Android से iPhone में भी फटाफट जाएंगे फाइल्स, Google के Quick Share में जल्द मिल सकता है iOS के लिए सपोर्ट
Google का Quick Share फीचर अब iOS और macOS डिवाइसेज के लिए भी उपलब्ध होने की संभावना है। फिलहाल Android Chromebook और Windows यूजर्स ही इसे इस्तेमाल कर पा रहे हैं। अगर ये अपडेट आएगा तो Android यूजर्स सीधे iPhone और Mac के साथ फाइल शेयर कर सकेंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक कोड में iOS और macOS के सपोर्ट के संकेत मिले हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Google का Quick Share फीचर Android डिवाइसेज, Chromebooks और Windows PCs पर फाइल शेयरिंग के लिए एक आसान टूल है और अब ये iOS और Mac डिवाइसेज के लिए भी सपोर्ट देने आ सकता है। अभी तक फोटो, वीडियो और डॉक्यूमेंट्स शेयर करने के लिए iPhone और Mac यूजर्स AirDrop का इस्तेमाल करते थे। वहीं, Android यूजर्स को प्लेटफॉर्म क्रॉस करने पर वर्कअराउंड या थर्ड-पार्टी ऐप्स का सहारा लेना पड़ता था। हाल ही में मिले संकेतों के अनुसार, ये बदल सकता है। Android Authority के मुताबिक, कोड में ऐसे इशारे मिले हैं कि Google iOS और macOS के लिए Quick Share डेवलप कर रहा है, जिससे Android यूजर्स Apple डिवाइसेज के साथ सीधे फाइल शेयर कर सकेंगे।
iOS और macOS के लिए रेफरेंस पहली बार पिछले साल Google के Nearby कनेक्शन्स फ्रेमवर्क में दिखाई दिए थे, जो Quick Share को सपोर्ट करता है। उस समय ये साफ नहीं था कि ये मामूली अपडेट्स हैं या ब्रॉड सपोर्ट की शुरुआत। अब, Google Play Services के बीटा वर्जन 25.34.31 में साफ तौर पर iPhones के लिए Quick Share का जिक्र है। इस फीचर के लिए Google अकाउंट में साइन-इन करना जरूरी हो सकता है, जबकि Android पर ये जरूरी नहीं है। ये प्राइवेसी कंट्रोल्स जैसे कि कॉन्टैक्ट्स के लिए डिवाइस की विजिबिलिटी या iOS की स्पेसिफिक फंक्शनैलिटी से संबंधित हो सकता है।
Quick Share, जिसे 2020 में Nearby Share के नाम से लॉन्च किया गया था, Wi-Fi और ब्लूटूथ के जरिए, बिना इंटरनेट कनेक्शन के वायरलेस ट्रांसफर की सुविधा देता है। ये इंडिविजुअल फाइल्स और बड़े फोल्डर्स दोनों को सपोर्ट करता है और ज्यादातर Android फोन और Chromebooks में प्री-लोडेड आता है। Windows क्लाइंट 2023 में जोड़ा गया। iOS और macOS में एक्सपांशन अगला कदम होगा, लेकिन iPhone यूजर्स को अलग Google ऐप इंस्टॉल करने के लिए मनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि AirDrop पहले से ही Apple डिवाइसेज में इनबिल्ट है।
साइन-इन की जरूरत इस चुनौती को आसान बना सकती है, जिससे परमिशन्स मैनेज करना सरल होगा। Android के उलट, iOS में Play Services जैसी बैकग्राउंड सर्विस फ्रेमवर्क नहीं है, इसलिए Quick Share स्टैंडअलोन ऐप के रूप में काम करेगा। एडिशनल परमिशन्स की जरूरत हो सकती है, लेकिन ये क्रॉस-प्लेटफॉर्म शेयरिंग को आसान और सीधा बनाएगा, जिससे यूजर्स ईमेल, क्लाउड सर्विसेज या मैसेजिंग ऐप्स पर निर्भर नहीं रहेंगे।
अगर यह iOS पर लॉन्च होता है, तो ये ब्रांड-स्पेसिफिके शेयरिंग सॉल्यूशन पर निर्भरता कम कर सकता है। Oppo और OnePlus जैसी कंपनियों ने अपने ऐप्स O Plus Connect लॉन्च किए हैं, लेकिन ये केवल स्पेसिफिक डिवाइसेज तक सीमित हैं। एक यूनिवर्सल सर्विस Android, iPhone, Chromebooks और Windows PCs पर फाइल भेजने और रिसीव करने का एक आसान तरीका प्रदान करेगी।
अभी कोई आधिकारिक रिलीज टाइमलाइन नहीं है और Google ने iOS डिवाइसेज के लिए Quick Share की पुष्टि नहीं की है। हालांकि, iOS और macOS का बार-बार कोड में जिक्र और बग फिक्स इंगित करता है कि डेवलपमेंट जारी है।
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