आज है National Technology Day, पोखरण परमाणु परीक्षण से इसका क्या है नाता, जानें
हर साल की तरह आज यानि 11 मई को National Technology Day मनाया जा रहा है। इसकी शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। (फोटो साभार-PTI)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। National Technology Day हर साल 11 मई को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी। 11 मई 1998 को भारत ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की अगुवाई में राजस्थान के जैसलमेर के पास पोखरण में सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण किया था। इस दिन को याद करने के लिए हर साल 11 मई को National Technology Day के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन को भारतीय वैज्ञानकों और इंजीनियर्स के साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दर्ज की गई उपलब्धियों के जश्न के तौर पर मनाया जाता है। इसका पोखरण परमाणु टेस्ट से गहरा नाता है।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद में National Technology Day के मौके पर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से देशवासियों के नाम संदेश जारी किया है। अपने संदेश में महामहिम ने कहा है,'1998 के परमाणु परीक्षणों की वर्षगांठ पर मनाए जाने वाले राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर सभी देशवासियों को बधाई। इस अवसर पर, हम राष्ट्र को आत्मनिर्भर बनाने में वैज्ञानिक समुदाय के अतुलनीय योगदान की सराहना करते हैं। हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी को समावेशी विकास के प्रमुख माध्यमों के रूप में देखते हैं। हमारे वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीविद् कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के मोर्चे पर जिस प्रकार युद्धरत हैं, उस पर सभी देशवासियों को गर्व है।'
हम विज्ञान और प्रौद्योगिकी को समावेशी विकास के प्रमुख माध्यमों के रूप में देखते हैं। हमारे वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीविद् कोविड-19 के खिलाफ वैश्विक लड़ाई के मोर्चे पर जिस प्रकार युद्धरत हैं, उस पर सभी देशवासियों को गर्व है।
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 11, 2020
पोखरण-II
11 मई 1998 को भारत मे पोखरण में अपने शक्ति-1 न्यूक्लियर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था। इस ऑपरेशन को सरकार ने पोखरण-II का नाम दिया था, जिसे ऑपरेशन शक्ति कोडनेम से भी जाना जाता है। इस टेस्ट को राजस्थान स्थित भारतीय सेना के पोखरण टेस्ट रेंज में अंजाम दिया गया था। आपको बता दें कि ये भारत सरकार द्वारा पोखरण में किया गया दूसरा टेस्ट था। इससे पहले मई 1974 में भी पोखरण-I के नाम से टेस्ट किया गया था, जिस ऑपरेशन को कोडनेम स्माइलिंग बुद्धा नाम दिया गया था।
आज का दिन इन वजहों से भी है खास
भारत सरकार 1998 से हर साल विज्ञान के क्षेत्र में माइलस्टोन (मील का पत्थर) स्थापित करने वाले वैज्ञानिकों को आज के दिन सम्मानित करती है। इस साल National Technology Day का मुख्य फोकस 'कॉमर्शियलाइजिंग इंडिजीनस टेक्नोलॉजी' पर किया गया है। हर साल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट बोर्ड ऑफ इंडिया इस दिन विज्ञान और प्रोद्योगिकी (Science and Technology) के क्षेत्र में काम करने वाले अचीवर को नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित करती है। DRDO ने आज के दिन ही त्रिशूल शॉर्ट रेंज मिसाइल का परीक्षण किया था जो जमीन से हवा में तेजी से मारने की क्षमता रखती है। यही नहीं आज के दिन ही नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेट्रीज ने भारत का पहला इंडिजीनस एयरक्राफ्ट Hansa-1 को डेवलप किया था।
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