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    SMS का वो दौर... किसने भेजा था दुनिया का पहला एसएमएस, इस तरह हुई थी शुरुआत

    Updated: Tue, 03 Dec 2024 01:16 PM (IST)

    Worlds First SMS आज से 32 साल पहले दुनिया का पहला एसएमएस भेजा गया था। 22 वर्षीय इंजीनियर नील Papworth ने अपने एक साथी कर्मचारी के फोन पर वोडाफोन नेटवर्क के जरिये मेरी क्रिसमस मैसेज भेजा था। इसके बारे में एक बार पापवर्थ ने कहा कि मुझे उस समय नहीं पता था कि यह सर्विस आगे चलकर इतनी लोकप्रिय हो जाएगी।

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    क्या है पहले टेक्स्ट मैसेज की इनसाइड स्टोरी

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। 3 दिसंबर 1992 को इतिहास का पहला SMS भेजा गया था। 22 वर्षीय इंजीनियर नील Papworth ने अपने एक साथी कर्मचारी के फोन पर वोडाफोन नेटवर्क के जरिये 'मेरी क्रिसमस' मैसेज भेजा था। इसके लिए एक पर्सनल कंप्यूटर का इस्तेमाल किया गया था।

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    पापवर्थ ने यह मैसेज उस समय भेजा था, जब वह बंद हो चुकी एंग्लो-फ्रेंच IT सर्विस कंपनी सेमा ग्रुप टेलीकॉम्स के लिए काम करते थे। उस वक्त ये ब्रिटिश टेलीकम्युनिकेशन कंपनी वोडाफोन यूके के लिए शॉर्ट मैसेज सर्विस सेंटर (एसएमएससी) पर काम करने वाली टीम का हिस्सा थे।

    किसने और किसे भेजा था पहला मैसेज

    आज से 32 साल पहले पहला टेक्स्ट भेजा गया था। भले ही आज के समय में हम चुटकियों में इमोजी शेयर कर सकते हैं। वीडियो-फोटो शेयर कर सकते हैं, लेकिन उस समय एसएमएस भेजना बड़ी बात थी। एक 22 वर्षीय लड़के ने अपने सहयोगी को पहला मैसेज भेजा था।

    पहले मैसेज भेजने की कहानी को याद करते हुए Papworth ने कहा था कि, मुझे उस समय बिल्कुल भी नहीं लगा था कि यह सर्विस आने वाले सालों में इतनी लोकप्रिय हो जाएगी। उस समय मैं सिर्फ अपने ऑफिस के काम को निपटाना चाहता था और जल्द से जल्द अपनी जानकारी साथी सहयोगी के पास भेजना चाहता था।

    टेक्स्ट भेजने वाला पहला सेलफोन 

    पहला टेक्स्ट मैसेज भेजे जाने के एक साल बाद नोकिया ने एसएमएस सुविधा के साथ पहला सेलफोन जारी किया था, लेकिन इसके जरिये सिर्फ 160 अक्षरों तक मैसेज ही भेजे जा सकते थे। यूनाइटेड किंगडम को SMS का जन्मस्थान कहा जाता है। शुरुआती दिनों में यहां इसकी लोकप्रियता में जमकर उछाल आया था। फरवरी 2001 तक हर महीने लगभग एक बिलियन टेक्स्ट भेजे जा रहे थे और यूजर्स से प्रति टेक्स्ट 10 पेंस का शुल्क लिया जा रहा था।

    2010 तक अंतरर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ के मुताबिक, हर मिनट 200,000 टेक्स्ट मैसेज भेजे जा रहे थे, लेकिन 2012 तक दुनियाभर में टेक्स्टिंग में लगातार गिरावट देखी जाने लगी। जिसका मेन कारण इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को माना जाता है। खासकर, वॉट्सऐप जैसे ऐप ने टेक्स्ट मैसेज भेजने की जरूरत को खत्म कर दिया। 

    रोजाना 100 एसएमएस

    अब लगभग सभी टेलीकॉम कंपनियां अपने यूजर्स को 100SMS/day की सुविधा देती हैं। लेकिन एक समय ऐसा था, जब SMS के लिए भी रिचार्ज प्लान आते थे। उस समय वॉट्सऐप नहीं था और ये इंटरनेट सर्विस भी महंगी होती थी। तब SMS लोगों के लिए एक बड़ा सहारा था।

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