FraudGPT: सरकार ने दी चेतावनी, रहें सावधान! नहीं तो खाली हो जाएगा बैंक अकाउंट
हाल ही में एक नया चैटजीपीटी ऐप सामने आया है जो लोगों के साथ फ्रॉड कर रहा है। इस FraudGPT के नाम से जाना जाता है। अब सरकार साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-in ने यूजर्स को FraudGPT के बारे में चेतावनी दी है। FraudGPT सही दिखने वाले फिशिंग ईमेल टेक्स्ट संदेश या वेबसाइटें जनरेट कर सकता है जो आपका पर्सनल डेटा चुराते हैं।

नई दिल्ली, टेक डेस्क। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत नोडल इंटरनेट सुरक्षा एजेंसी CERT-In, जो फिशिंग, हैकिंग और अन्य जैसे साइबर सुरक्षा खतरों से निपटती है। उसने यूजर्स को फ्रॉडजीपीटी के खिलाफ चेतावनी दी है। बता दें कि फ्रॉडजीपीटी एक एआई-संचालित चैटबॉट है जिसका उपयोग धोखेबाज साइबर धोखाधड़ी और अपराधों के लिए धोखाधड़ी वाली कंटेंट लिखने के लिए करते हैं।
क्यों खतरनाक है फ्रॉडजीपीटी ?
फ्रॉडजीपीटी प्रामाणिक दिखने वाले फिशिंग ईमेल, टेक्स्ट संदेश या वेबसाइटें जनरेट कर सकता है, जो यूजर्स को संवेदनशील जानकारी, जैसे लॉगिन क्रेडेंशियल, वित्तीय विवरण या व्यक्तिगत डेटा देने के लिए बरगलाता है।
यह यूजर्स को दुर्भावनापूर्ण लिंक/अटैचमेंट पर क्लिक करने के लिए भ्रामक संदेश बना सकता है, जिससे मॉलवेयर हो सकता है। इसके साथ हू ये ऐप संवेदनशील जानकारी साझा करने या हानिकारक कार्य करने के लिए यूजर्स के साथ मानवीय बातचीत की नकल कर सकता है। इसका उपयोग हैकर्स द्वारा वित्तीय घोटालों के लिए धोखाधड़ी वाले दस्तावेज, चालान या भुगतान अनुरोध बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
सुरक्षित रहने के टिप्स
इंटरनेट यूजर्स के लिए सुरक्षित रहने के लिए Cert-In ने कुछ टिप्स साझा की है, जिसे हम यहां बताने वाले हैं।
अज्ञात सोर्स से आए लिंक/अटैचमेंट पर क्लिक करने से बचें:- ज्यादातर सामान्य प्रकार के घोटाले और हमले लिंक और अटैचमेंट के माध्यम से होते हैं। सुरक्षित रहने का सबसे अच्छा तरीका इन लिंक पर क्लिक करने और मेल, मैसेज आदि से अटैचमेंट डाउनलोड करने से बचना है।
हमेशा कॉल, ईमेल या मैसेज की प्रामाणिकता को वेरिफाई करें: सीईआरटी-इन ने यूजर्स को मिलने वाले कॉल, ईमेल और मैसेज की प्रामाणिकता को वेरिफाई करने के लिए चेतावनी दी है, विशेष रूप से वे जो संवेदनशील जानकारी या वित्तीय लेनदेन के लिए पूछ रहे हैं। साथ ही, ऐसे अनुरोधों को मान्य करने के लिए संगठन से सीधे उनके आधिकारिक चैनलों के माध्यम से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर अपडेट करें:- सरकार यह भी चाहती है कि यूजर अपने सिक्टोरिटी सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करें, पैच इंस्टॉल करें और संभावित खतरों से बचाने के लिए वास्तविक एंटीवायरस प्रोग्राम का उपयोग करें।
इसके अलावा, यूजर अपने फोन को उपलब्ध लेटेस्ट सॉफ्टवेयर से भी अपडेट रख सकते हैं। इन अपडेट में आवश्यक सुरक्षा सुधारों के साथ-साथ डिवाइस की पूरी सुरक्षा भी शामिल है।
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