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    Google पर ये वर्ड सर्च करते ही स्मार्टफोन-लैपटॉप हो जाएगा हैक, भूलकर भी न करें ब्राउजर में टाइप

    Updated: Mon, 11 Nov 2024 06:30 PM (IST)

    अगर आप गूगल सर्च में “Are Bengal Cats legal in Australia” टाइप करते हैं तो आपके लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। ऐसा करने के बाद टॉप पर आए लिंक पर क्लिक करने से हैकर्स के पास बैंक और पर्सनल जानकारी पहुंच सकती है। साथ ही वह एक सॉफ्टवेयर की मदद से डिवाइस को लॉक भी कर सकते हैं।

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    साइबर सिक्योरिटी ने लोगों को आगाह किया है।

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। हैकर्स लोगों की पर्सनल जानकारी में सेंधमारी करने के लिए कोई न कोई जुगाड़ निकाल ही लेते हैं। डिजिटल युग में हमारी लाइफ जितनी आसान हुई है, उतना ही पर्सनल डेटा को सेफ रखना चुनौती बन गई है। कुछ ऐसी मिस्टेक होती हैं, जो हम अनजाने में बार-बार कर रहे होते हैं, लेकिन आगे चलकर उनका बड़ा खामियाजा उठाना पड़ता है।

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    6 वर्ड सर्च करते ही खेल खत्म

    हाल ही में एक साइबर सिक्योरिटी एजेंसी ने लोगों को गूगल सर्च को लेकर आगाह किया है। SOPHOS ने कहा है कि कुछ ऐसी चीजें हैं, जो यूजर्स को भूलकर भी गूगल सर्च नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से प्राइवेसी और सिक्योरिटी खतरे में पड़ सकती है। साइबर फर्म ने कहा कि यूजर्स को इन वर्ड्स को सर्च करने से बचना चाहिए।

    रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग गूगल पर टाइप करते हैं “Are Bengal Cats legal in Australia”, और टॉप पर आने वाले लिंक पर क्लिक करते हैं तो पर्सनल जानकारी ऑनलाइन लीक हो जाती है। साइबर एजेंसी ने कहा है कि हैकर्स उन लोगों को ज्यादा टार्गेट करते हैं, जिनके सर्च में 'ऑस्ट्रेलिया' शब्द का यूज किया जाता है।

    ऐसे होते हैं कामयाब

    SOPHOS के मुताबिक, जब यूजर्स सर्च रिजल्ट में टॉप पर आए लिंक पर क्लिक करते हैं तो उनकी पर्सनल और बैंक डिटेल Gootloader नाम के प्रोग्राम के जरिये चुरा ली जाती हैं। यह सॉफ्टवेयर आपके डिवाइस को लॉक भी कर सकता है। हैकर्स लोगों को अवैध लिंक पर क्लिक करवाने के लिए नए-नए तिकड़म लगाते हैं।

    SEO पॉइजनिंग खतरनाक

    साइबर सिक्योरिटी कंपनी ने दावा किया कि 'बंगाल कैट्स' शब्द सेलेक्टिव लगता है। इसलिए लोगों को ऐसा कुछ भी सर्च करने की कोई जरूरत नहीं है। साइबर अपराधी लोगों को फंसाने के लिए SEO पॉइजनिंग नाम की रणनीति की भी मदद लेते हैं।

    खुद की सेफ्टी बहुत जरूरी

    हैकर्स की नई-नई तरकीबों में आए दिन लोग कुछ गलतियों के कारण फंस जाते हैं और अपनी जीवन भर की जमा पुंजी गंवा बैठते हैं। ऐसे में खुद को सेफ रखना एक बड़ी चुनौती है। SOPHOS ने कहा कि लोगों को हमेशा टू-फैक्टर ऑथंटिकेशन ऑन करके रखना चाहिए। साथ ही हर प्लेटफॉर्म पर एक ही पासवर्ड रखना से बचना चाहिए। लोगों को अपनी सुरक्षा को मजबूत करने के लिए समय-समय पर पासवर्ड बदलते रहना चाहिए।

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