Year End 2022: इस साल हुए वो तकनीकी बदलाव, जिन्होंने बदल दी ज्ञान-विज्ञान की दुनिया...
2022 में तकनीक की दुनिया में कई बदलाव हुए जिन्होंने गहरा प्रभाव छोड़ा। इसको देखते हुए कहा जा सकता है कि आने वाला वर्ष भी चुनौतियों से भरा होगा और कई दि ...और पढ़ें

ब्रह्मानंद मिश्र, नई दिल्ली। तकनीकी बदलाव मानव जीवन को आसान और बेहतर बनाने के साथ-साथ नई संभावनाओं का भी सृजन कर रहे हैं। 2022 में फास्ट स्पीड इंटरनेट, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मेटावर्स जैसे बदलाव हर स्तर पर परिवर्तनकारी साबित हुए। जानते हैं कुछ ऐसी ही तकनीकी उपलब्धियों के बारे में...
5जी की शुरुआत
अक्टूबर में देश में 5जी की शुरुआत के बाद 50 से अधिक शहरों में इसका विस्तार हो चुका है। टेलीकाम क्षेत्र में यह क्रांतिकारी परिवर्तन है। इससे जहां क्लाउड आधारित गेमिंग का अनुभव बदल रहा है, वहीं फैक्ट्री और इंटरप्राइजेज की कार्यकुशलता और निगरानी के तरीकों में भी परिवर्तन हो रहा है। आने वाले दिनों में स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षण-प्रशिक्षण, कृषि समेत अन्य अनेक क्षेत्रों में इसकी उपयोगिता दिखेगी।
जेनरेटिव एआइ
डीप लर्निंग माडल का तेजी से विस्तार हो रहा है। ओपेनएआइ द्वारा साल के शुरुआती महीनों में डैल-ई2 की घोषणा के बाद जुलाई में इसकी टेस्टिंग शुरू हो गई। डीप लर्निंग माडल पर आधारित यह इमेज जेनरेशन सर्विस है। बीते दिनों इसे एपीआइ (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के तौर पर आम लोगों के लिए इस्तेमाल शुरू कर दिया गया। ऐसे अनेक जेनरेटिव एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) इस वर्ष चर्चा में रहे, जिसमें टेक्स्ट-टू-वीडियो, टेक्स्ट-टू-स्पीच, टेक्स्ट-टू-3डी, टेक्स्ट-टू-कोड आदि प्रमुख हैं।
मास्टोडन और अन्य माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म
एलन मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण की खबरों के बाद से ही लोगों ने मास्टोडन, टंबलर जैसे माइक्राब्लागिंग प्लेटफार्म का रुख करना शुरू कर दिया था। इस बीच न्यूज और ओपिनियन शेयरिंग प्लेटफार्म कू एप एक बेहतर विकल्प के रूप में ऊभरा। इस भारतीय माइक्रोब्लागिंग एप पर अब तक पांच करोड़ से अधिक यूजर हो चुके हैं।
ओपेन मेटावर्स
यह आनलाइन कल्चर में बड़े बदलाव की नींव तैयार कर रहा है। मेटावर्स की खूबियों को देखते हुए उम्मीद है कि बड़ी संख्या में लोग इस आभासी दुनिया का हिस्सा बनेंगे। अनेक कंपनियां यूजर्स की मांग के मुताबिक अपने मेटावर्स विकसित कर रही हैं। इससे भविष्य में अनेक तरह के मिनी मेटावर्स देखने को मिल सकते हैं। इस साल ओपेन, वेब आधारित मेटावर्स में अनेक बदलाव हुए। अवतार जैसे फीचर निजता के सवालों का कहीं बेहतर हल साबित हो रहे हैं। इस तकनीक पर आधारित अनेक तरह के स्टार्टअप आने की उम्मीद है।
ब्लाकचेन का विस्तार
क्रिप्टोकरेंसी और बिटक्वाइन के संदर्भ में इस तकनीक की लोकप्रियता बढ़ी है, लेकिन जिस तरह से यह तकनीक आनलाइन सिक्योरिटी की जटिलता को हल करती है, वह उल्लेखनीय है। इसमें मौजूद डेटा में न तो बदलाव किया जा सकता है या ना ही उसे हटाया जा सकता है। सहमति आधारित व्यवस्था होने से कोई व्यक्ति या संस्थान अकेले डेटा पर नियंत्रण नहीं रख सकता है। साथ ही, ट्रांजैक्शन की निगरानी के लिए थर्ड पार्टी की जरूरत नहीं होती। उपयोगिता को देखते हुए इस तकनीक का विस्तार अनेक क्षेत्रों में संभावित है।

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