ChatGPT से सबसे ज्यादा किस बारे में बात करे लोग? OpenAI ने अपनी स्टडी में बताया
Google की सर्च डॉमिनेंस के बीच OpenAI ने बताया है कि अब बड़ी संख्या में लोग जानकारी खोजने के लिए ChatGPT का इस्तेमाल कर रहे हैं। जुलाई 2025 तक 24% यूजर बातचीत जानकारी पाने पर केंद्रित थी जो पिछले साल से 10% ज्यादा है। ChatGPT यूजर्स का झुकाव गाइडेंस राइटिंग और इन्फो क्वेरीज की तरफ बढ़ रहा है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Google की सर्च डॉमिनेंस के बीच, OpenAI ने कहा है कि अब बड़ी संख्या में यूजर जानकारी खोजने के लिए ChatGPT की तरफ रुख कर रहे हैं। Microsoft- बैक्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप ने बताया कि जुलाई 2025 तक ChatGPT पर 24% बातचीत जानकारी खोजने से जुड़ी थी, जो पिछले साल की तुलना में 10% ज्यादा है। ये आंकड़े OpenAI की Economic Research टीम और Harvard इकोनॉमिस्ट David Deming द्वारा लिखे गए 64-पेज के नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनॉमिक रिसर् (NBER) वर्किंग पेपर का हिस्सा हैं।
स्टडी का मकसद ये देखना है कि ChatGPT के ग्लोबल लॉन्च के करीब तीन साल बाद से कंज्यूमर यूसेज कैसे बदल रहा है। पेपर के मुताबिक, ChatGPT से प्रैक्टिकल गाइडेंस, जानकारी खोजने और राइटिंग से जुड़े टास्क्स पूछना करीब 77% बातचीत का हिस्सा है।
2022 में लॉन्च के बाद से ChatGPT ने जबरदस्त ग्रोथ देखी है। ये कंज्यूमर AI चैटबॉट ऐप अब हर हफ्ते 700 मिलियन से ज्यादा यूजर्स तक पहुंच चुका है, यानी दुनिया की करीब 10% आबादी। OpenAI के इस पहले वर्किंग पेपर में बताया गया है कि लोग दुनिया के सबसे लोकप्रिय AI चैटबॉट को कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं और ये भी कि जनरेटिव AI रोजाना की जिंदगी और अलग-अलग इंडस्ट्रीज जैसे सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, ई-कॉमर्स और हेल्थकेयर पर कैसे असर डाल रहा है।
OpenAI ने 15 सितंबर, सोमवार को अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा,'अब तक की सबसे बड़ी ChatGPT कंज्यूमर स्टडी के नतीजे बताते हैं कि कौन लोग AI का इस्तेमाल कर रहे हैं, किस काम के लिए कर रहे हैं और कैसे ये असली इकॉनॉमिक वैल्यू बना रहा है जो लोगों की वर्क और रोजमर्रा की लाइफ में सेंटर पर आ चुका है।'
स्टडी कैसे हुई?
स्टडी के तहत, रिसर्चर्स ने मई 2024 से जुलाई 2025 तक 15 लाख से ज्यादा यूजर कन्वर्सेशन का प्राइवेसी-सेफ तरीके से एनालिसिस किया। OpenAI ने कहा कि रिसर्चर्स को यूजर्स के मैसेजेस देखने की इजाजत नहीं थी, बल्कि उन्होंने यूजेज पैटर्न पकड़ने के लिए ऑटोमेटेड टूल्स का इस्तेमाल किया।
स्टडी के लिए लिया गया डेटा सेट 18 साल से कम उम्र के यूजर्स, डीएक्टिवेट या बैन अकाउंट्स, लॉग्ड-आउट यूजर्स, अकाउंट डिलीट करने वाले और AI मॉडल ट्रेनिंग से ऑप्ट-आउट करने वाले यूजर्स को छोड़कर बनाया गया था।
ChatGPT Enterprise यूजर्स की बातचीत को भी बाहर रखा गया क्योंकि स्टडी सिर्फ कंज्यूमर प्लान्स जैसे ChatGPT Pro, ChatGPT Plus और फ्री टियर पर केंद्रित थी।
सिर्फ 30% यूजर्स वर्क के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं
