Independence day 2023: तरक्की की राह पर हैं हम, देश का किसान भी कर रहा इंटरनेट का इस्तेमाल, घट रहा डेटा खर्च
भारत में बीते कुछ सालों में इंटरनेट का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। देश में करीब 90 करोड़ लोगों के पास इंटरनेट का एक्सेस है। इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ आने वाले दिनों में भारत की एक नई तस्वीर सामने आएगी। इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले यूजर्स का आंकड़ा बढ़ कर 100 करोड़ के पार चला जाएगा। पीएम मोदी ने भी आज इंटरनेट के इस्तेमाल को लेकर कई बातें कहीं।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। हम आज अपना 77 वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। हर साल स्वतंत्रता दिवस मनाने के साथ देश की एक बदलती तस्वीर हमारे सामने आती है। भारत में डिजिटल क्रांति के साथ हर काम अब इंटरनेट की मदद से किए जा रहे हैं। साल दर साल भारत में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या बढ़ रही है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने भी इंटरनेट को लेकर देश की तरक्की की बात कही।
इंटरनेट का डेटा खर्चा कम हो रहा है: पीएम मोदी
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल पर बात रखी। लालकिले की प्राचीर से देश के नाम इस संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी की दुनिया में देश एक बड़ी शक्ति बन कर उभर रहा है। दुनिया भर के देशों के मुकाबले भारत में इंटरनेट का डेटा खर्चा कम हो रहा है। यही वजह है कि देश के किसानों तक इंटरनेट की पहुंच संभव हो चुकी है।
साल 2025 तक 100 करोड़ हो जाएंगे देश में इंटरनेट यूजर्स
भारत में मौजूदा समय में करीब 90 करोड़ लोगों के पास इंटरनेट का एक्सेस है। सरकारी आंकड़ों की मानें तो इंटरनेट यूजर की तेजी से बढ़ती संख्या के साथ यह आंकड़ा 100 करोड़ का आंकड़ा छूने वाला है।
साल 2025 में देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 100 करोड़ होने का अनुमान है। ऐसे में इंटरनेट यूजर्स की बढ़ती संख्या के साथ देश की बदलती तस्वीर पर बात कर रहे हैं-
ऑनलाइन शॉपिंग और डिजिटल ट्रांजेक्शन
इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर खरीदारी करने वालों की संख्या बढ़ जाएगी। देश की आधी से ज्यादा आबादी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खरीदारी करेगी। ऑनलाइन शॉपिंग से देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन का आंकड़ा भी बढ़ेगा।
एक अनुमान के मुताबिक देश में 500 मिलियन डिजिटल ट्रांजेक्शन देखे जा सकते हैं। भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल मौजूदा समय में 27 प्रतिशत से ज्यादा ऑनलाइन कस्टमर्स कर रहे हैं।
ऑनलाइन एजुकेशन की ओर बढ़ेगा भारत
इंटरनेट यूजर्स की बढ़ती संख्या के साथ भारत में ऑनलाइन एजुकेशन का दौर देखने को मिलेगा। हालांकि, साल 2020 के बाद यानी कोरोना काल के बाद से ही ऑनलाइन एजुकेशन सेक्टर में यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। हर दूसरे स्कूली और कॉलेज छात्र को पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट की जरूरत महसूस हुई है।
किताबी ज्ञान के साथ-साथ ऑनलाइन सोर्स से काम की जानकारी लेने में यूजर की दिलचस्पी बढ़ी है। ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दो सालों में ऑनलाइन एजुकेशन की ओर ज्यादा से ज्यादा यूजर्स को झुकाव होगा। एक अनुमान के मुताबिक देश की लगभग आधी आबादी ऑनलाइन एजुकेशन के सेक्टर में प्रवेश कर सकती है।
भारत के ग्रामीण क्षेत्रों की कितनी बदलेगी तस्वीर
मीडिया रिपोट्स की मानें तो इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ भारत के ग्रामीण क्षेत्रों की भी एक बदली हुई तस्वीर दिखेगी। एक रिपोर्ट की मानें तो साल 2025 तक जुड़ने वाले नए इंटरनेट यूजर्स में आधे से ज्यादा आबादी ग्रामीण क्षेत्रों से होगी। नए इंटरनेट यूजर्स में ग्रामीणों की संख्या का यह आंकड़ा लगभग 56 प्रतिशत होना तय माना जा रहा है।
इमेज क्रेडिट-फ्रीपिक
ग्रामीण लोगों तक इंटरनेट के साथ दुनिया भर की सूचनाओं को पाने में आसानी होगी। वे दुनिया के किसी भी कोने की खबर से उतने ही परिचित होंगे जितना कि एक शहरी व्यक्ति होता है।
इतना ही नहीं, इंटरनेट के बढ़ती पहुंच के साथ ग्रामीण क्षेत्रों तक किसी भी सरकारी योजना का लाभ ज्यादा बेहतर तरीके से लिया जा सकेगा। सरकार द्वारा लाई जाने वाली भावी योजनाओं को लेकर भी ग्रामीणों को बेहतर जानकारी होगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।