Fraud Alert: WhatsApp के इन मैसेज पर ना करें क्लिक, हो सकते हैं फ्रॉड का शिकार, बचने के लिए फॉलो करें ये टिप्स
Fake WhatsApp Electricity bill Pay अगर आपके घर और ऑफिस में इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन है तो जान लीजिए के बिजली विभाग की तरफ से कॉल या मैसेज करके वेरिफिकेशन नहीं किया जाता है। साथ ही मैसेज करके बिल भुगतान भी नहीं एक्सेप्ट किया जाता है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Fake WhatsApp Electricity bill Pay: वॉट्सऐप पर बिजली भुगतान को लेकर मैसेज मिले, तो सावधान हो जाना चाहिए, क्योंकि इन दिनों बिजली के बिल के नाम पर बड़े फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा है। दरअसल फ्रॉड करने वाले आपके मोबाइल पर SMS या फिर वॉट्सऐप मैसेज भेजते हैं, जिसमें बिजली के बिल की फेक डिटेल होती है और बकाया बिजली बिल को जमा करने के लिए एक लिंक उपलब्ध कराई जाती है। फिर बिजली बिल के भुगतान के लिए एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है। इसके बाद वेरिफिकेशन प्रॉसेस पूरा करने के नाम पर आपसे डिटेल मांगी जाती है। इस तरह हैकर्स फ्रॉड की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
क्या है इलेक्ट्रिसिटी नियम
इंडियन इलेक्ट्रिसिटी नियम के मुताबिक अगर ग्राहक की तरफ से समय पर बिजली बिल का भुगतान नहीं किया जाता है, तो उसे 3 माह का वक्त दिया जाता है, जिससे ग्राहक तीन माह में बिजली बिल का भुगतान कर दें। इसी के साथ 15 दिनों का नोटिस पीरियड भी दिया जाता है।
क्या है एक्सपर्ट की राय
- साइबर एक्सपर्ट प्रियंका सांखला के मुताबिक बिजली विभाग की तरफ से बकाया बिजली के बिल के भुगतान के लिए वॉट्सऐप या फिर नॉर्मल मैसेज नहीं भेजा जाता है। इस तरह के मैसेज मेंटिनेंस की तरफ से भेजे जाते हैं। साथ ही मेंटिनेंस की तरफ से प्री-पेड बिजली भुगतान लिया जाता है। मतलब अगर बिजली बिल का टैरिफ प्लान खत्म हो जाता है, तो बिजली कट जाती है। ऐसे में वॉट्सऐप और नॉर्मल मैसेज पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
- हमेशा विश्वसनीय ऐप्स का इस्तेमाल करें, जो आपके बिजली बिल की डिटेल को K नंबर के साथ दिखाए।किसी भी अननोस सोर्स वाली लिंक पर क्लिक ना करें, जो इलेक्ट्रिसिटी बिल के भुगतान की सलाह देती हैं। किसी भी गैरजरूरी लिंक, स्कैनिंग क्यूआर या फिर ऐप पर वेरिफिकेशन के लिए डिटेल ना दें। बिजली विभाग की तरफ से बिजली बिल के भुगतान के लिए किसी भी तरह का क्यूआर कोड नहीं जारी किया जाता है।
- अगर यूजर का घर, ऑफिस में इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन है, तो जान लीजिए के बिजली विभाग की तरफ से कॉल या मैसेज करके वेरिफिकेशन नहीं किया जाता है।