Technology Budget 2023: 5G सेवाओं को विकसित करने के लिए 100 लैब्स स्थापित करेगी सरकार
निर्मला सीतारमण आज जनता का बजट पेश कर रही है। इसमें उन्होंने 5G को लेकर भी बड़ी बात कही है। वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार 5G सेवाओं को प्रभावी ढंग से विकसित करने के लिए 100 प्रयोगशालाओं की स्थापना करेगी।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को 2023-24 के अपने बजट भाषण के दौरान घोषणा की कि सरकार 5G सेवाओं को प्रभावी ढंग से विकसित करने के लिए 100 प्रयोगशालाओं की स्थापना करेगी। दूरसंचार क्षेत्र भारत में मोबाइल टेलीफोनी व्यवधान के केंद्र में रहा है, जो अक्टूबर में 5G के रोलआउट के साथ शुरू हुआ था। फिलहाल, देश के 50 से अधिक शहरों में 5G सेवाओं की पहुंच है।
अगस्त 2022 में हुई थी निलामी
अगस्त में 5G मेगा स्पेक्ट्रम नीलामी में, Reliance Jio ने 5G स्पेक्ट्रम के कुल 24,740 मेगाहर्ट्ज़ - 22 सर्किलों में 700 MHz बैंड में 220 MHz, चार सर्किलों में फैले 800 MHz बैंड में 20 MHz, छह सर्किलों में 60 MHz प्राप्त किया था। , 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में 2,440 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में 22,000 मेगाहर्ट्ज 22 सर्कल में फैले हुए हैं।
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स्टैंडअलोन 5G आर्किटेक्चर पर काम करता है Jio
कंपनी का दावा है कि उसके पास एक स्टैंडअलोन 5G आर्किटेक्चर है जो 4G नेटवर्क पर बिल्कुल भी निर्भर नहीं करता है, बैंड में 5G स्पेक्ट्रम का सबसे बड़ा मिश्रण - 700 MHz, 3500 MHz, 26 GHz, और कैरियर एग्रीगेशन, एक एडवांस तकनीक है, जो इन 5G को मूल रूप एक मजबूत "डेटा हाईवे" में आवृत्तियों से जोड़ती है।
एयरटेल भी नहीं था पीछे
एयरटेल ने 5G नीलामी में पूरे भारत में 3.5 गीगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड हासिल कर 19,867.8 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हासिल किया। पहले दिए गए एक बयान के अनुसार, टेलीकॉम फर्म ने पिछले साल अपनी स्थगित स्पेक्ट्रम देनदारियों में से 24,333.7 करोड़ रुपये भी चुकाए हैं।
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