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    International Translation Day: भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है टेक्नोलॉजी

    By Jagran NewsEdited By: Ankita Pandey
    Updated: Sat, 30 Sep 2023 08:10 AM (IST)

    आज अनेक तरह के एप टूल वेबसाइट और डिवाइस तमाम भाषाओं में अनुवाद और संवाद को सहज बना रहे हैं। यहां तक कि लिख या बोलकर अनुवाद करने के साथ-साथ इंटरप्रेटर मोड और रियल टाइम अनुवाद भी तकनीकों की मदद से संभव हो रहा है। आज हम भाषांतरण और अनुवाद के तकनीकी विकास पर चर्चा कर रहे हैं। आइये इसके बारे में जानें...

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    नई भाषाओं को जोडती और विकसित करती है तकनीकी

    नई दिल्ली ब्रह्मानंद मिश्र। आज जब हम किसी नई या अनजान जगह पर होते हैं, तो सबसे पहले हम स्मार्टफोन के जीपीएस, कैमरा या कम्युनिकेशन डिवाइस को आन कर लेते हैं, ताकि किसी अनजान और अवांछित समस्या में घिरने से हम बच सकें। यह तकनीक का ही कमाल है कि अनजान जगह पर स्थानीय बोली-भाषा, संवाद में आ रही अड़चनों को भी दूर करना आसान हो रहा है।

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    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ट्रांसलेशन ऐप तो विदेश यात्रा के दौरान आपके लोकल गाइड भी बन सकते हैं। दरअसल, तकनीकी विकास के इस मुकाम पर पहुंचने से पहले अनुवाद प्रक्रिया और तकनीक की तारतम्यता के प्रयासों का एक लंबा दौर रहा है। एआई के बढ़ते अनुप्रयोगों के बीच आज दुनिया की शीर्ष तकनीकी कंपनियां भाषांतरण को सहज बनाने के लिए लगातार नवाचार और निवेश कर रही हैं।

    अनुवाद की सहजता से मिटती दूरियां

    • इस बात को लेकर विश्वास मजबूत होता जा रहा है कि भाषाएं विकास, सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण, संवाद के लिए ही नहीं, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा-शोध और ज्ञान आधारित समाज के विकास में भी अमूल्य योगदान दे रही हैं। यही कारण है कि बीते कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र (यूएन) बहुभाषा और अनुवाद को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास कर रहा है।
    • वहीं, ट्रांसलेशन ऐप और सेवाएं अलग-अलग भाषा बोलने वालों के बीच दूरियां मिटा रही हैं। आज एक सामान्य साफ्टवेयर भौगोलिक सीमाओं के बाहर उत्पादों और सेवाओं का दायरा बढ़ाने और स्थानीयता से जोड़ने में मदद कर रहा है।

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    ट्रांसलेशन टेक्नोलाजी का विकास

    • तीन दशक पहले कंप्यूटर असिस्टेड ट्रांसलेशन (सीएटी) टूल ने अनुवादकों को शब्दावली और नोट तैयार करने में मदद करनी शुरू की थी। इसके बाद इस सदी की शुरुआत में ही क्लाउड आधारित ट्रांसलेशन मैनेजमेंट सिस्टम (टीएमएस) ने बाजार में दस्तक दी।
    • सबसे बड़ा क्रांतिकारी बदलाव 2006 में गूगल ट्रांसलेशन के लांच के साथ आया, जब प्रिडिक्टिव एल्गोरिदम और स्टेटिस्टिकल ट्रांसलेशन आधारित गूगल ट्रांसलेट ने मशीन ट्रांसलेशन को सामान्य यूजर तक पहुंचा दिया।हालांकि, अनुवाद की कुछ अशुद्धियों के लिए इसमें लगातार सुधार की गुंजाइश बनी रही।
    • वर्ष 2016 में न्यूरल मशीन ट्रांसलेशन (एनएमटी) की एंट्री ने अनुवाद के प्रवाह और गुणवत्ता में सुधार करना शुरू किया। इसके बाद एआई ने जिस तरह से बदलाव किया है, वह मशीनी अनुवाद की क्रांति का एक नया अध्याय ही बन गया।

