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    टेंशन खत्म! बिना नेटवर्क के कर पाएंगे कॉल, मैसेज और UPI पेमेंट; BSNL ने किया कमाल

    Updated: Fri, 15 Nov 2024 11:14 AM (IST)

    सरकारी कंपनी BSNL ने सैटेलाइट डायरेक्ट-टू-डिवाइस सर्विस लॉन्च की है। ऐसा करने के बाद वह भारत की पहली कंपनी बन गई है जिसके पास यह टेक्नोलॉजी है। इसकी मदद से दूरदराज इलाकों में बिना टेलीकॉम नेटवर्क के ही कॉल मैसेज और यहां तक यूपीआई सर्विस का इस्तेमाल कर पाएंगे। सर्विस के बारे में DoT ने X पर जानकारी दी है।

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    बीएसएनएल ने एक नई सर्विस लॉन्च की है।

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। टैरिफ में बढ़ोत्तरी के बाद से बीएसएनएल के दिन बदल रहे हैं। सरकारी कंपनी देश में लगातार अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर फोकस कर रही है। हाल ही में दूरसंचार विभाग (DoT) ने BSNL डायरेक्ट-टू-डिवाइस (D2D) सर्विस अनाउंस की है, जो बिना किसी टेलीकॉम नेटवर्क कनेक्टिविटी के दूरदराज इलाकों में कॉल, मैसेज और यूपीआई पेमेंट करने की सुविधा देती है। यह भारत में विकसित अपनी तरह की पहली स्वदेशी टेक्नोलॉजी है।

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    बीएसएनएल के अलावा दूसरी टेलीकॉम कंपनियां भी इस तरह के समाधानों पर काम कर रही हैं। साथ ही एलन मस्क की स्टारलिंक और अमेजन की कुइपर भी सैटेलाइट इंटरनेट लॉन्च करने की तैयारी में है। बीएसएनएल की सैटेलाइट टू-डिवाइस सर्विस क्या है और कैसे काम करती है। आइए जानते हैं।

    सैटेलाइट डायरेक्ट-टू-डिवाइस सर्विस

    एक्स के जरिए सर्विस की घोषणा करते हुए DoT ने कहा कि BSNL ने भारत की पहली सैटेलाइट-टू-डिवाइस सर्विस शुरू की है, जो बिना किसी रुकावट के भारत के दूरदराज इलाकों में पहुंचती है। इस सर्विस के लिए BSNL ने Viasat के साथ साझेदारी की है। यह अमेरिकी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी है।

    बता दें, इस साल हुए इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) में Viasat और BSNL ने इसके लिए बनाए गए कस्टम Android डिवाइस का इस्तेमाल करके दो-तरफा मैसेजिंग और SoS मैसेजिंग का सफलतापूर्वक प्रदर्शन भी किया था।

    मिलेंगे ढेरों बेनिफिट

    सैटेलाइट डायरेक्ट-टू-डिवाइस सर्विस मिलने के बाद यूजर्स को टावर नेटवर्क पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। उन्हें सर्विस सैटेलाइट के जरिये मिलेगी। अगर आप किसी ऐसे इलाके में होंगे, जहां नेटवर्क नहीं पहुंचते हैं तो इस स्थिति में सर्विस की मदद से आप कॉल, मैसेज और यहां तक कि यूपीआई का इस्तेमाल भी कर पाएंगे। सैटेलाइट के जरिये दूरदराज इलाकों में मोबाइल टावर नेटवर्क पर निर्भर रहने की जरूरत खत्म हो जाएगी।

    आम आदमी को कब मिलेगी सर्विस

    फिलहाल, सर्विस की उपलब्धता और कीमतों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि एक सामान्य व्यक्ति के लिए पूरी सेटअप प्रक्रिया महंगी और मुश्किल हो सकती है। साथ ही इसमें खराब मौसम होने की स्थिति में सिग्नल बाधित भी हो सकते हैं। अपने फेसबुक पेज पर बीएसएनएल ने कहा कि, यह सर्विस इमरजेंसी में किसी से संपर्क करने या यूपीआई से पेमेंट करने के लिए अलग-थलग क्षेत्रों में उपयोगी हो सकती है।

    एलन मस्क की भी तैयारी

    एलन मस्क भी भारत में अपनी सैटेलाइट सर्विस लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं। हालिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि मस्क की स्टारलिंक ने भारत की सिक्योरिटी और प्राइवेसी से जुड़ी शर्तों को स्वीकार कर लिया है। जिसके बाद स्टारलिंक का भारत में आने का रास्ता पहले से साफ हो गया है। साथ में अमेजन की कुइपर के लॉन्च होने की भी खबरें हैं। हालांकि दोनों ही कंपनियां कब तक सर्विस लॉन्च करेंगी। इस बार में अभी कुछ भी कहना मुश्किल हैं।

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