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    टूटे सारे रिकॉर्ड, 5G ट्रायल में Vi ने रचा इतिहास, हासिल की Jio-Airtel के मुकाबले 10 गुना फास्ट 5G स्पीड

    By Saurabh VermaEdited By:
    Updated: Wed, 03 Nov 2021 02:21 PM (IST)

    Vodafone Idea ने सितंबर में 5G ट्रायल के दौरन भारत में किसी भी ऑपरेटर के मुकाबले सबसे फास्ट 3.7 Gbps हासिल करने का दावा किया गया था। साथ ही कंपनी की तरफ से मिड-बैंड स्पेक्ट्रम पर 1.5 Gbps की डाउनलोडिंग मिलने का दावा किया गया है।

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    यह VI की प्रतीकात्मक फाइल फोटो है।

    नई दिल्ली, पीटीआई। टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया (Vi) ने Nokia के साथ मिलकर 5G ट्रायल के दौरान इतिहास रच दिया है। Vi ने 5G ट्रायल के दौरान अब तक की सबसे फास्ट 9.85 Gbps की स्पीड हासिल की है, जो Jio और Airtel की 5G स्पीड से करीब 10 गुना ज्यादा है। बता दें कि Jio और Airtel ने 5G ट्रायल के दौरान 1Gbps की टॉप स्पीड हासिल की है। VI ने यह स्पीड बैक एंड डाटा ट्रांसमिशन पर हासिल की है। जिसका मतलब कनेक्टिंग मोबाइल बेस स्टेशन नेटवर्क है। यह 5G ट्रायल गुजरात के गांधी नगर में हुआ। हालांकि जहां Vi और Airtel 5G ट्रायल के लिए अन्य टेलिकॉम पार्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों जैसे Ericsson, Nokia और Samsung पर निर्भर हैं। वहीं रिलायंस जियो की तरफ से 5G ट्रायल के लिए खुद की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है।

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    Vi को मिली ये टॉप स्पीड

    Nokia के मुताबकि कंपनी ने Vi के साथ मिलकर 9.85 Gbps स्पीड E-band माइक्रोवेव 80 GHz स्पेक्ट्रम पर हासिल की गई है। इससे पहले सितंबर में Vodafone Idea ने पुणे में 5G ट्रायल के दौरन 3.7 Gbps की टॉप स्पीड हासिल करने का दावा किया था। साथ ही कंपनी की तरफ से मिड-बैंड स्पेक्ट्रम पर 1.5 Gbps की डाउनलोडिंग मिलने का दावा किया गया है। यह स्पीड VI को गांधीनगर और पुणे में 5G ट्रायल के दौरान मिली थी।

    मई में हुआ था स्पेक्ट्रम आवंटन 

    दूरसंचार विभाग (DoT) की तरफ से Vi (Vodafone-Idea) को हाई-फ्रिक्वेंसी बैंड के साथ 26GHz बैंड का आवंटन किया गया था। साथ ही कंपनी को 3.5 GHz स्पेक्ट्रम बैंड आवंटित किया गया है। दूरसंचार विभाग ने रिलायंस जियो (Reliance Jio), भारती एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडाफोन-आइडिया (Vodafone-idea) के 5G ट्रायल के एप्लीकेशन को मई में मंजूरी दी थी। जबकि MTNL को बाद में मंजूरी मिली है। दूर संचार विभाग ने 6 माह के लिए 5G ट्रायल की इजाजत दी है। इसमें टेलिकॉम गियर मेकर Ericsson, Nokia, Samsung और C-DOT की मदद ली जा सकेगा।