    एआई और मशीन ट्रांसलेशन

    • मशीन लर्निंग और एआई के विकास से ट्रांसलेशन टेक्नोलाजी नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है। हालांकि, मानव और मशीन के बीच भेद पूरी तरह से मिटा पाना संभव नहीं हुआ है। लेकिन, मशीन ट्रांसलेशन टूल और मानव अनुवादक दोनों के सामंजस्य से अनुवाद प्रक्रिया बेजोड़ बन सकती है।
    • कुछ वर्ष पहले तक जहां कंप्यूटर असिस्टेड ह्यूमन ट्रांसलेशन हो रहा था, वह अब ह्यूमन असिस्टेड कंप्यूटर ट्रांसलेशन में बदल गया है। यह एआई तकनीक में लगातार हो रहे विकास के कारण संभव हो पा रहा है। एआई क्षमताओं का प्रयोग करते हुए जटिल कंटेंट का भी उच्च गुणवत्ता के साथ अनुवाद संभव हो रहा है। इसके विकास से कामकाज के आटोमेशन में और तेजी आएगी।

    5 एआई क्षमता आधारित ट्रांसलेटर ऐप

    अगर आप किसी भाषा में असहज हैं या नई भाषा में संवाद करना या जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो ये पांच ऐप सहायक हो सकते हैं :

    गूगल ट्रांसलेट : यह सबसे लोकप्रिय ट्रांसलेशन ऐप हैं, जिसका काफी समय से सामान्य यूजर द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है। यह निश्शुल्क आनलाइन मशीन ट्रांसलेशन टूल है, जो टेक्स्ट, डाक्यूमेंट और वेबसाइट को ट्रांसलेट करने में मदद कर सकता है। एआई सिस्टम आधारित यह टूल 100 से अधिक भाषाओं में अनुवाद की सुविधा उपलब्ध करा सकता है।

    अलेक्सा ट्रांसलेशन : यह एआई ट्रांसलेशन टेक्नोलाजी बीते दो दशकों से अनुवाद को सरलतम रूप में प्रस्तुत कर रही है। खास बात है कि यह कानूनी, वित्तीय, तकनीकी और वाणिज्यिक दस्तावेजों का भी सहजता से अनुवाद प्रस्तुत करता है।

    डीप-एल : सटीकता के चलते इस एआई ट्रांसलेशन टूल का व्यावसायिक और निजी कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। मैक और आइफोन के साथ डीपएल की सर्विस बेहद उपयोगी है। खास बात यह है कि आटोमेटेड ट्रांसलेशन प्रक्रिया में यूजर को इसमें बदलाव करने की सुविधा प्राप्त होती है।

    बिंग माइक्रोसाफ्ट ट्रांसलेटर : क्लाउड पर होस्टेड यह मशीन ट्रांसलेशन सर्विस है। यह 100 से अधिक भाषाओं और लाइव इंटरैक्शन के लिए 12 वायस ट्रांसलेशन एल्गोरिदम की सुविधा प्रदान करता है। माइक्रोसाफ्ट ट्रांसलेटर टेक्स्ट, आडियो, वीडियो और हाइपरलिंक को ट्रांसलेट करने की सुविधा देता है।

    आइ-ट्रांसलेट ट्रांसलेटर : आग्यूमेंटेड रियलिटी टूल टेक्स्ट, स्पीच, विजुअल को ट्रांसलेट करने में मदद कर सकता है। हालांकि, इसकी सभी सुविधाओं को एक्सेस करने के लिए भुगतान करना होता है। सुविधाओं और सहजता के चलते इसके यूजर की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

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