Google Chrome यूजर्स के लिए सरकार ने जारी किया हाई-लेवल सिक्योरिटी अलर्ट; बचाव के लिए क्या करें?
भारत सरकार ने गूगल क्रोम इस्तेमाल करने वालों के लिए चेतावनी जारी की है। CERT-In के अनुसार क्रोम में कई सुरक्षा कमज़ोरियाँ पाई गई हैं जिनसे हैकर्स आपके डिवाइस का नियंत्रण ले सकते हैं। विंडोज और लिनक्स सिस्टम पर क्रोम इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को खतरा है। इन खतरों से बचने के लिए क्रोम को तुरंत अपडेट करने की सलाह दी जाती है।

टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। गूगल के ब्राउजर Chrome को लेकर सरकार ने एडवायजरी जारी की है। सरकारी एजेंसी इंडियन कम्प्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने क्रोम यूजर्स के लिए सिक्योरिटी अलर्ट जारी की है। 3 अक्टूबर को जारी इस चेतावनी को हाई-सीवियरिटी यानी गंभीर स्तर की है। यह भारत के लाखों क्रोम यूजर्स को प्रभावित करती है, जिसमें विंडोज और लिनिक्स सिस्टम यूजर्स शामिल हैं।
क्रोम यूजर्स के लिए अलर्ट
CERT-In ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि गूगल के वेब ब्राउजर में कई खामियां पाई गई है। इन बग्स का फायदा उठाकर कर हैकर्स यूजर्स के डिवाइस का एक्सेस ले सकते हैं। सिक्योरिटी रिपोर्ट में बताया गया है कि क्रोम में कई टेक्नीकल ग्लिच देखने को मिले हैं। इनमें वीडियो और वेब जीपीयू में मैमोरी ओवरफ्लो, स्टोरेज और टैब में डेटा लीक और कुछ गलत कोडिंग के साथ-साथ मीडिया फाइल की गलत रीडिंग और V8 में एरर के साथ कुछ और बग्स देखने को मिले हैं।
इन बग्स की मदद से हैकर्स आसानी से यूजर्स के कम्प्यूटर का एक्सेस ले सकते हैं। इन बग्स की मदद से हैकर्स यूजर्स को किसी और वेबसाइट पर रिडायरेक्ट कर सकते हैं, जो बेहद खतरनाक है।
किन यूजर्स को है खतरा?
डेस्कटॉप या फिर लैपटॉप पर क्रोम यूज करने वाले सभी यूजर्स को इस बग्स से खतरा है। क्रोम को Windows या Linux सिस्टम पर यूज करने वाले यूजर्स को इस बग्स के जरिए आसानी से हैकर्स अपना शिकार बना सकते हैं।
Linux में क्रोम का 141.0.7390.54 वर्जन या इससे पहले का वर्जन इस्तेमाल कर रहे यूजर्स को इन बग्स से खतरा है। वहीं, Windows और Mac में क्रोम का 141.0.7390.54/55 से पहले के वर्जन इस्तेमाल करने वाले यूजर्स खतरा है।
बचने के लिए क्या करें?
Chrome यूजर्स को इन बग्स से बचने के लिए तुरंत सॉफ्टवेयर अपडेट करना होगा। क्रोम का सॉफ्टवेयर अपडेट करने के लिए यूजर्स को ऊपर दाईं ओर दिए तीन डॉट्स पर क्लिक करना होगा। इसके बाद उन्हें सेटिंग मैन्यू में About और वहां Update Chrome पर क्लिक करना होगा। इस तरह यूजर्स अपने क्रोम वर्जन को अपडेट कर इससे बच सकते हैं।
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