ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए Apple की नई स्ट्रैटेजी, क्या भारत में बढ़ाएगा iPhones की मैन्युफैक्चरिंग?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ से बचने के लिए एपल ने भारत से अमेरिका 5 विमान भरकर iPhones और दूसरे प्रोडक्ट्स भेजे है। कंपनी ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि वह भारत और अन्य बाजारों में कीमत न बढ़ाए। इसके साथ टैरिफ का बोझ सीधे उसके ग्राहकों पर नहीं आएगा। ऐसा करके एपल को कुछ समय तक कीमत नहीं बढ़ानी पड़ेगी।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से बचने के लिए Apple ने मार्च के आखिरी सप्ताह में सिर्फ तीन दिनों के भीतर भारत से अमेरिका 5 विमान भरकर iPhones और दूसरे प्रोडक्ट्स भेजे है। एपल ने यह कदम डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए Reciprocal Tariff से बचने के लिए यह कदम उठाया था। अमेरिका में ये टैक्स 5 अप्रैल से लागू हुए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि Apple ने यह कदम इसलिए उठाया ताकि वह भारत और अन्य बाजारों में कीमत न बढ़ाए। इसके साथ टैरिफ का बोझ भारतीय और दूसरे देशों के ग्राहकों पर न आए।
स्टॉकपाइलिंग क्यों कर रहा Apple
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि Apple ने भारत और चीन में स्थित अपने मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स से अमेरिका में स्टॉक शिप किया है। आमतौर पर यह धीमा सीजन होता है, लेकिन टैरिफ से बचने के लिए कंपनी ने भारी मात्रा में स्टॉकपाइलिंग कर रही हैं। टैरिफ बढ़ने से पहले ही मैन्युफैक्चरिंग से एपल प्रोडक्ट को अमेरिका भेज दिया गया, जिससे वहां ज्यादा माल पहुंच जाएं और उसे कीमत न बढ़ानी पड़े।
स्टॉकपाइलिंग Apple के लिये क्यों फायदेमंद है?
स्टॉकपाइलिंग से Apple अपने प्रोडक्ट की मौजूदा कीमत को स्थिर रख पाएगा। कम ड्यूटी वाले स्टॉक से कंपनी को कुछ समय तक कीमतें नहीं बढ़ाने से राहत मिल जाएगी। रिपोर्ट्स की माने तो Apple के अमेरिका स्थित वेयरहाउस में फिलहाल कई महीनों का स्टॉक तैयार है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि अगर कीमतें बढ़ानी पड़ती हैं, तो कंपनी सिर्फ अमेरिका नहीं बल्कि भारत समेत दूसरे बाजारों में भी अपने प्रोडक्ट महंगे करेगा।
Apple भारत में बढ़ा सकता है मैन्युफैक्चरिंग
राष्ट्रपति ट्रंप ने 9 अप्रैल से नए टैरिफ का एलान किया है। इससे एपल की मैन्युफैक्चरिंग रणनीति प्रभावित हो सकती है। नए टैरिफ के बाद भारत एपल के लिए जरूरी मैन्युफैक्चरिंग सेंटर हो सकता है। कंपनी लंबे समय से चीन से प्रोडक्शन सीमित करने पर काम कर रही है।
Apple भारत में फिलहाल iPhone और AirPods का निर्माण कर रहा है। कंपनी के लिए चीन की बजाय भारत से निर्यात करना सस्ता पड़ेगा। भारतीय उत्पादों पर अमेरिका में 26% टैरिफ लगा रहा है। वहीं, चीन में बने उत्पादों पर यह दर 54% है। यानी 28% का अंतर Apple को भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।
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