Bluetooth 5.3: क्यों इतना खास है ब्लूटूथ का ये खास वर्जन, जानें इसकी खूबियां
Bluetooth 5.3 Feature यदि आप स्मार्ट डिवाइस का उपयोग करते हैं तो फिर ब्लूटूथ का भी उपयोग करते ही होंगे। खासकर फाइल ट्रांसफर आइओटी डिवाइस से पेयर करने के लिए ब्लूटूथ बेहद जरूरी है। आज बात करते हैं इसके नये वर्जन ब्लूटूथ 5.3 के बारे में और जानते हैं इसमें क्या है खास। समय के साथ ब्लूटूथ में कई अपडेट हुए हैं। इससे स्पीड डाटा ट्रांसफर प्रोसेगिंग बेहतर हुई है।

नई दिल्ली, संतोष आनंद। आजकल सभी स्मार्ट डिवाइस ब्लूटूथ से लैस होते हैं। यह किसी भी डिवाइस के वायरलेस कम्युनिकेशन का अहम हिस्सा है। इससे फाइल ट्रांसफर, डिवाइस को पेयर या फिर कम दूरी पर डाटा स्ट्रीम करने के लिए डेवलप किया गया है।
यह 2.402 और 2.480 गीगाहर्ट्ज या फिर 2.400 और 2.4835 गीगाहर्ट्ज के बीच की फ्रीक्वेंसी का उपयोग करता है। आजकल ब्लूटूथ का उपयोग स्मार्टफोन, लैपटाप, स्पीकर, स्मार्टवाच, स्मार्ट टीवी आदि में हो रहा है।
(8).jpg)
ब्लूटूथ वर्जन 5.0 से 5.2 तक
समय के साथ ब्लूटूथ में कई अपडेट हुए हैं। इससे स्पीड, डाटा ट्रांसफर, प्रोसेगिंग बेहतर हुई है।
ब्लूटूथ 5.0: ब्लूटूथ के इस वर्जन की शुरुआत 2016 के मध्य में हुई थी। इसके आने के बाद ट्रांसफर रेट दोगुना हो गया। साथ ही, इसकी रेंज भी चार गुना तक बढ़ गई।
ब्लूटूथ 5.1: ब्लूटूथ के इस वर्जन की शुरुआत 2019 हुई थी। इसमें कनेक्टेड डिवाइस की लोकेशन को पता लगाने की सुविधा मिली। साथ ही, सिग्नल किस दिशा से आ रहा है, उसका भी पता लगाने की इसमें सुविधा है।
ब्लूटूथ 5.2: इस वर्जन को 2020 में जारी किया गया। यह आडियो कार्यों के लिए कनेक्ट होने वाली डिवाइस की साउंड क्वालिटी और एनर्जी इफिशियंसी में सुधार करता है। यह एक नए कोडेक, लो कांप्लेक्सिटी कम्युनिकेशन कोडेक (एलसी3) का उपयोग करता है, जो प्रसारित होने वाले डाटा को अधिक कुशलता से कंप्रेस और डीकंप्रेस कर सकता है। साथ ही, एक ही समय में कई डिवाइस पर आडियो ट्रांसफर करने की सुविधा देता है।
ब्लूटूथ वर्जन 5.3 के फायदे
पहले बात ब्लूटूथ 5.0 वर्जन की करें, तो यह बीएलई (ब्लूटूथ लो एनर्जी) के माध्यम से दो एमबीआइटी/सेकंड की बर्स्ट दर के साथ दोगुनी स्पीड प्रदान करता है। मगर इसकी दो एमबीआइटी/सेकंड स्पीड के कारण यूजर एक साथ दो डिवाइस को ब्लूटूथ 5 इंटरफेस से कनेक्ट कर सकते है। हालांकि पिछले वर्जन यानी कि ब्लूटूथ 4.2 लो एनर्जी की तुलना में ब्लूटूथ 5.0 दोगुना तेज होने के साथ चार गुना ज्यादा रेंज के साथ काम करता है और आठ गुना अधिक डाटा ट्रांसफर करने में सक्षम है।
वहीं बात ब्लूटूथ वर्जन 5.3 की बात करें, तो यह चैनल क्लासिफिकेशन एनहांसमेंट, एन्क्रिप्शन कीज साइज कंट्रोल एनहांसमेंट और कनेक्शन सबरेटिंग जैसी सुविधाओं के साथ आता है। सरल शब्दों में कहें, तो ब्लूटूथ 5.3 बेहतर बैटरी लाइफ, अधिक कुशलता से डाटा ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है। साथ ही, इसमें डिवाइस में बीच स्विच करना आसान होता है। 4.0 या 4.2 जैसे ब्लूटूथ स्टैंडर्ड की तुलना में यह नया वर्जन 12 गुना तक अधिक स्पीड की पेशकश करता है।
ब्लूटूथ 5.3 अब आइईईई 802.11 एमएसी और पीएचवाई (एएमपी) प्रोटोकाल को सपोर्ट नहीं करता है, क्योंकि एएमपी की फ्रीक्वेंसी का उपयोग कम हो गया है। इसलिए ब्लूटूथ 5.3 अब स्टैंडर्ड ब्लूटूथ लेयर का उपयोग करता है, जो अब प्राइमरी कंट्रोलर का एक हिस्सा है। हालांकि ब्लूटूथ एसआइजी ने पुष्टि की है कि आइईईई 802.11 एमएसी और पीएचवाई (एएमपी) प्रोटोकाल का अभी भी ब्लूटूथ 5.2 पर उपयोग किया जा सकता है।
ब्लूटूथ और एनएफसी में अंतर
ब्लूटूथ और एनएफसी में कुछ समानताएं हैं, तो कुछ अंतर भी...
- 1. एनएफसी के लिए पेयरिंग की जरूरत नहीं होती है। इसकी मतलब है कि ब्लूटूथ की तरह दो डिवाइस को आपस में पेयरिंग करने की जरूरत नहीं पड़ती है, इसलिए डाटा ट्रांसफर ज्यादा तेजी से होता है।
- 2. एनएफसी का उपयोग कम दूरी के लिए होता है (आमतौर पर 10 सेंटीमीटर से कम)।
- 3. एनएफसी का उपयोग मोबाइल पेमेंट के लिए हो सकता है, लेकिन ब्लूटूथ का नहीं।
ब्लूटूथ का उपयोग
आमतौर पर ब्लूटूथ का उपयोग निम्न चीजों के लिए होता है...
- म्यूजिक सुनने के लिए
- हैंड्स फ्री-हेडसेट के लिए
- फाइल ट्रांसफर के लिए
- कार में हैंड फ्री काल्स के लिए
- आइओटी डिवाइस से पेयर करने के लिए

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।