Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Samsung ने मोबाइल फोन के बाद अब टीवी और घरेलू उत्पादों पर लिया ये बड़ा फैसला

    By Kritarth SardanaEdited By:
    Updated: Mon, 27 Jun 2022 07:33 AM (IST)

    दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung मोबाइल फोन के बाद अब कथित तौर पर अपने टीवी और घरेलू उपकरणों के उत्पादन को कम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट सैम मोबाइल के अनुसार कठिन वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के चलते उपभोक्ता मांग की रफ्तार में कमी आई है।

    Hero Image
    Samsung photo credit - Jagran File Photo

    नई दिल्ली, आईएएनएस । दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung, मोबाइल फोन के बाद अब कथित तौर पर अपने टीवी और घरेलू उपकरणों के उत्पादन को कम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कठिन वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के चलते उपभोक्ता मांग की रफ्तार में कमी आई है। जिसके कारण कंपनी को ये कदम उठाने पड़ रहे हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार रूस और यूक्रेन विवाद की अनिश्चितता के कारण भी मांग पर प्रभाव पड़ा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक बाजार अनुसंधान (market research) से यह भी पता चलता है कि इस साल की दूसरी तिमाही में सैमसंग के लिए इन्वेंट्री टर्न ओवर में औसतन 94 दिन लगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह पिछले साल की तुलना में लगभग दो सप्ताह अधिक है।

    इन्वेंट्री टर्नओवर समय उन दिनों की संख्या है जो स्टॉक में मौजूद इन्वेंट्री को ग्राहकों को बेचे जाने में लगते हैं। यदि इन्वेंट्री टर्नओवर कम है तो निर्माता का लागत बोझ कम हो जाता है। सैमसंग के आंकड़े बताते हैं कि उसके उत्पाद पहले की तुलना में काफी धीमी गति से बिक रहे हैं।

    हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सैमसंग के पास वितरकों (distributors) के 50 मिलियन बिना बिके स्मार्टफोन हैं। यह 2022 के लिए उसके अपेक्षित कुल स्मार्टफोन शिपमेंट का लगभग 18 प्रतिशत है। कंपनी ने कथित तौर पर 2022 के लिए अपने फोन उत्पादन में पहले ही 30 मिलियन यूनिट की कटौती की है।

    सैमसंग यूं तो आए दिन नए नए स्मार्टफोन, टीवी, फ्रिज आदि उत्पादों को लॉंच करती रहती है। लेकिन इस रिपोर्ट से पता चलता है कि वर्तमान दौर की वैश्विक परिस्थितियों से सैमसंग जैसी टेक दिग्गज कंपनी को भी गुजरना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में कुछ और कंपनियां भी ऐसे ही फैसले ले सकती हैं। इसलिए वैश्विक परिस्थितियों में जितना जल्दी सुधार होगा उतना ही सबके लिए अच्छा होगा।