पेपर में कहा गया है कि ChatGPT का सिर्फ 30% कंज्यूमर इस्तेमाल काम से जुड़ा है, जिससे पता चलता है कि एंटरप्राइज AI अपनाने की प्रक्रिया अभी शुरुआती दौर में है। MIT की एक हालिया स्टडी में पाया गया कि अमेरिका की 95% कंपनियां जिन्होंने जनरेटिव AI में 35 से 40 बिलियन डॉलर लगाए, उन्हें बहुत कम या कोई रिटर्न नहीं मिला क्योंकि AI को सही तरह से इंटीग्रेट नहीं किया गया।
OpenAI ने माना कि नॉन-वर्क मैसेजेस तेजी से बढ़ रहे हैं, जो 53% से बढ़कर 70% हो गए हैं। स्टडी में ये भी बताया गया कि काम से जुड़ा ChatGPT इस्तेमाल ज्यादा पढ़े-लिखे और हाई-पेड प्रोफेशनल्स के बीच ज्यादा आम है। साथ ही ये हिस्सा युवाओं में भी ज्यादा पाया गया।
स्टडी ने कहा,'वर्क-रिलेटेड मैसेजेस की हिस्सेदारी 26 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए करीब 23% थी और उम्र के साथ ये हिस्सा बढ़ता गया। सिर्फ 66 साल या उससे ज्यादा उम्र वाले यूजर्स में ये 16% ही रहा।'
ChatGPT लॉन्च के बाद से एंटरप्राइज लीडर्स का बड़ा सवाल रहा है कि AI से कितनी इकॉनॉमिक वैल्यू निकाली जा सकती है और क्या ये ऑर्गनाइजेशन में प्रोडक्टिविटी मापने लायक बढ़ा सकती है।
GDP कॉन्ट्रिब्यूशन को AI इम्पैक्ट मापने का सही तरीका मानने से इंकार करते हुए, स्टडी ने कहा कि ChatGPT असली वैल्यू दे रहा है क्योंकि ये यूजर्स को फैसले लेने में मदद करता है। OpenAI ने कहा, 'ChatGPT जजमेंट और प्रोडक्टिविटी को बेहतर बनाता है, खासकर नॉलेज-इंटेंसिव जॉब्स में। और जैसे-जैसे लोग इसके फायदे खोजते हैं, इस्तेमाल गहराता जाता है- यूजर कोहॉर्ट्स समय के साथ ज्यादा एक्टिव होते जाते हैं।'
OpenAI का एनालिसिस 1,30,000 ChatGPT Free, Plus और Pro यूज़र्स की बातचीत पर आधारित था, जिसे एक वेंडर ने Data Clean Room (DCR) में सिक्योरली कलेक्ट किया।
दूसरे मुख्य निष्कर्ष:
– AI कोडिंग टूल्स का कम इस्तेमाल: टेक्निकल मदद, जैसे कोडिंग असिस्टेंस के लिए ChatGPT का इस्तेमाल जुलाई 2024 से जुलाई 2025 के बीच 12% से घटकर 5% रह गया। OpenAI ने इसकी वजह API और Codex जैसे ऑटोनॉमस प्रोग्रामिंग एजेंट्स का इस्तेमाल बताया।
– वायरल ट्रेंड्स का असर: इमेज और मल्टीमीडिया जनरेट करने के लिए ChatGPT का इस्तेमाल सिर्फ 5% बढ़ा, लेकिन इस साल अप्रैल में इसमें बड़ी स्पाइक आई जब सोशल मीडिया पर Ghibli-स्टाइल AI इमेजेस ट्रेंड हुए।
– थेरेपी के लिए चैटबॉट्स का इस्तेमाल: करीब 49% मैसेजेस ‘Asking’ प्रॉम्प्ट्स से जुड़े थे, यानी ChatGPT को लोग सलाहकार के रूप में ज्यादा महत्व देते हैं। हालांकि, सिर्फ 11% मैसेजेस पर्सनल रिफ्लेक्शन और प्ले से जुड़े थे।
– AI अपनाने में आगे देश: मई 2025 तक, सबसे कम-इनकम वाले देशों में ChatGPT ग्रोथ रेट सबसे अमीर देशों की तुलना में चार गुना ज्यादा रहा।
– जेंडर गैप कम हुआ: स्टडी में पाया गया कि ChatGPT का जेंडर गैप काफी कम हो गया है। जनवरी 2024 में 37% से बढ़कर अब 52% यूजर्स ऐसे हैं जिनके नाम फेमिनिन कैटेगरी में आते हैं।
करीब 46% मैसेजेस 18 से 25 साल उम्र वाले यूजर्स ने भेजे। हालांकि, इसमें सिर्फ वही लोग शामिल हैं जिन्होंने अकाउंट बनाते वक्त अपनी उम्र खुद दर्ज की थी।
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