो जाने या फिर चोरी हो जाने की स्थिति में एंड्राइड फोन में फाइंड माई डिवाइस और आइफोन में फाइंड माई आइफोन की सुविधा है। गूगल या एपल की सुविधा का फायदा उठाने के लिए फोन या टैबलेट का पावर ऑन होना जरूरी है। गूगल-एपल अकाउंट में साइनइन होना चाहिए, मोबाइल डाटा या वाइ-फाइ से डिवाइस का जुड़ा होना चाहिए आदि। मगर सीईआइआर चोरी या फिर गुम हुए मोबाइल फोन को खोजने के लिए केवल आइएमईआइ नंबर का उपयोग करता है। इसके लिए एक्टिव इंटरनेट कनेक्शन या आइडी के साथ लाग-इन करने की कोई जरूरत नहीं पड़ती है।
कैसे काम करता है गूगल का फाइंड माई डिवाइस फीचर?
खोए हुए फोन को ढूंढ़ने के लिए एंड्रायड फोन पर गूगल फाइंड माय डिवाइस फीचर है। एंड्रायड फोन इंस्टाल के समय आप गूगल आइडी डालते हैं और उसी वक्त गूगल फाइंड माय डिवाइस एक्टिव हो जाता है। फोन की सेटिंग में जाकर सिक्योरिटी से इसे देखा जा सकता है।
इसके लिए https://www.google.com/android/find पर जाने के बाद उसी ईमेल आइडी से लाग-इन करें, जिससे आपने अपने खोए हुए फोन को किया था। इसके बाद फोन की लास्ट लोकेशन दिखाई देगी। डिवाइस का लोकेशन देखने से साथ प्ले साउंड का विकल्प मिलता है। इसकी मदद से फोन को रिंग कर देख सकते हैं कि वह आसपास कहां है। यहां पर सिक्योर डिवाइस का विकल्प भी मिलता है। इसमें डिवाइस को लाक करने के साथ गूगल एकाउंट को साइन आउट करने की सुविधा होती है।
इसमें स्क्रीन पर मैसेज डिस्प्ले करने की सुविधा भी होती है। यदि आपको लगता है कि फोन वापस मिल सकता है, तो मैसेज में वैकल्पिक नंबर भी दे सकते हैं, ताकि वह आपसे कांटैक्ट कर सके। डिवाइस को लाक करने के बाद भी उसे सर्च किया जा सकता है। इसके अलावा, यहां इरेज डिवाइस का विकल्प भी है। एक बार डिवाइस को इरेज कर देते हैं, तो यहां सभी डाटा के साथ सेटिंग्स भी डिलीट हो जाएंगे। इसके बाद डिवाइस को लोकेट नहीं कर पाएंगे।
क्या करें अगर आइफोन खो जाए
अगर आपका आइफोन खो जाता है या फिर चोरी हो जाता है, तो ऐसी स्थिति में उसे खोजने के लिए एपल के फाइंड माई फोन फीचर की मदद ले सकते हैं। यह आपको अपने खोए हुए या चोरी हुए आइफोन का लोकेशन देखने की अनुमति देता है। इसके अलावा, आप फोन को रिमोटली लाक कर सकते हैं या फिर आइफोन में मौजूद सभी डाटा को डिलीट भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले अपने फोन पर फाइंड माई फोन फीचर को पहले एक्टिवेट करना होगा।
जब icloud.com/find को अपने एपल आइडी और पासवर्ड को वाया ब्राउजर साइन-इन करते हैं, तो यह आपके आइफोन को आटोमैटिकली लोकेट यानी खोजना शुरू कर देता है। इसके कुछ सेकंड के भीतर ही मैप की स्क्रीन पर आइफोन की लोकेशन दिखाई देने लगेगी। यदि डिवाइस किसी अज्ञात क्षेत्र में दिखाई दे रहा है, जहां आप अपने आइफोन को रिकवर नहीं कर सकते हैं, तो फिर पुलिस की मदद लेनी चाहिए। लेकिन इसके लिए आपको डिवाइस का सीरियल नंबर यानी आइएमईआइ नंबर की जरूरत पड़ेगी। इसके बाद सीईआइआर की सर्विस की मदद से फोन को ब्लाक कर सकते हैं।