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    Apple और Meta पर EU के नियमों के उल्लंघन के आरोप, भरना होगा जुर्माना

    Updated: Tue, 11 Mar 2025 12:45 PM (IST)

    दिग्गज टेक कंपनी Apple और Meta Platforms पर यूरोपियन यूनियन के नए Digital Markets Act (DMA) के कथित उल्लंघन का आरोप है। खबरों की माने तो दोनों कंपनियों को इसके लिए मामूली जुर्माना भरना पड़ सकता है। यूरोपियन यूनियन ने मई 2023 में Digital Markets Act कानून लागू किया था। इस मामले में मेटा और एपल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।

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    EU ने मेटा और एपल पर लगाया जुर्माना

    टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। Apple और Meta Platforms को यूरोप में मामूली जुर्माना भरना पड़ सकता है। यूरोपियन यूनियन के नए Digital Markets Act (DMA) के कथित उल्लंघन के मामले में दोनों कंपनियों पर आरोप हैं। इसके लिए एपल और मेटा को मामूल जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। इस मामले को लेकर जानकारी इससे जुड़े सूत्रों के जरिए सामने आई है।

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    Digital Markets Act

    यूरोपियन यूनियन ने मई 2023 में Digital Markets Act कानून लागू किया था। इसका उद्देश्य बड़ी टेक कंपनियों के मार्केट शेयर को सीमित करना है। यह कानून यूजर्स को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, इंटरनेट ब्राउजर और ऐप स्टोर के बीच आसानी से स्विच करने की सुविधा देता है। इससे छोटे कंपनियों को कॉम्पिटिशन का मौका मिलेगा।

    इस कानून का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर उनकी वैश्विक वार्षिक बिक्री का 10% तक का जुर्माने का प्रावधान है। हालांकि, EU एंटीट्रस्ट एडमिनिस्ट्रेशन का ध्यान फिलहाल कंपनियों को कानून का पालन करने के लिए प्रेरित करने पर है। अभी वह कंनपियों पर सख्त प्रतिबंध लगाने के खिलाफ है।

    Apple और Meta पर नरमी क्यों दिखा रहा EU?

    Apple और Meta पर कथित तौर पर आरोप हैं कि उन्होंने DMA 2023 कानून का उल्लघंन किया है। EU फिलहाल दोनों कंपनियों से मामूली जुर्माना वसूल रही है। इसके पीछे तीन प्रमुख कारण हैं। सूत्रों के मुताबिक, DMA 2023 में ही लागू हुआ है, इसलिए नियमों का उल्लंघन हाल ही में हुआ है और इसकी अवधि काफी कम है।

    इसके साथ ही अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के बीच तनाव को देखते हुए EU अमेरिकी टेक कंपनियों को टारगेट करने के आरोप से बचना चाहता है। तीसरा कारण यह है कि EU चाहता है कि कंपनियां नियमों का पालन करें, न कि जुर्माना भरकर बच निकलें।

    अमेरिका का EU पर दबाव

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने चेतावनी दी थी कि यदि अमेरिकी कंपनियों पर कोई देश जुर्माना लगाता है, तो उनके खिलाफ टैरिफ (आयात शुल्क) लगाया जाएगा। अन्य देशों द्वारा जुर्माना लगाया जाता है, तो अमेरिका उन देशों के खिलाफ टैरिफ (आयात शुल्क) लगा सकता है। हालांकि, EU ने इस बात से इनकार किया है कि वह अमेरिकी टेक कंपनियों को निशाना बना रहा है।

    Meta और Apple की प्रतिक्रिया

    Meta ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उसने अपनी ओर से DMA के नियमों का पालन करने की पूरी कोशिश की है। मेटा का यह भी कहना है कि उसे ऐसे अनुरोध भी मिल रहे हैं, जो इस कानून में स्पष्ट रूप से नहीं लिखे गए हैं। वहीं, Apple का कहना है कि DMA के तहत किए गए बदलावों से यूजर्स और डेवलपर्स के लिए अधिक जोखिम हो सकता है, जिसमें मैलवेयर, धोखाधड़ी और घोटालों के नए रास्ते खुल सकते हैं।

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