Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डिजाइन से लेकर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास फीचर तक, Android फोन से पहले iPhone में हुए थे ये बड़े बदलाव

    By Anand PandeyEdited By: Anand Pandey
    Updated: Sun, 10 Sep 2023 02:11 PM (IST)

    iPhone vs Android स्टीव जॉब्स ने जनवरी 2007 में मूल iPhone की घोषणा की और यह जून में खरीदने के लिए उपलब्ध हो गया। इसके बाद बाजार में आने वाला पहला एंड्रॉइड फोन सितंबर 2008 में टी-मोबाइल जी1 (HTC Dream) था। iPhone को लॉन्च करने के बाद दूसरे एंड्रॉइड OEM ने फॉर्मूले की नकल करना शुरू कर दिया था। एचटीसी ड्रीम की डिजाइन आईफोन जैसी थी।

    Hero Image
    ऐसे बड़े बदलाव के बारे में बताने वाले हैं जो आईफोन ने एंड्राइड से पहले करी थी।

    नई दिल्ली, टेक डेस्क। एपल अपने सबसे बड़े इवेंट की तैयारी कर रहा है। कंपनी 12 सितंबर को आईफोन 15 सीरीज से पर्दा उठाएगी। कंपनी इस बार अपने अपकमिंग आईफोन 15 सीरीज में कई बड़े बदलाव कर सकती है।

    रिपोर्ट की माने तो इस बार कंपनी आईफोन 15 सीरीज को टाइप C के साथ पेश कर सकती है। नया कलर ऑप्शन भी मिल सकता है। आज हम आपको 4 ऐसे बड़े बदलाव के बारे में बताने वाले हैं जो आईफोन ने एंड्राइड से पहले करी थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डिजाइन में हुए थे बड़े बदलाव

    स्टीव जॉब्स ने जनवरी 2007 में मूल iPhone की घोषणा की, और यह जून में खरीदने के लिए उपलब्ध हो गया। इसके बाद बाजार में आने वाला पहला एंड्रॉइड फोन सितंबर 2008 में टी-मोबाइल जी1 (HTC Dream) था। iPhone को लॉन्च करने के बाद दूसरे एंड्रॉइड OEM ने फॉर्मूले की नकल करना शुरू कर दिया था।

    एचटीसी ड्रीम की डिजाइन आईफोन के जैसी थी। समय के साथ-साथ कई दूसरे स्मार्टफ़ोन के साइज और डिजाइन बदल गए हैं, iPhone अपनी रिलीज के बाद से आम तौर पर एक जैसा दिखता रहा।

    कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास फीचर पेश करना

    iPhone के बारे में कम ज्ञात तथ्यों में से एक यह है कि यह कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास की सुविधा देने वाला पहला iPhone था। जनवरी 2007 में जॉब्स द्वारा प्लास्टिक स्क्रीन वाला आईफोन पेश करने के बावजूद, जून में कंज्यूमर प्रोडक्ट ने पहले ही ग्लास पर स्विच कर दिया था। इसलिए, अब तक जारी किसी भी iPhone में प्लास्टिक डिस्प्ले नहीं था।

    यह भी पढ़ें: iPhone को स्मार्ट डिस्प्ले में बदलने के लिए ये सेटिंग आएगी काम, ऐसे इनेबल कर सकते हैं फीचर

    जबकि टी-मोबाइल जी1 में गोरिल्ला ग्लास का इस्तेमाल किया गया था, कई एंड्रॉइड ओईएम ने अपने शुरुआती दिनों में प्लास्टिक स्क्रीन वाले फोन जारी किए थे। अब हम बाजार में प्लास्टिक डिस्प्ले वाले लोकप्रिय स्मार्टफोन नहीं देखते हैं, एंड्रॉइड फोन निर्माताओं को पूरी तरह से स्विच करने में थोड़ा समय लगा।

    64-बिट प्रोसेसर पेश करना

    iPhone का एक अन्य प्रमुख परिचय 64-बिट प्रोसेसर था। Apple ने पहली बार 2014 में iPhone 5s में अपनी 64-बिट A7 चिप पैक की थी। लगभग एक साल बाद, एचटीसी ने पहला 64-बिट एंड्रॉइड फोन, डिज़ायर 510 जारी किया। आज, अधिकांश फ्लैगशिप फोन 4 जीबी से अधिक रैम पैक करते हैं, जो संभव नहीं होता अगर ओईएम 32-बिट प्रोसेसर पर अटके रहते। 64-बिट स्विच की बदौलत आज हमारे स्मार्टफ़ोन छोटे आकार के बावजूद बेहतर परफॉर्म करने लगे।

    यह भी पढ़ें: आईफोन 14 प्रो मॉडल का ये फीचर Apple iPhone 15 को बनाएंगे टॉप क्लॉस, जानिए क्यों है इतना खास

    फिजिकल सिम का हटना

    iPhone 14 और iPhone 14 Pro मॉडल अमेरिका में फिजिकल सिम कार्ड स्लॉट को खत्म करने वाले पहले स्मार्टफोन हैं, जबकि इस विवादास्पद कदम ने कई यूजर्स को नाराज कर दिया है, यह यूजर्स को नई टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए प्रेरित करता है और यूजर्स के लिए सिम कार्ड स्लॉट सेट करना आसान बनाता है। कई टेलिकॉम ऑपरेटर पहले से ही यूजर्स को एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके eSIM डाउनलोड करने की सुविधा देते हैं।