Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Foldable Phones: आसान नहीं है फोल्डिंग फोन्स की राह, कैसा है मुड़ने वाले फोन्स का मार्केट और भविष्य

    Foldable Phones Challenges दुनिया का पहला फोल्डेबल फोन 2018 में रॉयोल फ्लेक्सपाई ने लॉन्च किया था। इसके बाद सैमसंग ने 2019 में अपना पहला फोल्डेबल फोन लॉन्च किया। अब कंपनी अपनी पांचवी पीढ़ी के स्मार्टफोन लॉन्च करने जा रही है। फोल्डेबल फोन के यूजर एक्सपीरियंस को और बेहतर करने पर कंपनियां अभी भी लगातार आरएंडडी कर रही है। फोल्डेबल स्मार्टफोन फिलहाल प्रीमियम सेग्मेंट में उपलब्ध हैं।

    By Subhash GariyaEdited By: Subhash GariyaUpdated: Tue, 25 Jul 2023 10:33 PM (IST)
    Hero Image
    Foldable Phones Future and Challenges (Photo: Unsplash)

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। मोबाइल फोन मार्केट कुछ सालों में काफी बदल गया है। इस बात का अंदाजा आप आसानी से लगा सकते हैं। गौर करिए वो पहला मोबाइल फोन जो आपने इस्तेमाल किया था और आज जिस मोबाइल फोन को आप यूज कर रहे हैं वो कितना बदल गया है। सैमसंग फोल्डेबल फोन की अपनी पांचवी पीढ़ी के स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी में है। आज हम आपको फोल्डेबल फोन की शुरुआत से लेकर इस सेग्मेंट में सैमसंग के मार्केट को लीड करने के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कॉम्पैक्ट फोन से हुई थी फोल्डिंग शुरुआत

    साल 2000 की शुरुआत के साथ ही कॉम्पैक्ट और पोर्टेबल डिवाइस दुनियाभर में लोगों को खूब पसंद आ रही थी।इसी के चलते कंपनियों ने फोल्ड होने वाले फोन लॉन्च किए। हालांकि इन्हें लेकर रिसर्च 1960 से शुरू हो गया था, लेकिन 1990 के दशक में इन पर खूब काम हुआ। 

    मोटोरोला और नोकिया के साथ, सैमसंग, सोनी एरिक्सन और एलजी जैसी दूसरी फोन कंपनियों ने भी आकर्षक डिजाइन के साथ फ्लिप फोन के मार्केट में प्रवेश किया। ये फोन अपने-अपने टारगेट कस्टमर की पसंद के मुताबिक लॉन्च किए गए, जो कलर, कवर डिस्प्ले और बेहतर स्पेक्स के साथ मार्केट में उतारे जाते थे।

    स्मार्टफोन ने बदला मार्केट

    2005-06 के आते-आते स्मार्टफोन की एंट्री के साथ फोन मार्केट पूरी तरह से बदल गया। एक ओर जहां फ्लिप फोन को कॉम्पैक्ट और आसानी से इस्तेमाल किए जाने के लिए पॉपुलर हो रहे थे। दूसरी ओर टचस्क्रीन वाले फोन ने पूरा मार्केट बदलकर रख दिया।

    जैसे-जैसे स्मार्टफोन की लोकप्रियता बढ़ी, फ्लिप फोन की मांग कम होने लगी। टचस्क्रीन डिस्प्ले के साथ अब मोबाइल फोन पर यूजर्स कई काम कर सकते थे। टच स्क्रीन स्मार्टफोन यूजर्स के लिए स्टेटस सिंबल बनने लगे। यूजर्स लेटेस्ट लॉन्च होने वाले फोन में ज्यादा दिलचस्पी दिखने लगे।

    इसके साथ ही कंपनियां भी बड़ी डिस्प्ले, बेहतर कैमरा और फास्ट प्रोसेसर के साथ स्मार्टफोन लॉन्च करने लगे। इसके साथ ही ऐप्स, सोशल मीडिया और ऑल-इन-वन डिवाइस के मार्केट में आने से फ्लिप फोन से लोगों की दिलचस्पी कम होने लगी।

    फिर से लौटकर आए फोल्डेबल फोन

    बीते कुछ सालों में मोबाइल फोन मार्केट में फोल्डेबल फोन की वापसी हुई है। टेक्नोलॉजी में हुए डेवलपमेंट और इनोवेशन के चलते स्मार्टफोन कंपनियों ने एक बार फिर से फोल्डेबल फोन लॉन्च करने शुरू किए। फोल्डिंग स्क्रीन जो सिर्फ कल्पनाओं में संभव था वो अब हकीकत बन चुकी है। ऐसा लग रहा है कि फोल्डेबल फोन ही भविष्य हैं।

    फोल्डेबल फोन की शुरुआत सैमसंग ने साल 2019 में ऑरिजनल Galaxy Fold के साथ की थी। हालांकि यह पहला फोन नहीं था। दुनिया का पहला फोल्डेबल फोन 2018 में रॉयोल फ्लेक्सपाई ने लॉन्च किया था। सैमसंग के फोल्डेबल फोन की बात करें तो इसमें फ्लेक्सिबल डिस्प्ले दी गई थी, जिसे किताब की तरह खोला जा सकता है। सैमसंग के बाद हुवावे ने Mate X लॉन्च कर मार्केट को संभावनाओं से भर दिया।

