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    अब एंड्रॉयड में भी मिल सकेगी iPhone जैसी सुरक्षा, नए सिक्योरिटी फीचर की Google कर रहा है टेस्टिंग

    Google अपने एड्रॉयड यूजर्स की सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए आए दिन नए अपडेट देता रहता है। इस बार कंपनी का कहना है कि वह अपने यूजर्स को आईफोन के स्तर की सुरक्षा देगी। आइये इसके बारे में जानते हैं। (जागरण फोटो)

    By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Wed, 15 Feb 2023 02:50 PM (IST)
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    Now android smartphone will also get security features like iPhone

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। गूगल ने अपने सिक्योरिटी अपडेट को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। बता दें कि Google ने पिछले साल Android पर गोपनीयता सैंडबॉक्स बनाने के लिए एक बहु-वर्षीय पहल की घोषणा की थी। इस पहल का उद्देश्य थर्ड-पार्टी के साथ यूजर डाटा के साझाकरण को सीमित करना है। इसके साथ ही यह क्रॉस-ऐप पहचानकर्ताओं के बिना संचालन करके इसे अधिक प्राइवेट एडवरटाइजिंग सॉल्यूशन देना है। हालांकि कंपनी ने अब घोषणा की है कि कपंनी परीक्षण के लिए इस पहल का पहला बीटा जारी कर रही है।

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    Android 13 डिवाइस को मिलेगा बीटा अपडेट

    Android पर प्राइवेसी सैंडबॉक्स का पहला बीटा वर्जन Android 13 डिवाइस के लिए सीमित संख्या में रोल आउट होना शुरू होगा। बीटा को समय के साथ और अधिक यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया जाएगा और परीक्षण में भाग लेने के लिए अधिक डिवाइस का चयन किया जाएगा।

    गोपनीयता सैंडबॉक्स बीटा नए APIs देता है, जो कोर लेवल पर गोपनीयता के साथ डिजाइन किए गए हैं। बता दें कि ये उन पहचानकर्ताओं का उपयोग नहीं करते हैं, जो ऐप और वेबसाइटों पर आपकी गतिविधि को ट्रैक कर सकते हैं।

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    क्या है प्राइवेसी सैंडबॉक्स ?

    Android के लिए Google का प्राइवेसी सैंडबॉक्स बहुत हद तक Apple के ऐप ट्रैकिंग ट्रांसपेरेंसी जैसा है, जिसे कंपनी ने iOS 14.5 अपडेट के साथ जारी किया था। यह सुविधा iPhone यूजर्स को यह तय करने में मदद करती है कि कौन सी कंपनी उन्हें और उनके डाटा को विभिन्न ऐप और वेबसाइटों पर ट्रैक कर सकती है। ऐसा करने से पहले इन कंपनियों को अनुमति लेनी होती है।

    यूजर डाटा ट्रैक करना मुश्किल

    अपडेट से पहले, डेवलपर्स ऐप के भीतर से यूजर डाटा को ट्रैक करने के लिए टूल का उपयोग कर सकते थे और उस जानकारी के आधार पर, विज्ञापनदाता विज्ञापनों के साथ बेहतर लक्षित करने के लिए यूजर्स की प्रोफाइल की पहचान कर सकते थे।

    अगर यूजर अनुमति से इनकार करते हैं, तो डेवलपर और विज्ञापनदाता यूजर डाटा को ट्रैक नहीं कर पाएंगे। इसी तरह Google का गोपनीयता सैंडबॉक्स, जिसे पहले Google Chrome पर परीक्षण के लिए उपलब्ध कराया गया था, Android पर निजी विज्ञापन समाधान देगा।

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