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    5G Drone : Qualcomm ने दुनिया को दिखाया 5G ड्रोन, इन खूबियों से होगा लैस

    By Saurabh VermaEdited By:
    Updated: Wed, 18 Aug 2021 04:17 PM (IST)

    5G Drone ड्रोन को मानव रहित वायुयान UAVs के नाम से जाना जाता है।Qualcomm की तरफ से Flight RB5 5G प्लेटफॉर्म बनाया गया है जिस पर कमर्शियल और इंडस्ट्रियल ड्रोन बनाये जाएंगे। ड्रोन इंटेलिजेंस सॉल्यूशन की दिशा में काफी मददगार साबित हो सकता है।

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    ड्रोन को मानव रहित वायुयान UAVs के नाम से जाना जाता है।

    सैन फ्रांसिस्को,आइएएनएस। स्मार्टफोन चिपसेट बनाने वाली कंपनी Qualcomm ने दुनिया को 5G ड्रोन का सपना दिखाते हुए वर्ल्ड का पहला 5G और AI-इनेबल्ड ड्रोन प्लेटफॉर्म पेश किया है। जिस पर बेस्ड नेक्स्ड जनरेशन वाले हाई परफॉर्मेंस ड्रोन बनाए जाएंगे। यह ड्रोन कम बिजली की खपत करेंगे। ऐसे में Qualcomm बेस्ड 5G ड्रोन लंबी उड़ान भर सकेंगे। ड्रोन को मानव रहित वायुयान UAVs के नाम से जाना जाता है।Qualcomm की तरफ से Flight RB5 5G प्लेटफॉर्म बनाया गया है, जिस पर कमर्शियल और इंडस्ट्रियल ड्रोन बनाये जाएंगे। ड्रोन इंटेलिजेंस सॉल्यूशन की दिशा में काफी मददगार साबित हो सकता है। ड्रोन को Qualcomm QRB5165 प्रोसेसर, बिल्ड अप-ऑन Qualcomm टेक्नोलॉजी और लेटेस्ट IoT ऑफरिंग के साथ आएगा।

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    इन खूबियों से होगा लैस

    Qualcomm Flight RB5 5G प्लेटफॉर्म का मकसद ड्रोन के डेवलपमेंट के लिए इन्हैंस ऑटोनॉमी और इंटेलिजेंस फीचर इजाद करना है, जो प्रीमियम कनेक्टेड फ्लाइट कैपेबिलिटी के साथ आएगा। Qualcomm की तरफ से Verizon के साथ मिलकर 5G नेटवर्क टेस्टिंग की जा रही है। यह लैपटॉप हाई स्पीड 5G mmWave कनेक्टिविटी के साथ आएगा। इसमें 5G के साथ Wi-Fi 6 कनेक्टिविटी ऑफर की जाएगी। ड्रोन का इस्तेमाल निगरानी, टोपोग्रॉफी मैपिंग, कंस्ट्रक्शन प्रोग्रेस ट्रैकिंग, सिक्योरिटो सर्विलांस के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह IoT सेंसर के साथ आएगा।

    ड्रोन नियम 2021

    • ड्रोन के नये नियम रक्षा यानी नौसेना, थल सेना या वायु सेना पर नहीं लागू होंगे। बाकी सभी ड्रोन उड़ानों पर नये नियम लागू होंगे।
    • सभी ड्रोन को डिजिटल पंजीकृत कराना होगा। साथ ही सभी ड्रोन की उपस्थिति और उनकी उड़ान के बारे में सूचित करना होगा।
    • ड्रोन में 250 ग्राम या इससे कम वजन के नैनो उपकरण, 250 ग्राम से 2 किलोग्राम तक के माइक्रो उपकरण लगाये जा सकेंगे।छोटे ड्रोन 2 किलोग्राम से 25 किलोग्राम वजनी होंगे।मध्यम (मीडियम) ड्रोन 25 किलोग्राम से 150 किलोग्राम तक के हो सकते हैं।
    • बड़े यूएवी 150 किलोग्राम से 500 किलोग्राम के दायरे में होंगे। 500 किलोग्राम से अधिक वजनी यूएवी विमान नियम, 1937 का पालन करेंगे।
    • किसी संस्थान या व्यक्ति को ड्रोन उड़ाने की योग्यता का प्रमाण पत्र प्राप्त लेना होगा, जिसे क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया या उनके/केंद्र सरकार द्वारा अधिकृत कोई संस्था जारी कर सकती है।
    • प्रत्येक ड्रोन की एक विशिष्ट पहचान संख्या (UIN) होनी चाहिए, जिसे डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म के माध्यम से सेल्फ-जेनेरेट किया जा सकता है। UIN नए और पहले से मौजूद सभी UAV के लिए अनिवार्य है।

      ड्रोन का हस्तांतरण अथवा उनका पंजीकरण रद्द करने का काम संबंधित डिजिटल फॉर्म के माध्यम से किया जा सकेगा।

  • ड्रोन को कहीं भी नहीं उड़ाया जा सकेगा। इसके लिए डिजिटल स्काई प्लेटफॉर्म पर एक इंटरेक्टिव एयरस्पेस मैप देगा। जिसमें तय जोन की जानकारी होगी। जोन की श्रेणी में बदलाव किया जा सकता है।
  • नियमों के उल्लंघन पर लगेगा एक लाख का जुर्माना

    यदि नियमों के अनुपालन में कोई चूक होती है, तो विमान अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई होगी। इसके तहत एक लाख तक का जुर्माना लग सकता है। ये नियम इससे पहले मार्च 2021 में अधिसूचित मानव रहित विमान प्रणाली (यूएएस) नियमों की जगह लेंगे। पिछले संस्करण के बाद नियमों में कई बदलाव किए गए हैं।नियमों के मसौदे पर राय व्यक्त करने के लिये लोगों को पांच अगस्त तक का समय दिया गया था। अंतिम मसौदा 15 अगस्त 2021 को प्रकाशित होने वाला है।

    पुराने नियमों में हुआ बदलाव

    नए नियमों के तहत ड्रोन का अधिकतम वजन 300 किलोग्राम से बढ़ाकर 500 किलोग्राम कर दिया गया है। इससे ड्रोन टैक्सियों को ड्रोन नियमों के दायरे में लाना सुनिश्चित हो पाया है।

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