    फोल्डेबल फोन: चुनौतियां भी कम नहीं

    • फोल्डेबल फोन के लॉन्च के पीछे एक लंबी विकास यात्रा है, जिसमें कंपनियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। ऐसा नहीं है कि यह चुनौतियां अब खत्म हो गई है।
    • फोल्डेबल फोन के सामने आने वाली महत्वपूर्ण तकनीकी चुनौतियों में से डिवाइस की ड्यूरेबिलिटी है। फोल्डेबल डिवाइस को बार-बार खोलना पड़ता है, जो फ्लेक्सिबल डिस्प्ले और हिंज सिस्टम पर दबाव डालता है।
    • शुरुआती फोल्डेबल फोन, जैसे कि सैमसंग गैलेक्सी फोल्ड, को डिस्प्ले के साथ टिकाऊपन की समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप स्क्रीन में सिलवटें देखने को मिली थी। इस वजह से फोन के लॉन्च में भी देरी हुई थी।
    • फोल्डेबल फोन फोल्डिंग सिस्टम पूरी तरह से हिंज और फ्लेक्सिबल डिस्प्ले टेक्नोलॉजी पर निर्भर करते हैं। शुरुआत में कंपनियों ने फ्लेक्सिबल डिस्प्ले के लिए प्लास्टिक पॉलिमर का उपयोग किया, जिस पर खरोंच और क्षति होने का खतरा था।

    इन चुनौतियों से पार पाने के लिए, सैमसंग ने Galaxy Z Fold 3 जैसे फोल्डेबल फोन में अधिक टिकाऊ और स्क्रैच प्रूफ मेटेरियल से बना अल्ट्रा-थिन ग्लास (यूटीजी) का इस्तेमाल किया था। हालांकि, यूटीजी फ्लेक्सिबल और डिस्प्ले क्वालिटी को लेकर अलग तरह की चुनौतियों के साथ आता है। यूजर्स के ओवरऑल एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए रेगुलर रिसर्च और डेवलपमेंट की जरूरत होती है।

    फोल्डेबल फोन की फोल्डिंग और अनफोल्डिंग क्रिया के लिए हिंज मैकेनिज्म भी अहम योगदान रखता है। फोल्डेबल फोन की ड्यूरेबिलिटी और ठीक से काम करने को लेकर एक संतुलन हासिल करना एक जटिल इंजीनियरिंग चुनौती है।

    फोल्डेबल फोन : क्या कहता है बाजार

    फोल्डेबल फोन फिलहाल बाजार के प्रीमियम सेगमेंट में मौजूद हैं, जो फिलहाल टेक्नोलॉली इंथूजियास्ट यूजर्स को फोकस करते हैं। फोल्डेबल डिवाइस के निर्माण और विकास में ज्यादा लागत के चलते ये फोन प्रीमिमय सेग्मेंट में हैं। सैमसंग और हुवावे फोल्डेबल फोन बाजार में सबसे आगे रहे हैं।

    • ग्लोबल मार्केट की बात करें तो, साल 2021 में फोल्डेबल फोन बाजार 17.6 बिलियन डॉलर था।
    • 2031 तक इसके 174 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
    • यह 2022 और 2031 के बीच 26% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) प्रदर्शित करता है।

    यूजर्स के रूप में देखें तो फोन की ड्यूरेबिलिटी कीमत से कहीं ज्यादा मायने रखती है। जैसे-जैसे फोल्डेबल फोन का मार्केट बढ़ रहा है और कंपनियां इस सेग्मेंट में एंट्री कर रही है। कंपनियों के बीच न सिर्फ प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है बल्कि इनोवेशन भी बढ़ रहा है। इस सेगमेंट में कंपनियों बढ़ती दिलचस्पी से संकेत मिलते हैं कि आने वाले दिनों कम कीमत में फोल्डिंग डिस्प्ले वाले फोन मार्केट में उपलब्ध होंगे।।

    फोल्डेबल फोन का भविष्य

    • फोल्डेबल डिस्प्ले की ड्यूरेबिलिटी, फ्लेक्सिबिलिटी और इसकी क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए कंपनियां रिसर्च और डेवलपमेंट (आरएंडडी) में लगातार निवेश कर रही हैं।
    • इसके अतिरिक्त, डिस्प्ले टेक्नोलॉजी में डेवलपमेंट जैसे, फ्लेक्सिबल ओएलईडी पैनल और थिन ग्लास लेयर इंटीग्रेशन, फोल्डेबल फोन की डिस्प्ले क्वालिटी और यूजर्स के एक्सपीरियंस को और बेहतर बनाएगा।

    फोल्डेबल फोन अभी शुरुआती चरण में ही है। इस बात पर कोई शक नहीं है कि भविष्य में ये मेनस्ट्रीम डिवाइस होंगे। जैसे-जैसे कंपनियां फोल्डेबल फोन की ड्यूरेबिलिटी और यूजर्स एक्सपीरियंस को बेहतर करने के साथ प्राइसिंग थोड़ी कम करेंगे, तो संभव है कि इन फोन के प्रति यूजर्स की धारणा बदल सकती है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं है कि फोल्डेबल फोन में भविष्य की अपार संभावनाएं हैं।